मोदी का स्पेशल प्लेन: ट्रंप को देता है टक्कर, जानें इसकी खासियत

इन विमानों के रख-रखाव की जिम्मेदारी एअर इंडिया की सहायक कंपनी एअर इंडिया इंजीनियरिंग लिमिटेड (एआईईएसएल) का होगा। वर्तमान में, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति एअर इंडिया के बी747 विमानों से यात्रा करते हैं, जिनपर ‘एअर इंडिया वन’ का चिह्न होता है।

Update:2020-06-09 13:50 IST

नई दिल्ली: किसी भी देश के लिए उस देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की सुरक्षा एक अहम् मुद्दा होती है। इस ओर ध्यान देते हुए भारत की सुरक्षा एजेन्सियों ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य शीर्ष भारतीय गणमान्य नेताओं के लिए खास तौर पर बनाए गए दो बोइंग विमान B777 और 300ER को लाने का फैसला किया है। आपको बता दें कि सितंबर तक ये विमान एयर इंडिया को मिलने की उम्मीद है। ये विमान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एयरफोर्स वन की तरह सुरक्षा से लैस होंगे। इनका इस्तेमाल केवल वीवीआईपी यात्रा के लिए होगा।

अधिकारियों से बात चीत में उन्होंने बताया कि इस काम में कोविड-19 के कारण कुछ देरी हुई है। लेकिन दो विमानों की आपूर्ति सितंबर तक की जा सकती है। खास बात यह है कि इन दो विमान बी-777 और 300ER विमानों को भारतीय वायु सेना के पायलट ही उड़ाएंगे। न कि एअर इंडिया के पायलट।

अमेरिकी राष्ट्रपति के स्पेशल विमान 'एयरफोर्स वन' जैसी सुरक्षा

आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एयरफोर्स वन में जो सुरक्षा मानक होते हैं उन्हीं मानकों का आधार मानकर बी-777 और 300ER को आधुनिक सुरक्षा से लैस बनाया गया है। बी777 विमानों में अत्याधुनिक मिसाइल रक्षा प्रणाली भी होंगी जिन्हें लार्ज एयरक्राफ्ट इंफ्रारेड काउंटर मेजर्स (LAIRCM) और सेल्फ प्रोटेक्शन सूट्स (SPS) कहा जाता है।

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यहां जानें इन दो विमानों की खूबियां-

कैसे करता है सुरक्षा-

बोइंग 777 (B777-300ER) विमान स्पेशल प्रोटेक्शन सूट से लैस है।

यह दुश्मनों के रडार फ्रीक्वेंसी को जब चाहे जाम कर सकता है और खतरे की स्थिति में रडार से बचकर निकल सकता है।

यह दुश्मन की मिसाइलों का पता लगा सकता है, उसे डाइवर्ट भी कर सकता है।

ऐसे करता है दुश्मन पर हमला-

यह विमान किसी भी समय हवाई हमला होने की स्थिति में जवाबी कार्रवाई भी कर सकता है।

ये विमान दुश्मन पर मिसाइल हमला भी कर सकता है।

विमान की क्षमता और बनावट -

इसमें 396 लोगों के बैठने की सुविधा है।

यह विमान 100 फीसदी डिजिटली डिजाइन किया गया है।

इसमें एडवांस एयरोडायनेमिक्स लगे हैं।

इसके विंग्स यानी पंखों की लंबाई 212.7 फीट है।

यह विमान 60.8 फीट ऊंचा है।

विमान की लंबाई 242.4 फीट है।

इस विमान की रेंज 13649 किलोमीटर है, यानी एक बार उड़ान भरने के बाद यह 13649 किलोमीटर की यात्रा कर सकता है।

इस विमान से, कभी भी दुनिया के किसी भी राष्ट्र के प्रमुख से संपर्क स्थापित किया जा सकता है।

इसमें एक बार में 100 लोगों का भोजन बनाने और 2000 लोगों के लिए भोजन स्टोर करने की व्यवस्था है।

इस विमान में अनिश्चितकाल तक उड़ान भरने के लिए हवा में ही ईंधन भरने की सुविधा मौजूद है।

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बोइंग ने अपनी वेबसाइट पर दुनिया भर की एयरलाइंस कंपनियों में इस्तेमाल हो रहे 700-300ER विमान की तस्वीरें शेयर की हैं। हालांकि, पीएम मोदी और अन्य वीवीआईपी मेहमानों के लिए इस्तेमाल होने वाले विमान कस्टमाइज्ड होंगे।

ये कम्पनियां करेंगी इन विमानों की देख-भाल

इन विमानों के रख-रखाव की जिम्मेदारी एअर इंडिया की सहायक कंपनी एअर इंडिया इंजीनियरिंग लिमिटेड (एआईईएसएल) का होगा। वर्तमान में, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति एअर इंडिया के बी747 विमानों से यात्रा करते हैं, जिनपर ‘एअर इंडिया वन’ का चिह्न होता है। एअर इंडिया के पायलट इन बी747 विमानों को उड़ाते हैं और एआईईएसएल उनका रख-रखाव करता है।

नए विमानों का इस्तेमाल केवल वीवीआईपी यात्रा के लिए

जब ये बी747 विमान इन गणमान्य लोगों को लेकर उड़ान नहीं भरते, तब उनका इस्तेमाल भारतीय राष्ट्रीय परिवाहक व्यावसायिक परिचालनों के लिए करता है। लेकिन नए विमानों का इस्तेमाल केवल वीवीआईपी लोगों की यात्रा के लिए किया जाएगा।

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यह दोनों विमान 2018 में कुछ महीनों के लिए एअर इंडिया के व्यावसायिक बेड़े का हिस्सा थे, जिसके बाद उन्हें वीवीआईपी यात्राओं के लिए ज्यादा सुरक्षित और एडवांस बनाने के लिए बोइंग को वापस भेज दिया गया था।

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