उत्‍तराखंड के नए मुख्‍य सचिव की ऐसी है छवि, जानिए इनके बारे में

अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश को सरकार ने उत्तराखंड का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है। इस संबंध में अपर मुख्‍य सचिव राधा रतूड़ी की ओर से गुरुवार को आदेश जारी किए हैं। जिसमें कहा गया कि शासन द्वारा जनहित में मुख्‍य सचिव के पद पर तैनात करने का निर्णय लिया है। 1

Update: 2020-07-31 04:28 GMT

देहरादून अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश को सरकार ने उत्तराखंड का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है। इस संबंध में अपर मुख्‍य सचिव राधा रतूड़ी की ओर से गुरुवार को आदेश जारी किए हैं। जिसमें कहा गया कि शासन द्वारा जनहित में मुख्‍य सचिव के पद पर तैनात करने का निर्णय लिया है। 1987 बैच के आइएएस और मौजूदा वरिष्ठतम अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश का नया मुख्य सचिव बनना तय था। सूबे की मौजूदा मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो गए।

 

यह पढ़ें....कांग्रेस में नई जंग: बुजुर्ग बनाम युवा का संघर्ष, पार्टी सांसदों की बैठक में दिखा नजारा

 

ओमप्रकाश पर कई आरोप लगे

कोरोना काल में वीवीआईपी पास देने का मसला इसके अलावा ढैंचा बीज घोटाले, ओनिडा फैक्ट्री अग्निकांड व मृत्युंजय मिश्रा के मुद्दे पर भी वरिष्ठ अधिकारी ओमप्रकाश पर कई आरोप लगे। लेकिन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के विश्वस्त ओमप्रकाश को सीएम त्रिवेंद्र ने ईनाम भी दिया।सत्ता के गलियारों में नए मुख्य सचिव को लेकर तरह तरह की बाते है। शिक्षा विभाग में प्रोफेसर मृत्युंजय मिश्रा सत्ता के दमदार लोगों के आशीर्वाद की वजह से हर सरकार में खास खास कुर्सियों में रहा। बाद में एक स्टिंग मामले और उगाही समेत अन्य कई गंभीर धाराओं में मृत्युंजय मिश्रा को जेल जाना पड़ा।

ओमप्रकाश से मृत्युंजय के गहरे संबंध भी है ये कई बार सुर्खियां में रहा। मृत्युंजय मिश्रा लगभग 18 महीने से अभी भी जेल में ही है। लेकिन सत्ता के गलियारों में मृत्युंजय मिश्रा की जिन हस्तियों से नजदीकी रही, उनमें कुछ पूर्व मुख्यमंत्रियों के करीबी भी शामिल है।

 

 

यह पढ़ें....कांग्रेस सांसदों ने फिर की राहुल की वकालत, पार्टी की बैठक में उठी ये मांग

 

सीएम त्रिवेंद्र रावत के भरोसेमंद ओमप्रकाश शासन के मुखिया बन गए है। अब उत्तराखण्ड की विकास योजनाओं को भ्र्ष्टाचार मुक्त रखते हुए अंजाम तक पहुंचाना सबसे बड़ी चुनौती रहेगी। नए मुख्य सचिव को उन लोगों से भी सचेत रहना होगा। उत्तराखंड के सुदूरवर्ती बाशिंदे को सरकारी विकास योजनाओं का वास्तविक लाभ मुहैया करवाने का तोड़ भी नए मुखिया ओमप्रकाश को ही तलाशना पड़ेगा।

बता दें कि सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत का बेहद विश्वासपात्र ओम प्रकाश 1987 बैच के IAS अफसर रह चुके हैं। वरिष्ठता के क्रम की बात करें तो आईएएस ओमप्रकाश को मुख्य सचिव बनना पहले से तय था। अब देखना होगा कि सीएम के विश्वास पात्र जनता का कितना भरोसा जीत पाते हैं।

दोस्तों देश-दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News