लोकसभा चुनाव : नेता जी बोले- नहीं रखा गया रमजान और रोजे का ख्याल
लोकसभा चुनाव की तारीखों के आने के बाद से विवाद भी खड़े होने लगे हैं। कोलकता के मेयर और टीएमसी नेता फिरहाद हकीम ने कहा, चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और हम उसका सम्मान करते हैं। हम उनके खिलाफ कुछ नहीं बोलना चाहते हैं। लेकिन 7 चरणों में चुनाव बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए मुश्किल होगा।
कोलकाता : लोकसभा चुनाव की तारीखों के आने के बाद से विवाद भी खड़े होने लगे हैं। कोलकता के मेयर और टीएमसी नेता फिरहाद हकीम ने कहा, चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और हम उसका सम्मान करते हैं। हम उनके खिलाफ कुछ नहीं बोलना चाहते हैं। लेकिन 7 चरणों में चुनाव बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए मुश्किल होगा। यह उन लोगों के लिए सबसे ज्यादा मुश्किल होगा जिनका उस समय रमजान चल रहा होगा।
ये भी देखें : लोकसभा चुनाव: मित्रों! अपने वाले उम्मीदवार को इस बार पहचाना होगा और आसान
उन्होंने कहा, इन तीन राज्यों में अल्पसंख्यक आबादी काफी ज्यादा है। वह रोजा रखकर वोट डालेंगे। चुनाव आयोग को इस बात को अपने दिमाग में रखना चाहिए। बीजेपी चाहती है कि अल्पसंख्यक अपना वोट न डालें। लेकिन हम इससे चिंतित नहीं हैं।
आपको बता दें, लोकसभा चुनाव सात चरणों में होंगे। पहला चरण 11 अप्रैल, दूसरा 18 अप्रैल, तीसरा 23 अप्रैल, चौथा 29 अप्रैल, पांचवा 6 मई, छठा 12 मई और सातवां 19 मई को होगा। 23 मई को मतगणना होगी।
ये भी देखें : लोकसभा चुनाव 2019: जानिए उत्तर प्रदेश में कब है मतदान