महिलाओं के लिए बेस्ट हैं मोदी सरकार की ये योजनाएं, ऐसे उठाएं इनका लाभ
महिला सशक्तिकरण की दिशा में देश को आगे बढ़ाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। सरकार का उद्देश्य है कि महिलाएं भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ें। वैसे भी हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ती जा रही है।
लखनऊ: हिंदुस्तान की महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। यह बात लाखों बार साबित हो चुकी है। बस जरूरत है तो सपोर्ट की। इसके लिए मोदी सरकार भी बड़े कदम उठा रही है। मोदी सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में कई कदम उठाए हैं। जिसका लाभ बड़े पैमाने पर देश की महिलाओं को मिल रहा है।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में देश को आगे बढ़ाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। सरकार का उद्देश्य है कि महिलाएं भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ें। वैसे भी हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ती जा रही है। आइए जानते हैं मोदी सरकार की महिलाओं को लेकर कौन-कौन सी कल्याणकारी योजनाएं हैं...
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में सबसे पहले 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को हरियाणा के पानीपत में की थी। इस का उद्देश्य बालिका लिंग अनुपात में गिरावट रोकना एवं महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। यह योजना देश के अलग अलग क्षेत्रों में चलाई जा रही है। यह योजना उन महिलाओं की मदद करती है जो घरेलू हिंसा या किसी भी प्रकार की हिंसा का शिकार होती हैं। अगर कोई महिला ऐसी किसी भी प्रकार की हिंसा का शिकार होती है तो उसे पुलिस, कानूनी, चिकित्सा जैसी सेवाएं दी जाती है। पीड़ित महिला टोल फ्री नंबर 181 पर call करके मदद ले सकती हैं।
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प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
मोदी सरकार की यह योजना महिलाओं के लिए सबसे सफल उज्जवला योजना है। 1 मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया से इस योजना की शुरुआत हुई थी। इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर गृहणियों को रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध कराई जाती है। अब तक देश के 8.3 करोड़ परिवारों को इस योजना का लाभ मिल चुका है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल के बजट में उज्ज्वला योजना का लाभ 1 करोड़ और लाभार्थियों तक पहुंचाने की घोषणा की है।
सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना
सरकार की इस योजना के तहत अस्पतालों या प्रशिक्षित नर्सों की निगरानी में महिलाओं के प्रसव को किया जाता है। ताकि प्रसव के दौरान मां और उसके बच्चे के स्वास्थ्य की उचित देखभाल की जा सके। सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना की शुरुआत 10 अक्टूबर 2019 को गई थी। इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की जीवन सुरक्षा के लिए निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं सरकार द्वारा प्रदान की जा रही है। सरकार की इस इस योजना का उद्देश्य माता और नवजात शिशुओं की मृत्यु को रोकना है।
फ्री सिलाई मशीन योजना
जिन महिलाओं की रुचि सिलाई-कढ़ाई में रही है और इस टैलेंट को प्रोफेशन में तब्दील करना चाहती हैं, उनके लिए यह योजना बहुत लाभदायक है। इस योजना का लाभ देश के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की आर्थिक रूप से कमजोर महिलाएं उठा सकती हैं। भारत सरकार की तरफ से हर राज्य में 50,000 से अधिक महिलाओं को निशुल्क सिलाई मशीन प्रदान की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत केवल 20 से 40 वर्ष की आयु की महिलाएं आवेदन कर सकती हैं।
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महिला शक्ति केंद्र योजना
इस योजना की शुरुआत महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से साल 2017 में की गई थी। यह योजना महिलाओं के संरक्षण और सशक्तिकरण के लिए तैयार की गई है। इस योजना के तहत गांव-गांव की महिलाओं को सामाजिक भागीदारी के माध्यम से सशक्त बनाने और उनकी क्षमता का अनुभव कराने का काम किया जाता यह योजना राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर पर काम करती है।
सुकन्या समृद्धि योजना
इस योजना की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को हुई थी। यह स्कीम 10 साल से कम उम्र की बच्चियों की उच्च शिक्षा और शादी के लिए है। यानी लड़कियों के सुरक्षित भविष्य के लिए यह बचत योजना है। इसके लिए किसी भी बैंक और पोस्ट ऑफिस में जाकर आप अपनी 10 साल से कम उम्र की बेटी के लिए अकांउट खुलवा सकते हैं। स्कीम पूरी हो जाने के बाद सारा पैसा उसे मिलेगा, जिसके नाम पर आपने इस अकांउट को खुलवाया होगा।
समर्थ योजना
मोदी सरकार की इस योजना के तहत जरूरतमंद महिलाओं को अलग-अलग प्रकार के वस्त्र उत्पादन के गुर और उससे जुड़े कार्यों बारे में सिखाया जा रहा है। इससे न केवल ग्लोबल टेक्स्टाइल बिजनेस में भारत की हिस्सेदारी बढ़ेगी, बल्कि इसका फायदा महिलाओं को भी मिलेगा।
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