कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान का बड़ा फैसला, कोर्ट ने दिया भारत को मौका

पाकिस्तान की इस्लामाबाद हाईकोर्ट में कुलभूषण जाधव ने भारत को कुलभूषण जाधव के लिए वकील नियुक्त करने का एक और मौका दिया है।

Update: 2020-09-03 13:20 GMT
पाकिस्तान की इस्लामाबाद हाईकोर्ट में कुलभूषण जाधव ने भारत को कुलभूषण जाधव के लिए वकील नियुक्त करने का एक और मौका दिया है।

नई दिल्ली: पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को लेकर बड़ी खबर है। इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने गुरूवार को कुलभूषण जाधव की पैरवी करने के लिए भारत की ओर से वकील नियुक्त करने का मौका दिया है। वहीं इस केस की अगली सुनवाई 6 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी है। ऐसे में अब भारत कुलभूषण जाधव की सुनवाई को लेकर डिफेंस काउंसिल मुहैया करवा सकता है।

इस्लामाबाद हाईकोर्ट में कुलभूषण जाधव मामले की सुनवाई

दरअसल, सोमवार को पाकिस्तान की इस्लामाबाद हाईकोर्ट में कुलभूषण जाधव के लिए डिफेंस काउंसिल की नियुक्ति से संबंधित मामले पर सुनवाई हुई। इस दौरान हाई कोर्ट ने भारत को कुलभूषण जाधव के लिए वकील नियुक्त करने का एक और मौका दिया है। कोर्ट ने पाकिस्तान सरकार को निर्देश दिए कि वे जाधव के लिए वकील नियुक्त करने के लिए भारत को मौका दें। इसके साथ ही केस की अगली सुनवाई 6 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी गयी।

कुलभूषण जाधव के लिए वकील नियुक्त करने का दिया मौका

बता दें कि इससे पहले कोर्ट ने भारतीय अधिकारियों को भी कुलभूषण जाधव के लिए वकील नियुक्त करने का मौका देने को कहा था। जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने मौत की सजा दी थी। इस्लामाबाद उच्च न्यायालय इस सजा की समीक्षा के लिए वकील की नियुक्ति पर सुनवाई कर रहा है।

ये भी पढ़ें- चीन की Dirty politics: ग्लोबल टाइम्स ने धमकी भरे लेख छापे, कही ये बातें

पाकिस्तान की सैन्य अदालत जाधव को दी थी मौत की सजा

गौरतलब है कि भारत के रिटायर नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को अप्रैल 2017 में जासूसी और आतंकवाद के आरोप में पाकिस्तान ने गिरफ्तार कर मौत की सजा सुनाई थी।

ये भी पढ़ें- लालू से मिलने की होड़: रिम्स बना बिहार की राजनीति का केंद्र, जानें वजह

मामला अंतरराष्ट्रीय कोर्ट तक पहुंचा तो पाकिस्तान ने एक विशेष कानून पेश कर जाधव को अपनी सजा की समीक्षा करने की अनुमति दी। भारत ने अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में जाधव को पाकिस्तान द्वारा वकील मुहैया नहीं कराने और मौत की सजा को चुनौती नहीं दे पाने के खिलाफ अपील की थी।

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News