बंगाल में भारी नड्डा-शाह: कर दिया पार्टी ने ये बड़ा ऐलान, हिल जाएगी ममता सरकार
पश्चिम बंगाल में अपनी सरकार गठन के लिए भाजपा यहां पिछले छह साल से लगातार मेहनत कर रही है। वहीं उसका वोट प्रतिशत भी लगातार बढ़ता जा रहा है। यही कारण भाजपा यहां पर पहली बार अपनी सरकार बनाने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त दिख रही हैं।
नई दिल्ली: अगले साल पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपनी तैयारियां तेज शुरू कर दी है। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाल के पश्चिम बंगाल के दौरे के बाद जिस तरह से कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार हुआ है उसे देखते हुए पार्टी ने तय किया है कि अब हर महीने अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा पश्चिम बंगाल का दौरा करेगें।
ये भी पढ़ें:सीएम नीतीश के नए मंत्रिमंडल पर उठे सवाल, इण्टर पास को दिए छह विभाग
पश्चिम बंगाल में अपनी सरकार गठन के लिए भाजपा यहां पिछले छह साल से लगातार मेहनत कर रही है। वहीं उसका वोट प्रतिशत भी लगातार बढ़ता जा रहा है। यही कारण भाजपा यहां पर पहली बार अपनी सरकार बनाने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त दिख रही हैं।
भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 18 लोकसभा सीटों पर कब्जा किया है
2014 के आम चुनाव में बंगाल में मात्र 2 सीटें जीतने वाली भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 18 लोकसभा सीटों पर कब्जा किया है। अगर लोकसभा चुनाव के नतीजों के आधार पर विधानसभा सीट वार विश्लेषण करें तो विधानसभा की कुल 294 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने लगभग 130 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त बनाई है। वहीं सत्तारूढ दल टीएमसी मात्र 158 सीटों पर बढ़त मिली है। ऐसे में जब दो साल बाद 2021 में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव है तो वहां भाजपा और टीएमसी के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिलेगा।
भाजपा का आत्मविश्वास साफ दिख रहा है
यही कारण है कि पिछले तीन चार सालों से भाजपा कार्यकर्ताओं और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच लगातार टकराव की खबरें आती रही हैं। हाल ही में बिहार में मिली भारी सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी बंगाल में हिंसात्मक राजनीति पर सवाल उठा चुके हैं। वह इस तरह की राजनीति की आलोचना करने के साथ ही इस बात के संकेत भी दे चुके हैं कि अगली सरकार पश्चिम बंगाल में भाजपा की ही बनने जा रही है। इसके पीछे भाजपा का आत्मविश्वास साफ दिख रहा है । भाजपा रणनीतिकारों का मानना है कि जिस तरह से इस प्रदेश में भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ रहा है वह इस बात का संकेत है कि इस प्रदेश की जनता अब ममता बनर्जी सरकार से पूरी तरह से ऊब चुकी हैं।
ये भी पढ़ें:हादसे से हिली BJP: खुशबू सुंदर की हालत हुई खराब, कार हो गई क्षतिग्रस्त
यहां यह बताना जरूरी है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की कुल 42 लोकसभा सीटों में से तृणमूल कांग्रेस ने 22 सीटों पर और भाजपा ने 18 सीटों पर जीत हासिल की। अब अगर दोनों ही पार्टियों के मिले वोट शेयर को देखे तो टीएमसी को जहां 43.3 प्रतिशत वोट मिले तो भाजपा ने अपने वोट फीसदी में पिछले चुनाव के मुकाबले लगभग 23 फीसदी का इजाफा करते हुए 40.3 प्रतिशत वोटों पर कब्जा किया। जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को मात्र 17 फीसदी मत मिले थे।
रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।