Lok Sabha Election 2024: चौथे चरण में 10 राज्यों की 96 सीटों पर कुल 62.56% वोटिंग, 2019 के मुकाबले 6.56% की कमी
Lok Sabha Election 2024 Fourth Phase: लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान समाप्त हो चुका है। इस फेज के तहत 10 राज्यों की 96 लोकसभा सीटों पर 62.56% वोटिंग हुई। पिछले चुनाव में चौथे चरण में 69.12% मतदान हुआ था। 2019 के मुकाबले इस बार 6.56% की कमी दर्ज की गई है।
Lok Sabha Election 2024 Fourth Phase: लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत आज देश के 10 राज्यों की 96 सीटों पर मतदान समाप्त हो गया। चौथे चरण में 62.56% मतदान हुआ। पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार चौथे फेज की वोटिंग में करीब 6.56 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। 2019 के चुनाव में चौथे चरण के तहत 69.12% वोटिंग हुई थी। 10 राज्यों में सबसे अधिक 75.72% वोटिंग पश्चिम बंगाल में हुई। वहीं सबसे कम 35.97 प्रतिशत मतदान जम्मू कश्मीर में हुआ। आज यानी 13 मई सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक 96 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ। चौथे चरण की वोटिंग के साथ ही अब 379 सीटों पर मतदान पूरे हो गए हैं। पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल हुई थी, जिसमें 66.14 प्रतिशत मतदान हुआ। दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 66.71 फीसदी मतदान हुआ। वहीं तीसरे चरण में 65.68% वोटिंग हुई थी। राजनीतिक पंडितों के अनुसार, इन चार चरणों की वोटिंग के बाद अगली सरकार का रुख तय हो जाएगा।
राज्य | सीटें | वोट प्रतिशत (2024) |
आंध्र प्रदेश | 25 | 68.06% |
बिहार | 05 | 55.44% |
झारखंड | 04 | 63.14% |
मध्य प्रदेश | 08 | 68.20% |
महाराष्ट्र | 11 | 52.63% |
ओडिशा | 04 | 63.85% |
तेलंगाना | 17 | 61.16% |
उत्तर प्रदेश | 13 | 57.12% |
पश्चिम बंगाल | 08 | 75.72% |
जम्मू कश्मीर | 01 | 35.97% |
यूपी में कुल 57.12 % वोटिंग
लोकसभा चुनाव के चौथे फेज में आज उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर 57.12% मतदान हुआ। इन सीटों में अकबरपुर, बहराइच, धौराहरा, इटावा, खीरी फर्रूखाबाद, हरदोई, कन्नौज, कानपुर, मिश्रिख, शाहजहांपुर, सीतापुर और उन्नाव शामिल हैं। उत्तर प्रदेश की इन 13 सीटों 2.47 करोड़ जनता ने आज कुल 130 उम्मीदवारों की किस्मत को ईवीएम की पेंटी में बंद कर दिया। उत्तर प्रदेश में चौथे चरण का चुनाव इसलिए भी दिलचस्प है क्योंकि इस फेज में कई दिग्गजों की साख दांव पर लगी है। सपा प्रमुख व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खुद कन्नौज सीट से चुनावी मैदान में हैं। बीजेपी ने इस सीट से सुब्रत पाठक को टिकट दिया है। खीरी लोकसभा सीट पर भी इस बार मुकाबला काफी दिलचस्प है। बीजेपी के वर्तमान सांसद अजय मिश्र टेनी इस बार जीत की हैट्रिक लगाने के लिए चुनावी पीच पर उतरे हैं। सपा ने उनके सामने उत्कर्ष वर्मा को चुनावी मैंदान में उतारा है। वहीं उन्नाव सीट की बात करें तो बीजेपी के फायर ब्रांड नेता साक्षी महाराज भी हैट्रिक लगाने के लिए सियासी रण में हैं। सपा ने उन्नाव से अन्नू टंडन को टिकट दिया है।
2019 में सभी 13 सीटों पर बीजेपी ने जमाया था कब्जा
2019 के लोकसभा चुनाव में की बात करें तो बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की सभी 13 सीटों पर कब्जा जमाया था। एक भी सीट विपक्षी पार्टी के खाते में नहीं गई थी। 2019 के चुनाव में कन्नौज, मिश्रिख, सीतापुर और इटावा लोकसभा सीटों पर जीत का मार्जिन 10 प्रतिशत से भी कम रहा था।
चौथे चरण में इन हाई-प्रोफाइल सीटों पर नजर
चौथे चरण के तहत आज देश के 10 राज्यों की 96 लोकसभा सीटों पर वोटिंग समाप्त हुई। इन 96 सीटों में कुछ ऐसी सीटें हैं जिन पर लोगों की खास नजर रही। आज हम 10 ऐसी हाई-प्रोफाइल सीटों की चर्चा करेंगे, जिस पर मुकाबला काफी दिलचस्प रहा। आइए, जानते हैं उन 10 हाई-प्रोफाइल सीटों के बारे में।
1. कानपुर सीट पर रोचक मुकाबला
कानपुर लोकसभा क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी के दौरों के बाद से राजनीतिक माहौल बदल गया है। इस सीट से बीजेपी के उम्मीदवार रमेश अवस्थी और कांग्रेस प्रत्याशी आलोक मिश्र के बीच सीधा मुकाबला है।
2. मिश्रिख लोकसभा चुनाव
हाई-प्रोफाइल की लिस्ट में मिश्रिख लोकसभा सीट भी शामिल है। बीजेपी ने एक बार फिर मौजूदा सांसद अशोक रावत को अपना प्रत्याशी बनाया है। अशोक रावत 2004 व 2009 में बसपा के टिकट से तो 2019 में बीजेपी की टिकट पर संसद चुने गए। इस बार अशोक रावत का मुकाबला समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार संगीता राजवंशी व बसपा उम्मीदवार बीआर अहिरवार से है।
3. उजियारपुर लोकसभा सीट
बिहार की उजियारपुर लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला काफी दिलचस्प है। बीजेपी ने इस सीट से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय को तीसरी बार चुनावी मैदान में उतारा है। बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ राजद ने आलोक कुमार मेहता को टिकट दिया है। बसपा की टिकट से मोहन कुमार मौर्या इस सीट पर उम्मीदवार हैं।
4. बेगूसराय लोकसभा सीट
बिहार की बेगूसराय सीट पर इस बार सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। इस सीट से केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह बीजेपी की टिकट से चुनाव मैदान में हैं। बसपा ने चंदन कुमार दास और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने अवधेश कुमार राय को टिकट दिया है। इस सीट पर भी इस बार त्रिकोणिय मुकाबला देखने को मिल सकता है।
5. लखीमपुर खीरी लोकसभा सीट
यूपी की लखीमपुर खीरी सीट भी इस बार चर्चा में हैं। बीजेपी की टिकट से केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं। उनके खिलाफ सपा ने उत्कर्ष वर्मा 'मधुर' और बसपा से अंशय कालरा चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी उम्मीदवार अजय मिश्रा टेनी इस बार जीत की हैट्रीक लगाने चुनावी मैदान में हैं।
6. कन्नौज लोकसभा सीट
चौथे चरण की सबसे चर्चित लोकसभा सीटों में से एक कन्नौज सीट है। इस सीट से यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 12 साल बाद एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं। उनके सामने बीजेपी ने मौजूदा सांसद सुब्रत पाठक को टिकट दिया है। बसपा ने इमरान बिन जफर को प्रत्याशी बनाया है।
7. आसनसोल लोकसभा सीट
पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट भी इसी लिस्ट में शामिल हैं। टीएमसी ने मौजूदा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को टिकट दिया है। इस बार वह दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं। भाजपा ने इस सीट से एसएस अहलुवालिया को उनके खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा है। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) से जहांआरा खान और बसपा से सन्नी कुमार साह चुनाव लड़ रहे हैं।
8. खूंटी लोकसभा सीट
झारखंड की खूंटी लोकसभा सीट भी इसी लिस्ट में शामिल है। यहां से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने काली चरण मुंडा और बसपा ने सावित्री देवी को अपना टिकट दिया है। इस सीट पर दो निर्दलीय समेत कुल सात उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
9. सिकंदराबाद लोकसभा सीट
तेलंगाना की सिकंदराबाद सीट से बीजेपी की टिकट से केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी दूसरी बार चुनाव मैदान में हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस ने दानम नागेंद्र, बसपा ने बस्वानंदम दांडेपु, बीआरएस ने पद्म राव टी को चुनावी मैदान में उतारा है। इस सीट से 27 निर्दलीय समेत कुल 45 प्रत्याशी मैदान में हैं।
10. हरदोई लोकसभा सीट
बीजेपी ने सांसद जयप्रकाश को उम्मीदवार बनाया है। जय प्रकाश इस बार जीते तो रिकॉर्ड पांचवीं बार संसद जाएंगे। विपक्ष ने बीजेपी की राह को कठीन बनाने के लिए कड़ी घेराबंदी की है। बीजेपी उम्मीदवार जयप्रकाश के सामने तीन बार सांसद रह चुकीं ऊषा वर्मा समाजवादी पार्टी की टिकट से तो भीमराव अंबेडकर बसपा की टिकट से चुनावी मैदान में हैं।