Maharashtra Election : महाविकास अघाड़ी में इन सीटों पर नहीं बन सकी सहमति, जानिए कहां फंसा पेंच?
Maharashtra Election : महाराष्ट्र में चुनाव का अभी ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन राजनीतिक दलों ने मंथन शुरू कर दिया है। महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने सीटों बंटवारें को लेकर बैठकें शुरू कर दी हैं।
Maharashtra Election : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का भले ही औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन राजनीतिक दल चुनावी मूड में नजर आ रहे हैं। आगामी चुनाव को लेकर महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने सीटों के बंटवारे को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। गठबंधन में शामिल कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के बीच बैठक हुई, जिसमें लगभाग 130 सीटों को लेकर सहमति बन गई है, हालांकि कुछ सीटों पर अभी सहमति नहीं बन पाई है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव की तैयारी तेज कर दी है, 13 बड़े नेताओं को जिम्मेदारी भी सौंप दी है।
महाराष्ट्र चुनाव को लेकर महाविकास अघाड़ी में शामिल राजनीतिक दल (कांग्रेस, शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार गुट) के शीर्ष नेताओं की ओर से सीट शेयरिंग को लेकर लगातार बैठकें की जा रही हैं। सूत्रों ने बताया कि शीर्ष नेताओं की बैठक में करीब 130 सीटों पर सहमति बन गई है और 24 अन्य सीटों पर भी चर्चा अंतिम दौर में है। इन सीटों पर एक-दूसरे दल से एक्सचेंज करने के फार्मूले पर काम किया जा रहा है।
इन सीटों पर इसलिए फंसा पेंच?
महाविकास अगाढ़ी में जिन सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है, उनमें मराठवाडा, विदर्भ, कोंकण और मुंबई शामिल है। सूत्र बता रहे हैं कि इन क्षेत्रों की सीटों पर अगले दौर की बैठक में फैसला हो जाएगा, हालांकि इससे पहले स्थानीय स्तर पर सियासी हालातों को समझने की कोशिश की जा रही है। गठबंधन में शामिल तीनों दल अलग-अलग एजेंसियों से सर्वे भी करा रहे हैं, सर्वे की रिपोर्ट आने के बाद विवादित सीटों पर फंसा पेंच हल हो जाएगा। दरअसल, विधानसभा चुनाव को लेकर महाविकास अघाड़ी गठबंधन कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता है। सत्ता में वापसी के लिए गठबंधन के नेता मंथन पर मंथन और बैठक पर बैठक कर रहे हैं।
नवम्बर में समाप्त होगा सरकार का कार्यकाल
बता दें कि महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना (शिंदे गुट) की सरकार है। सरकार का कार्यकाल नवम्बर 2024 में समाप्त हो रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि यहां अक्टूबर में चुनाव हो सकते हैं। इससे पहले 2019 में चुनाव हुए थे, 105 सीटों के साथ भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। यहां विधानसभा की कुल 288 सीटों पर चुनाव होना है।