भोपालः कर्नाटक के बाद अब मध्यप्रदेश मे विधानसभा चुनाव में पिंक पोलिंग बूथ बनाने की कवायद तेज हो गई है। मध्यप्रदेश निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनावों में महिला वोटर्स की संख्या बढ़ाने और महिलाओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पिंक पोलिंग बूथ बनाने का फैसला लिया है। पूरे राज्य में 500 पिंक बूथ बनाए जाने हैं।
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राज्य के सिवनी जिले के जिला निर्वाचन अधिकारी गोपालचंद डाड ने जिले में 75 पिंक पोलिंग बूथ बनाने का फैसला लिया है। जिला निर्वाचन आयोग को विश्वास है कि पिंक पोलिंग बूथ से अधिक से अधिक महिलाएं अपने मत का प्रयोग करेंगी, जो मतदान प्रतिशत बढ़ाने में काफी कारगर सिद्ध होगी।दरअसल भारत में पहली बार पिंक पोलिंग बूथ की शुरुआत पूर्व चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में की थी।
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जिला निर्वाचन अधिकारी के फैसले के बाद सिवनी जिले के लखनादौन में एकीकृत बाल विकास परियोजना अधिकारी ने स्वीप प्लान के तहत आंगनवाड़ी केंद्र लखनादौन में पिंक पोलिंग बूथ बनाकर उसे पिंक कपड़ा, पिंक टेबल क्लॉथ, सहित पिंक गुब्बारे से सजाया।
इस मौके पर उन्होंने प्रायोगिक ईवीएम मशीन से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से वोटिंग करा कर उन्हें पिंक पोलिंग बूथ की व्यवहारिक महत्ता बताते हुए वोट डालने की रिहर्सल करायी।
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इसका उद्देश्य शत प्रतिशत महिला मतदान को बढ़ावा देने, महिला सशक्तिकरण एवं लैंगिक समानता की दिशा में एक पहल के रूप में किया गया। पिंक पोलिंग बूथ में वोटिंग करने आयी महिलाओं ने भी पिंक पोलिंग बूथ की काफी सराहना की।
महिलाओं का कहना है कि जागरूकता अभियान से हमे मतदान कैसे करना है, इसकी जानकारी प्राप्त हुई है। गौरतलब है कि चुनाव आयोग द्वारा प्रदेश में पहली बार महिलाओं की शत-प्रतिशत वोटिंग सुनिश्चित करने के लिए पिंक पोलिंग बूथ बनाने के निर्देश दिये गये है।
इन पिंक पोलिंग बूथों की विशेषता ये है,कि इसमें तैनात चुनाव अधिकारी से लेकर सुरक्षा अधिकारी तक सिर्फ महिलाएं ही रहेगी जो पिंक साड़ी में रहेंगी। इस आयोजन में नायब तहसीलदार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्कूल की शिक्षिकाएं बीएलओ सहित जन अभियान परिषद लखनादौन के सदस्य उपस्थित रहे।