राजनाथ सब पर हावी: चीनी रक्षा मंत्री के आगे रखा देश का पक्ष, मजबूती से दिया जवाब

बातचीत के दौरान राजनाथ सिंह ने साफ कर दिया कि एलएसी पर शांति स्थापित करने के लिए चीन को हर हाल में अपनी सेना पीछे हटानी ही होगी।

Update:2020-09-05 10:19 IST
बातचीत के दौरान राजनाथ सिंह ने साफ कर दिया कि एलएसी पर शांति स्थापित करने के लिए चीन को हर हाल में अपनी सेना पीछे हटाने ही होगी।

अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली: मॉस्को में चीनी रक्षा मंत्री से बातचीत के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पूरी तरह हावी रहे और उन्होंने पूरी मजबूती और सख्ती के साथ भारत का पक्ष रखा। दोनों रक्षा मंत्रियों की बॉडी लैंग्वेज से साफ है कि पूरी बातचीत के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पूरी तरह हमलावर मुद्रा में रहे। जबकि चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगहे शांति के साथ उनकी बात सुनते रहे। बातचीत के दौरान राजनाथ सिंह ने साफ कर दिया कि एलएसी पर शांति स्थापित करने के लिए चीन को हर हाल में अपनी सेना पीछे हटानी ही होगी।

चीनी सेना को पीछे हटना होगा

दोनों रक्षा मंत्रियों के बीच करीब 2 घंटा 20 मिनट तक चली बैठक के दौरान राजनाथ सिंह ने मजबूती से भारत का पक्ष रखते हुए चीनी सेना को पीछे हटाने पर जोर दिया। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में दोनों देशों में पैदा हुए सैन्य तनाव के बीच दोनों रक्षा मंत्रियों यह पहली मुलाकात थी। हालांकि इस मुलाकात के लिए पहल चीन के रक्षा मंत्री की ओर से ही की गई थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के मास्को में तय कार्यक्रम में इस मुलाकात का जिक्र नहीं था।

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मॉस्को में चीनी रक्षा मंत्री मिले भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (फोटो. ट्वीटर)

मगर चीनी रक्षा मंत्री के अनुरोध पर हुई इस मुलाकात के दौरान राजनाथ सिंह ने भारत का स्टैंड पूरी मजबूती से रखा। इस मुलाकात के दौरान मुख्य जोर लद्दाख में एलएसी के इर्द-गिर्द तनाव कम करने पर रहा। सूत्रों के मुताबिक मुताबिक बातचीत के दौरान राजनाथ सिंह ने पैंगोंग झील के दक्षिणी इलाके में यथास्थिति बदलने की चीन की हालिया कोशिश पर सख्त नाराजगी जाहिर की और कहा कि किसी भी विवाद का हल बातचीत के जरिए ही निकाला जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि चीन को एक बात ध्यान में रखनी चाहिए की शांति के लिए सेना को पीछे हटाना ही होगा।

विदेश मंत्री ने भी की चीनी समकक्ष से बात

मॉस्को में चीनी रक्षा मंत्री मिले भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (फोटो. ट्वीटर)

दोनों देशों के रक्षा मंत्री शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए मॉस्को पहुंचे हैं। दोनों रक्षा मंत्रियों की मुलाकात इस बैठक से इतर हुई है। इस मुलाकात के दौरान राजनाथ सिंह के साथ रक्षा सचिव अजय कुमार व रूस में भारत के राजदूत टीवी वेंकटेश भी मौजूद थे।

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इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी अपने चीनी समकक्ष वांग यी से फोन पर सीमा विवाद को लेकर बातचीत की थी और कहा था कि विवाद को खत्म करने के लिए चीन को ही कदम उठाना होगा।

आक्रामक रवैये पर चेताया

मॉस्को में चीनी रक्षा मंत्री मिले भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (फोटो. ट्वीटर)

 

चीनी रक्षा मंत्री से मुलाकात से पहले राजनाथ ने शंघाई सहयोग संगठन के मंच से उकसाने वाली हरकत करने पर ड्रैगन को बिना नाम लिए नसीहत दी। रक्षा मंत्री ने कहा कि शांति के लिए आक्रामक रवैया ठीक नहीं है।

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राजनाथ ने चीनी रक्षा मंत्री जनरल फेंगहे की मौजूदगी में कहा कि आपसी मतभेदों को दूर करने के लिए भरोसा करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक- दूसरे के प्रति विश्वास और गैर आक्रामकता से ही एससीओ क्षेत्र में शांति और इस क्षेत्र में स्थिरता का माहौल बनाया जा सकता है।

पाकिस्तान पर भी साधा निशाना

मॉस्को में चीनी रक्षा मंत्री मिले भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (फोटो. ट्वीटर)

राजनाथ सिंह ने एससीओ की बैठक के दौरान चीन के साथ ही पाकिस्तान को भी अपने निशाने पर रखा। उन्होंने कहा कि भारत सभी रूपों में आतंकवाद और इसके समर्थन करने वालों की निंदा करता है। उन्होंने कहा कि कट्टरपंथी दुष्प्रचार का मुकाबला करने के लिए एससीओ की ओर से आतंकरोधी तंत्र को अपनाना महत्वपूर्ण फैसला है।

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उन्होंने कोरोना को लेकर भी चीन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस महामारी ने मानव जाति को मतभेद भुलाने के साथ ही प्रकृति की ताकत को कम न आंकने की नसीहत दी है।

किसी भी हरकत का देंगे मुंहतोड़ जवाब

मॉस्को में चीनी रक्षा मंत्री मिले भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (फोटो. ट्वीटर)

इस बीच सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि देश की अखंडता कायम रखने के लिए सेना पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि सीमा पर हालात गंभीर हैं और सेना ने कुछ इलाकों में एहतियातन अतिरिक्त बलों की तैनाती की है। सेना किसी भी हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है और देश के लोग हम पर पूरी तरह भरोसा कर सकते हैं।

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उन्होंने कहा कि हम एलएसी पर यथास्थिति में बदलाव किसी सूरत में नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि एलएसी पर तैनात जवानों का मनोबल काफी ऊंचा है और वे दुश्मन के किसी भी साजिश का जवाब देने में पूरी तरह सक्षम हैं।

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