Atul Subhash Suicide Case: ढाई लाख रुपए महीने कमाता था अतुल सुभाष, निकिता के दावे से फंसा पेंच
Atul Subhash Suicide Case: जौनपुर फैमिली कोर्ट में इंजीनियर अतुल सुभाष ने यह दावा किया था कि उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया की सालाना आय 20 लाख रुपए है। अतुल ने अपना वेतन निकिता से कम बताया था।
Atul Subhash Suicide Case: बेंगलुरू में बीते 16 दिनों पहले एआई इंजीनियर अतुल सुभाष ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट लिख और 90 मिनट का वीडियो बनाकर मौत को गले लगा लिया। अतुल सुभाष भले ही अपने जीवन से मुक्त हो गये। लेकिन वह अपने पीछे कई सवाल छोड़ गये हैं। इस मामले में हर रोज नये पहलू सामने आ रहे हैं। हालांकि पुलिस ने अतुल सुभाष के सुसाइड नोट के आधार पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा और भाई अनुराग को गिरफ्तार कर लिया है।
31 दिसंबर को तीनों आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा। वहीं अब इस मामले में एक और नया तथ्य सामने आ रहा है। दरअसल जौनपुर फैमिली कोर्ट का एक दस्तावेज सामने आ रहा है। जिसमें इंजीनियर अतुल सुभाष के वेतन के बारे में जिक्र किया गया है। इस दस्तावेज ने एक बार फिर सभी को हैरत में डाल दिया है। क्योंकि एक तरफ जहां अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड नोट में अपनी सैलरी 80 हजार रुपए प्रति माह बतायी थी। वहीं पत्नी निकिता सिंघानिया ने दावा किया है कि साल 2022-23 में ही अतुल सुभाष की सैलरी ढाई लाख रुपए प्रति माह थी।
जौनपुर फैमिली कोर्ट से सामने आए मुकदमा संख्या 142/2022 के दस्तावेज के अनुसार- पेज संख्या 15 के प्वांइट नंबर 49 में निकिता सिंघानिया ने दावा किया कि इंजीनियर अतुल सुभाष 30 लाख रुपये सालाना कमाते हैं। अतुल की सैलरी ढाई लाख रुपए प्रति माह से ज्यादा है। इसी के आधार पर फैमिली कोर्ट ने अतुल को बेटे व्योम के भरण-पोषण के लिए प्रति माह 40 हजार रुपये देने का आदेश दिया था। न्यायालय ने यह भी कहा था कि यह धनराशि हर माह की 15 तारीख से पहले निकिता को देनी होगी।
अतुल ने किया था यह दावा
वहीं जौनपुर फैमिली कोर्ट में इंजीनियर अतुल सुभाष ने यह दावा किया था कि उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया की सालाना आय 20 लाख रुपए है। अतुल ने अपना वेतन निकिता से कम बताया था। अतुल के मुताबिक निकिता दिल्ली की एक कंपनी में बतौर सीनियर एनालिस्ट काम करती है। उसका सालाना वेतन 20 लाख रुपए से ज्यादा है।
वहीं मेरा वेतन 80 हजार रुपए प्रति माह है। ऐसे में वह इतने ज्यादा रकम की डिमांड कैसे कर सकती है। एक बच्चे के भरण-पोषण के लिए प्रति माह 40 हजार रुपए बहुत अधिक है। अतुल ने यह भी कहा था कि वह निकिता को 40 हजार रुपए भेजता है। लेकिन वह हर माह 80 हजार रुपए की मांग कर रही है। वह इतने पैसे कहां से लाएगा।