Manipur: मुख्यमंत्री N बीरेन सिंह के काफिले पर उग्रवादियों का हमला, चली कई राउंड गोलियां, दो जवान घायल
Manipur Violence: श्वसनीय सूत्रों ने संकेत दिये थे कि मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह कल (मंगलवाल) जेरीबाम का दौरा करने वाले हैं। तैयारी के तौर पर उन्होंने स्थिति का आकलन और निगरानी करने के लिए आज सैनिकों को भेजा।
Manipur Violence: मणिपुर उग्रवादी हिंसा के बीते कई महीनों से धीरे धीरे जल रहा है। राज्य में जारी जातीय हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है और इसकी आंच की चपेट में राज्य के मुख्यंत्री एन.बीरेन सिंह भी आ गए। दरअसल, उग्रवादियों ने सोमवार को सीएम एन.बीरेन सिंह के काफिले हमला कर दिया। घात लागकर उग्रवादियों द्वारा सीएम के काफिले की किए हमले में सीएम की सुरक्षा में लगे दो जवान घायल हो गए हैं। घायल जवानों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करावा गया है। हमले के बाद सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम बनाना उग्रवादियों को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चलाया जा रहा है। राहत की बात है कि इस हमले के दौरान काफिले में मुख्यमंत्री किसी भी गाड़ी में नहीं बैठे थे।
सीएम को करना था जिले का दौरा
जातीय हिंसा की वजह से राज्य के जिरीबाम जिले की हालात खराब हैं। इसी हालत जायजा जाने के लिए को मंगलवार को सीएम एन.बीरेन सिंह को जिरीबाम जिले का दौरा करना था, लेकिन जिले की हालत की देखते हुए इसका जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री की अग्रिम सुरक्षा टीम को भेजा गया। जैसे ही अग्रिम सुरक्षा टीम जिले में दाखिल हुई, कुकी उग्रवादियों को टीम पर हमला बोला दिया। इसमें सुरक्षा बल के दो जवान घालय हो गए। इलाज के लिए इंफाल भेजा गया है। सीएम की अग्रिम सुरक्षा टीम पर अटैक सिनम के पास हुआ।
काफिले पर कई राउंड चली गोलियां
विश्वसनीय सूत्रों ने संकेत दिये थे कि मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह कल (मंगलवाल) जेरीबाम का दौरा करने वाले हैं। तैयारी के तौर पर उन्होंने स्थिति का आकलन और निगरानी करने के लिए आज सैनिकों को भेजा। तभी उनकी सुरक्षा टीम पर हमला हो गया। मिली जानकारी के मुताबिक, सीएम काफिल पर कुकी उग्रवादी ने कई राउंड गोलियां चलाईं। इसका जवाब देते हुए सुरक्षा बलों ने गोलियां चलाईं। इस घटना पर मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह ने निंदा की और इसे 'निर्दोषों पर बर्बर कार्रवाई' बताया है।
जानिए क्यों बिड़गी जिरीबाम में स्थिति?
बता दें कि बीते शनिवार को संदिग्ध उग्रवादियों ने जिरीबाम में दो पुलिस चौकियों, एक वन बीट कार्यालय और कम से कम 70 घरों को आग लगा दी, जिसके बाद जिलें स्थिति फिर से तनावपूर्ण हो गई है। हालांकि अब स्थिति में कुछ सुधार आया है और यह नियंत्रण में है। घटना के बाद प्रभावित इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात की दी गई है। सोमवार को करीब 600 लोग इस जिले कछार जिले में शरण ले लिया है। कछार जिले की पुलिस ने सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है। मणिपुर पुलिस के मुताबिक, जिरीबाम में एक व्यक्ति की हत्या के बाद अज्ञात बदमाशों ने जिरीबाम जिले में मीतेई और कुकी दोनों समुदायों के कई घरों को जला दिया।