Manipur Violence: महिलाओं से दरिंदगी मामले में गिरफ्तार 4 आरोपी कोर्ट में पेश, 11 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया
Manipur Violence: मणिपुर में दो जनजातीय महिलाओं का नग्न परेड कराए जाने मामले में सभी 4 आरोपियों को कोर्ट ने 11 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
Manipur Violence: मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने की घटना के वायरल वीडियो में नजर आ रहे जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, उन्हें 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। मणिपुर पुलिस ने शुक्रवार (21 जुलाई) को ये जानकारी दी। ज्ञात हो कि, मणिपुर में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का एक वीडियो सामने आने के बाद देशभर में गुस्सा-रोष है। संसद से सड़क तक लोगों की नाराजगी दिख रही है। वहीं, प्रधानमंत्री से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने अपनी पीड़ा और नाराजगी व्यक्त की।
मणिपुर की एन बीरेन सिंह सरकार ने भी मामले को कड़ाई से निपटने का आश्वासन दिया है। गिरफ्तार किए गए चार लोगों में से एक के बारे में स्थानीय पुलिस ने कहा कि, वह बी. फाइनोम गांव में हुई घटना में शामिल भीड़ का हिस्सा था। उसे वीडियो में पीड़ित महिलाओं में से एक को घसीटते हुए देखा गया है।
अपहरण, गैंग रेप, हत्या का केस दर्ज
स्थानीय पुलिस ने जानकारी दी कि, इस शख्स को थाउबल जिले (Thoubal District) से गिरफ्तार किया गया। आरोपी की पहचान 32 वर्षीय हुईरेम हेरादास सिंह के रूप में हुई। गुरुवार को जिन तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया उनका विवरण फिलहाल उपलब्ध नहीं है। वायरल वीडियो पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मणिपुर पुलिस ने कहा था कि, 'अज्ञात हथियारबंद बदमाशों के खिलाफ थाउबल जिले (Thoubal District) के नोंगपोक सेकमाई थाने में अपहरण, सामूहिक बलात्कार (Manipur Gang Rape) और हत्या का केस दर्ज किया है। दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए हर संभव प्रयास जारी हैं।'
26 सेकंड के वीडियो से सुलगा देश
गौरतलब है कि, मणिपुर में 3 मई को जातीय हिंसा भड़कने के ठीक एक दिन बाद 4 मई को इस घटना को अंजाम दिया गया था। मणिपुर के एक जनजातीय समुदाय के लोगों ने दूसरे समुदाय की औरतों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार किया। पहाड़ी राज्य के कांगपोकपी जिले (Kangpokpi District) के एक गांव में हुई इस घटना का 26 सेकंड का एक वीडियो 19 जुलाई को सामने आया। जिसके बाद मामले को लेकर राष्ट्रव्यापी रोष पैदा हुआ।