देश में रहने वालों को हिंदुस्तानी को कहा जा सकता है, हिंदू नहीं - वाजदी

Update: 2017-12-19 16:30 GMT

सहारनपुर : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा देश में रहने वाले सभी धर्म के लोगों को हिंदू बताने पर देवबंदी उलेमा ने नाराजगी जताई है। उलेमा का कहना है कि भागवत जानबूझ कर इस तरह के अनर्गल बयान देकर देशवासियों के बीच नफरत की दीवार खड़ी करना चाहते हैं।

अगरतला में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भारत देश में रहने वाले सभी देशवासियों को हिंदू बताया है। भागवत के इस बयान पर देवबंदी उलेमा ने सख्त ऐतराज जताया है। तंजीम उलेमा ए हिंद के प्रदेशाध्यक्ष मौलाना नदीमुल वाजदी ने कहा कि हिंदू एक धर्म के मानने वालों को कहा जाता है। जबकि इस्लाम मजहब के मानने वालों को मुसलमान कहा जाता है।

उन्होंने कहा कि देश में रहने वाले सभी देशवासियों को हिंदुस्तानी तो कहा जा सकता है लेकिन उन्हें हिंदू नहीं कहा जा सकता। क्योंकि देश में इस्लाम मजहब के साथ साथ जैन, सिख, ईसाई और दूसरें मजहब के लोग भी रहते हैं। इसलिए सभी धर्म के मानने वालों को हिंदू कहकर संबोधित करना लोकतंत्र के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि भागवत एक सोची समझी साजिश के तहत देश में वैमन्स्य की स्थिति पैदा करना चाहते हैं। जिसका सीधा सीधा लाभ आरएसएस की राजनीतिक इकाई भाजपा उठा सके।

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