'यह बदलावों का दशक, देश को उठाना चाहिए अवसरों का लाभ', विकसित भारत के लक्ष्य पर PM मोदी ने कही ये बड़ी बात

NITI Ayog: इस बैठक का उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सहभागी शासन और सहयोग को बढ़ावा देना है, सरकारी हस्तक्षेपों के वितरण तंत्र को मजबूत करके ग्रामीण और शहरी दोनों आबादी के लिए जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाना है।

Newstrack :  Network
Update: 2024-07-27 11:38 GMT

Niti Aayog Meeting 2024 (सोशल मीडिया) 

Niti Aayog Meeting 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शनिवार को नीति आयोग की नौवीं गवर्निंग काउंसिल (शासी परिषद) नई दिल्ली में हुई। बैठक का आयोजन राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र हुआ। इस बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, उपराज्यपालों, केंद्रीय मंत्रियों और नीति आयोग के सदस्यों ने भाग लिया, जबकि इंडिया गठबंधन के वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों इस बैठक से दूर बनाई। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि 2047 तक भारत को विकसित देश बनाना हर भारतीय की महत्वाकांक्षा है। राज्य इस लक्ष्य में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

विकसित भारत का लक्ष्य हर भारतीय की महत्वाकांक्षा

बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य हर भारतीय की महत्वाकांक्षा है। राज्य इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं क्योंकि वे सीधे लोगों से जुड़े हुए हैं। यह दशक बदलावों, तकनीकी और भू-राजनीतिक बदलावों और अवसरों का है। भारत को इन अवसरों का लाभ उठाना चाहिए और अपनी नीतियों को अंतर्राष्ट्रीय निवेश के अनुकूल बनाना चाहिए। यह भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में प्रगति की सीढ़ी है।

हम सही दिशा में बढ़ रहे,बोले मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। हमने सौ साल में एक बार आने वाली महामारी को हराया है। हमारे लोग उत्साह और आत्मविश्वास से भरे हुए हैं। हम सभी राज्यों के संयुक्त प्रयास से 2047 तक विकसित भारत के अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। उन्होंने कह कि विकसित राज्य ही विकसित भारत का निर्माण करेंगे। भारत एक युवा देश है। वह अपने कार्यबल के कारण पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा आकर्षण है। बैठक में मुख्यमंत्रियों ने मोदी ने कहा कि हमें अपने युवाओं को एक कुशल और रोजगार योग्य कार्यबल बनाने का लक्ष्य रखना चाहिए।

पीएम मोदी ने विकसित भारत बनाने के लिए कौशल, अनुसंधान, नवाचार और नौकरी आधारित ज्ञान पर जोर देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मुद्रा, पीएम विश्वकर्मा, पीएम स्वानिधि जैसी योजनाएं व आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार आदि का उपयोग भारतीय समाज और अर्थव्यवस्था में परिवर्तनकारी बदलाव लाने के लिए किया जाना चाहिए।

पीएम ने बताया बैठक का उद्देश्य

बैठक के मसकद पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस बैठक का उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सहभागी शासन और सहयोग को बढ़ावा देना है, सरकारी हस्तक्षेपों के वितरण तंत्र को मजबूत करके ग्रामीण और शहरी दोनों आबादी के लिए जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाना है।

भारत को विकसित देश बनाने का दृष्टिकोण पत्र तैयार

भारत को अपनी स्वतंत्रता के 100वें वर्ष यानी 2047 तक 30,000 अरब डॉलर की विकसित अर्थव्यवस्था बनने में मदद करने के लिए एक ‘दृष्टिकोण पत्र’ तैयार किया जा रहा है। नीति आयोग को 2023 में 10 क्षेत्रीय विषय पर दृष्टिकोणों को समेकित कर ‘विकसित भारत एट 2047’ के लिए एक संयुक्त दृष्टिकोण तैयार करने का कार्य सौंपा गया था। इस दृष्टिकोण पत्र में विकास के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है। इसमें आर्थिक वृद्धि, सामाजिक प्रगति, पर्यावरण अनुकूल उपाए और संचालन व्यवस्था शामिल हैं।

Tags:    

Similar News