मरकज मामले में बड़ा खुलासा, हवाला फंडिंग में क्राइम ब्रांच ने कसा शिकंजा
देश में कोरोना संक्रमण के मामले बेतहाशा बढ़ाने वाले संगठन तबलीगी जमात पर क्राइम ब्रांच ने शिकंजा कस दिया है। क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक मरकज में हवाला कनेक्शन के जरिए पैसों का लेनदेन करने की बात सामने आ रही है।
अंशुमान तिवारी
नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के मामले बेतहाशा बढ़ाने वाले संगठन तबलीगी जमात पर क्राइम ब्रांच ने शिकंजा कस दिया है। क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक मरकज में हवाला कनेक्शन के जरिए पैसों का लेनदेन करने की बात सामने आ रही है। मरकज में फंडिंग और हवाला कनेक्शन की बात सामने आने के बाद क्राइम ब्रांच ने कई तरह की जानकारियां मांगी हैं ताकि इस मामले की तह तक जाया जा सके। मरकज में छापेमारी के दौरान जब क्राइम ब्रांच को इस तरह के संकेत मिले तो यह जानकारियां तलब की गईं।
मरकत से मांगी ये जानकारियां
राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज मामले की जांच में तेजी आ गई है। यहीं से कोरोना वायरस का संक्रमण देश के विभिन्न राज्यों में फैला है। क्राइम ब्रांच की टीम मरकज में हवाला फंडिंग को लेकर भी तफ्तीश में जुट गई है। इसके तहत क्राइम ब्रांच की टीम ने मरकज की पिछले तीन साल की इनकम टैक्स की डिटेल, बैंक के अकाउंट की डिटेल, पैन कार्ड नंबर और बैंक स्टेटमेंट की पूरी डिटेल मांगी है।
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धार्मिक आयोजनों पर खर्च का ब्योरा तलब
इसके साथ ही एक जनवरी 2019 से अब तक मरकज में हुए सारे धार्मिक आयोजनों और उस पर किए गए खर्चों का ब्योरा भी मांगा गया है। बुधवार को मरकज पहुंची क्राइम ब्रांच की टीम ने ढाई घंटे तक गहन जांच-पड़ताल के बाद ये सब ब्योरे तलब किए हैं।
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खुलेगा बड़ा गड़बड़झाला
क्राइम ब्रांच से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मरकज मामले की जांच में तेजी आने के बाद चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं। हवाला कनेक्शन के जरिये मरकज में पैसों का लेनदेन करने की बात सामने आई है। हालांकि अभी तक इस मामले में कोई पुख्ता सबूत हाथ नहीं लगा है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि तलब किए कागजातों को देखने के बाद निश्चित रूप से कोई बड़ा गड़बड़झाला सामने आएगा।
2005 से हवाला फंडिंग का शक
दिल्ली पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम मरकज का आर्थिक प्रबंधन देखने वाली यूनिट की गतिविधियों की गहराई से जांच पड़ताल कर रही है। सूत्रों का कहना है कि 2005 के बाद से मरकज में हवाला के जरिये पैसे आने की बात का पता चल रही है। इसीलिए मरकज के हवाला कनेक्शन की जांच शुरू कर दी गई है। सूत्रों का कहना है कि जांच के बाद ही इस मामले में किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकता है।
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पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी
मरकज में छापेमारी के दौरान क्राइम ब्रांच की टीम ने काफी सतर्कता बरती। पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराई गई। मरकज के दस्तावेजों की जांच पड़ताल के साथ ही कई दस्तावेजों को क्राइम ब्रांच की टीम ने अपने कब्जे में ले लिया है। सूत्रों का कहना है कि यह शुरुआती जांच पड़ताल हैं और गहराई से जांच में कई अहम खुलासे हो सकते हैं।
तैयार हो रही आने वालों की सूची
पुलिस सूत्रों का कहना है कि ऐसे लोगों की सूची तैयार की जा रही है जो 1 मार्च से 28 मार्च के बीच तबलीगी मरकज में ठहरे थे या उनके संपर्क में आए थे। इस सूची को तैयार करने के लिए मरकज के प्रबंधन से जुड़े लोगों, एसडीएम और स्वास्थ्य विभाग सभी की मदद ली जा रही है। इन सभी को पत्र भेजकर उनसे ब्योरा तलब किया गया है।
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गंभीर लापरवाही उजागर
क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक तबलीगी जमात के मरकज के जरिये कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद जांच के काम को तेज कर दिया गया है। इस मामले में गम गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। इस मामले में मुख्य आरोपी मौलाना साद अंडरग्राउंड हो चुके हैं। उनके क्वारंटाइन में होने की बात सामने आ रही है। इसलिए अभी तक सवालों के जवाब नहीं पूछे जा सके हैं।
मौलाना साद से मांगे सवालों के जवाब
क्राइम ब्रांच की ओर से मौलाना साद को जारी नोटिस में 26 सवालों के जवाब मांगे गए हैं। इन सवालों में संगठन के रजिस्ट्रेशन से लेकर उसकी गतिविधियों से जुड़े सवाल भी शामिल हैं। क्राइम ब्रांच की नोटिस पर मौलाना साद ने सेल्फ क्वारंटाइन होने का जवाब भेजा था। उनका यह भी कहना था कि मरकज के सील होने के कारण तमाम सवालों के जवाब नहीं दिए जा सकते क्योंकि सारे दस्तावेज वहीं रखे हुए हैं।
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इसलिए नहीं हो पा रही पूछताछ
मौलाना साद के अलावा मरकज के प्रबंधन से जुड़े अन्य लोग भी दिल्ली स्थित अपने अपने घरों में ओम क्वारंटाइन हैं। ऐसे में इन लोगों से पूछताछ संभव नहीं हो पा रही है। मौलाना साद के दिल्ली के जाकिर नगर में होम क्वारंटाइन होने की बात पता चली है।
मरकज के भीतर सीसीटीवी कैमरा नहीं
क्राइम ब्रांच के सूत्रों का कहना है कि मरकज के अंदर कोई सीसीटीवी कैमरा न लगा होने के कारण वहां आने-जाने वालों के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पा रही है। मरकज के बाहर तो सीसीटीवी कैमरा लगा है, लेकिन वह भी बंद पड़ा है। इसलिए आसपास के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से मरकज में आने जाने वालों का ब्योरा तैयार किया गया है।
11 लोगों से हुई पूछताछ
क्राइम ब्रांच ने मरकज मामले में अभी तक 11 लोगों से पूछताछ की है। मरकज से लोगों की एंट्री से जुड़े कर्मियों का पूरा ब्योरा मांगा गया है। क्राइम ब्रांच को एंट्री से जुड़े कुछ दस्तावेज गायब होने का शक है। इस मामले को लेकर दर्ज की गई है एफआईआर में मौलाना साद समेत सात लोगों के नाम शामिल हैं। निजामुद्दीन थाने के एसएचओ मुकेश वालिया की शिकायत पर यह एफआईआर दर्ज की गई है।
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