जदयू नेताओं ने राजद को घेरा, तेजस्वी पर लगाए संगीन आरोप
नीतीश के काफिले पर पथराव की घटना पर तेजस्वी के रूख की तीखी आलोचना करते हुए जदयू ने राजद पर हमला बोला।बक्सर के डुमरांव में शुक्रवार की समीक्षा यात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार के काफिेले पर हुए हमले में गांव के दलित टोले के गुस्साए लोगों ने पथराव कर
पटना: नीतीश के काफिले पर पथराव की घटना पर तेजस्वी के रूख की तीखी आलोचना करते हुए जदयू ने राजद पर हमला बोला।बक्सर के डुमरांव में शुक्रवार की समीक्षा यात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार के काफिेले पर हुए हमले में गांव के दलित टोले के गुस्साए लोगों ने पथराव कर दिया। मुख्यमंत्री को तो चोट तो नहीं लगी, लेकिन एक दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए और एक थानेदार का सिर फूट गया।
इस घटना पर प्रतिपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री को आत्मचिंतन करने की सलाह दी है।इसी को ले कर आज जदयू ने तेजस्वी यादव पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा है कि इस घटना के बाद उनका बयान शक पैदा करता है।राजद ने आरोप को गलत ठहराया है तो वहीं कांग्रेस ने इसकी निंदा की है।
जदयू नेता संजय सिंह ने कहा है कि तेजस्वी का बयान यह दर्शाता है कि काफिले पर किए गए इस हमले में उनकी मिली भगत है।राजनीति में विरोध करना ठीक है लेकिन इस तरह हमला करवाना ठीक नहीं।हिंसा के लिए राजनीति में जगह नहीं। इस तरह का हमला दुर्भाग्यपूर्ण है।
इसपर जदयू के नीरज कुमार ने कहा कि जदयू के लोग एेसी-वैसी बात नहीं करते हैं। एेसा हुआ होगा इससे इंकार नहीं किया जा सकता। हमने जो काम किया है और जनता का भरोसा जीता है उसे देखकर विपक्षी लोगों को बर्दाश्त नहीं हो रहा। हताशा में कुछ भी कर सकते हैं।
राजद के वरिष्ठ नेता रामचंद्र पूर्वे ने बचाव करते हुए कहा कि जदयू के इन छोटे नेताओं की बातों पर ध्यान नहीं देते। अगर आप काम नहीं करेंगे तो जनता का आक्रोश झेलना ही पड़ेगा। सीएम नीतीश को अफसर घेरे रहते हैं और वही दिखाते हैं जो वो देखना चाहते हैं लेकिन जनता की परेशानियों को नहीं बताते। अगर जनता अपनी परेशानियां सीएम को बताना चाहते हैं तो गलत क्या है? तेजस्वी या राजद एेसी राजनीति पर भरोसा नहीं करते।
जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि राजद का इतिहास रहा है हिंसा की राजनीति करना। आप इतिहास उठाकर देख लीजिए।