Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र में CM पद को लेकर मारामारी, दोनों गठबंधनों में शामिल छह दलों के नेता दावेदार
Maharashtra Election 2024: दोनों गठबंधनों में तीन-तीन प्रमुख दल शामिल हैं और दोनों गठबंधनों की ओर से मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी चेहरे का ऐलान नहीं किया गया है।
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में मतदान की तारीख नजदीक आ गई है। 20 नवंबर को राज्य की 288 विधानसभा सीटों पर मतदान होने वाला है। राज्य में इस बार दो गठबंधनों के बीच कड़ा चुनावी मुकाबला हो रहा है। सत्तारूढ़ महायुति और विपक्ष के महाविकास अघाड़ी गठबंधन के बीच एक-दूसरे को पटखनी देने की होड़ मची हुई है। दोनों गठबंधनों के नेताओं ने प्रचार के आखिरी दिन पूरी ताकत झोंक दी है।
दिलचस्प बात यह है कि दोनों गठबंधनों में तीन-तीन प्रमुख दल शामिल हैं और दोनों गठबंधनों की ओर से मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी चेहरे का ऐलान नहीं किया गया है। ऐसे में चुनाव नतीजे की घोषणा के बाद दोनों गठबंधनों में शामिल छह दलों के नेता मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे हैं। ऐसे में नतीजे घोषित होने के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर बड़ी सियासी उठापटक तय मानी जा रही है।
शिंदे के बयान ने सबको चौंकाया
यदि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन की बात की जाए तो मौजूदा समय में मुख्यमंत्री के रूप में सरकार की कमान शिंदे सेना के नेता एकनाथ शिंदे के हाथों में है। हालांकि शिंदे ने रविवार को एक चैनल से बातचीत के दौरान ने यह बयान देकर सबको चौंका दिया कि मैं मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल नहीं हूं।
केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने पिछले दिनों महाराष्ट्र दौरे के समय पत्रकारों से बातचीत में महायुति को बहुमत मिलने का बड़ा दावा किया था। उनका कहना था कि चुनाव नतीजे की घोषणा के बाद गठबंधन दलों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री पद को लेकर फैसला किया जाएगा।
फडणवीस की दावेदारी क्यों है मजबूत
हालांकि मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस की दावेदारी काफी मजबूत मानी जा रही है। महाराष्ट्र के विभिन्न इलाकों में भाजपा की ओर से लगाए गए पोस्टर्स में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ देवेंद्र फडणवीस छाए हुए हैं। महायुति के तीनों दलों में भाजपा सबसे अधिक सीटों पर चुनाव भी लड़ रही है।
सियासी जानकारों का कहना है कि महायुति में शामिल तीनों दलों के नेता एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार मुख्यमंत्री पद की रेस में बने हुए हैं। फडणवीस ने समय-समय पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की तारीफ जरूर की है,लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी तक वे भी कोई सीधा बयान देने से बचते रहे हैं।
माना जा रहा है यदि भाजपा सबसे अधिक सीटों पर चुनाव जीतने में कामयाब रही तो वे राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे।
सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रही भाजपा
यदि सत्तारूढ़ गठबंधन में सीट बंटवारे की बात की जाए तो भाजपा इस बार सबसे अधिक 149 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। शिंदे सेना की ओर से 81 और अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी की ओर से 59 सीटों पर उम्मीदवार उतारे गए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि यदि बीजेपी महाराष्ट्र में अपनी ताकत दिखाने में कामयाब रही तो देवेंद्र फडणवीस सब पर भारी साबित होंगे।
शिंदे सरकार में भले ही उन्होंने डिप्टी सीएम बनना स्वीकार कर लिया हो मगर वे महाराष्ट्र में पांच साल तक मुख्यमंत्री पद संभाल चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी इस बार पूरी मजबूती के साथ फडणवीस के नाम को आगे बढ़ाएगा।
उद्धव और सुप्रिया सुले के नाम भी चर्चाओं में
अब बात यदि महाविकास अघाड़ी गठबंधन की की जाए तो इस गठबंधन में भी तीन दल मुख्य रूप से शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना यूबीटी के नेता उद्धव ठाकरे ने चुनाव से पहले सीएम चेहरा घोषित करने के लिए दबाव बनाया था। हालांकि उन्हें अपने इस अभियान में कामयाबी नहीं मिल सकी। उनकी पार्टी शिवसेना के नेता समय-समय पर उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट करते रहे हैं।
दूसरी ओर एनसीपी के नेता शरद पवार इस बात पर जोर देते रहे हैं कि सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव जीतने वाली पार्टी के नेता को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिलना चाहिए। शरद पवार के इस दांव के बाद उद्धव ठाकरे की दबाव बनाने की रणनीति फेल साबित हो गई थी।
बीच में शरद पवार ने यह भी बयान दिया था कि किसी महिला को मुख्यमंत्री बनाने में भी कोई आपत्ति नहीं है। उनके इस बयान के बाद एनसीपी की सांसद और उनकी बेटी सुप्रिया सुले के नाम को लेकर भी चर्चाएं शुरू हो चुकी हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि तीनों दलों में कौन सा दल सबसे अधिक सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब होता है।
कांग्रेस में नाना पटोले की दावेदारी मजबूत
मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी तक कांग्रेस ने चुप्पी साध रखी है। हालांकि महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के समर्थक समय-समय पर उनका नाम उछलते रहे हैं। पिछले दिनों एक बैठक के दौरान पटोले समर्थकों ने इस बाबत नारेबाजी भी की थी जिसके बाद पटोले ने स्पष्टीकरण भी दिया था।
उनका कहना था कि पार्टी हाईकमान की ओर से राज्य के अगले मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाई जाएगी। महाराष्ट्र कांग्रेस में नाना पटोले को कद्दावर नेता माना जाता रहा है और ऐसी स्थिति में यदि महाविकास अघाड़ी गठबंधन बहुमत पाने में कामयाब रहा तो नाना पटोले की दावेदारी भी काफी मजबूत मानी जा रही है।