नया संसद भवन: अब नहीं दिखेगी महात्मा गांधी की प्रतिमा, अस्थाई तौर पर हटाया
नए संसद भवन का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। इसके चलते यहां लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा को बुधवार को शिफ्ट कर दिया गया। गेट नंबर 1 पर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा को अस्थाई तौर पर हटाकर गेट नंबर 3 के पास शिफ्ट कर दिया गया है।
नई दिल्ली: नए संसद भवन का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। इसके चलते यहां लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा को बुधवार को शिफ्ट कर दिया गया है। गेट नंबर 1 पर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा को अस्थाई तौर पर हटाकर गेट नंबर 3 के पास शिफ्ट कर दिया गया है। इतना ही नहीं नए संसद भवन की तैयारियों को लेकर स्वागत कक्ष से लेकर पार्किंग तक, सबकी जगह बदली जा रही है।
16 फीट ऊंची है महात्मा गांधी की ये प्रतिमा
आपको बता दें कि 16 फीट ऊंची पीतल की महात्मा गांधी की इस प्रतिमा को राम सुतार ने तैयार किया था। इसका उद्घाटन 1993 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा ने किया था। जानकारी के मुताबिक जब नए संसद भवन का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा तो इस प्रतिमा को फिर से स्थान पर शिफ्ट कर दिया जाएगा।
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मकर संक्रांति के बाद से शुरू है निर्माण कार्य
गौरतलब है कि मकर संक्रांति के बाद शुभ मुहूर्त से नए संसद भवन का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। केंद्रीय लोकनिर्माण विभाग ने टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड से 15 जनवरी से नई संसद भवन का निर्माण कार्य शुरू करने को कहा था। पीएम मोदी ने पिछले महीने 10 दिसंबर को केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी थी।
इस नए संसद भवन का आकार त्रिकोणीय होगा। साथ ही इसके निर्माण को 2022 में आजादी के 75 वीं वर्षगांठ तक पूरा कर लिए जाने की योजना है। सरकार ने 2022 में संसद के मानसून सत्र को नए भवन में आयोजित करने की योजना बनाई है।
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