झारखंड: CM काफिले पर हमले का मुख्य आरोपी ने किया सरेंडर, BJP ने किया किनारा

रांची सिविल कोर्ट में सरेंडर करने के बाद मुख्य आरोपी भैरव सिंह ने कहा कि, इस पूरे मामले को अलग रंग देने की कोशिश हो रही है। वे लोग महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा को लेकर सड़क पर उतरे थे।

Update:2021-01-07 18:06 IST
झारखंड: CM काफिले पर हमले का मुख्य आरोपी गिरफ़्तार, BJP ने किया किनारा (PC: social media)

रांची: रांची में बीते सोमवार को मुख्यमंत्री के काफिला पर हमले का मुख्य आरोपी भैरव सिंह ने सिविल कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इस मामले में अबतक 72 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। अबतक 26 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। बाकी लोगों की तलाश जारी है। भैरव सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। हालांकि, इस बीच गुरुवार को पुलिस की आंखों से बचते हुए आरोपी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जस्टिस अभिषेक प्रसाद की अदालत में आत्मसमर्पण करने के बाद कोर्ट ने उन्हे 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस बीच भाजपा ने आरोपी भैरव सिंह से किनारा कर लिया है। पार्टी का कहना है कि, भैरव सिंह का बीजेपी से कोई लेना-देना नहीं है।

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अलग रंग देने की कोशिश

रांची सिविल कोर्ट में सरेंडर करने के बाद मुख्य आरोपी भैरव सिंह ने कहा कि, इस पूरे मामले को अलग रंग देने की कोशिश हो रही है। वे लोग महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा को लेकर सड़क पर उतरे थे। ओरमांझी में युवती का सिर कटा शव बरामद होने के बाद समाज में ग़ुस्सा है। इससे मुख्यमंत्री को अवगत कराने के लिए हमलोग आंदोलन कर रहे हैं। हालांकि, अब इस पूरे मामले को ही अलग रंग दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि, उनके जेल जाने से आंदोलन रुकने वाला नहीं है।

भाजपा ने किया किनारा

सत्ताधारी झामुमो, कांग्रेस और राजद का मानना है कि, मुख्यमंत्री के काफिला पर हमला भाजपा के इशारे पर किया गया है। युवती की हत्या के आड़ में बीजेपी राजनीति चमकाना चाहती है। भैरव सिंह समेत अन्य लोगों ने मुख्यमंत्री का कारकेड बीजेपी नेताओं के इशारे पर रोका है। हालांकि, भाजपा इससे इनकार करती है। रांची से बीजेपी विधायक एवं पूर्व मंत्री सीपी सिंह का कहना है कि, घटना का मुख्य आरोपी भैरव सिंह का पार्टी से कोई संबंध नहीं है। लिहाज़ा, इस पूरे मामले से भाजपा को जोड़ना सरासर ग़लत होगा। उन्होने कहा कि, पुलिस-प्रशासन की विफलता की वजह से इतनी बड़ी घटना हुई है। हेमंत सोरेन की सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।

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डीजीपी की दो टूक

मुख्यमंत्री के कारकेड को रोकना और फिर उसपर हमला करना पुलिस की बड़ी विफलता में शामिल है। लिहाज़ा, राज्य के डीजीपी एमवी राव ने साफ कहा है कि, घटना में जो लोग भी शामिल हैं उन्हे बख्शा नहीं जाएगा। एक साज़िश के तहत मुख्यमंत्री का काफिला रोका गया है। जिन लोगों के इशारे पर इस तरह की वारदात को अंजाम दिया गया है उनतक भी पुलिस पहुंचेगी। डीजीपी ने कहा कि, झारखंड में किसी की गुंडागर्दी नहीं चलने दी जाएगी। पुलिस आयरन हैंड के साथ आरोपियों से निपटेगी।

रिपोर्ट- शाहनवाज़

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