Pakistan Drone In Valley: BSF ने मार गिराया पाकिस्तानी ड्रोन, टिफिन बॉक्स में भरे थे टाइमर वाले बम
जम्मू-कश्मीर के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कानाचक इलाके में सोमवार देर रात साढ़े 11-12 बजे के बीच ड्रोन गतिविधि देखी गई। जिसके बाद सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान सतर्क हुए।
Pakistan Drone In Valley : भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। पाकिस्तान की ओर से ड्रोन के जरिये लगातार संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम देता रहता है। इसी क्रम में सोमवार देर रात ऐसी ही नापाक हरकत देखने को मिली। पाकिस्तान कभी कश्मीर (Kashmir) तो कभी पंजाब (Punjab) और कभी राजस्थान (Rajasthan) के सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन (Drone) के जरिए साजिश रचता रहता है। इसी कड़ी में ताजा मामला जम्मू-कश्मीर (Jammu And Kashmir) का है।
जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के अंतरराष्ट्रीय सीमा (International Border) पर कानाचक इलाके(Kanachak Area) में सोमवार देर रात साढ़े 11-12 बजे के बीच ड्रोन गतिविधि देखी गई। जिसके बाद सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान सतर्क हुए। उन्होंने फायरिंग की। घटना की सूचना मिलने के बाद पूरे इलाके में देर रात सर्च अभियान (Search Operation) चलाया गया।
आवाज़ के बाद गोलियां चलाई
सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने मंगलवार (7 जून) को भी जम्मू जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा (India-Pakistan Border) पर ड्रोन जैसी आवाज सुनी। जिस पर उन्होंने गोलीबारी की। बावजूद उन्हें लगा कि एक ड्रोन उनकी तरफ ही उड़ रहा है। इस संबंध में बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि अखनूर इलाके(Akhnoor Area) में करीब 800 मीटर की ऊंचाई से कुछ आवाज सुनकर सतर्क जवानों ने गोलियां चलाईं। साथ ही, संबंधित अधिकारियों को सूचना दी।
बच्चों के टिफिन बॉक्स में आईईडी
BSF ने आगे बताया कि, ड्रोन से जुड़े पेलोड को नीचे लाया गया। जवानों ने देखा कि पेलोड में बच्चों के टिफिन बॉक्स के भीतर तीन चुंबकीय आईईडी (Magnetic IED) पैक किए गए थे। इसमें अलग-अलग समय के लिए टाइमर सेट (Timer Set) किया गया था। सुरक्षाबलों ने आईईडी को निष्क्रिय कर दिया। इस संबंध में एक मामला दर्ज किया गया है।
BSF का पहरा
सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, भारत-पाकिस्तान सीमा पर हर जगह ड्रोन का खतरा लगा रहता है। मगर, सीमा पार से किसी भी नापाक मंसूबे को नाकाम करने के लिए सुरक्षा बल 24 घंटे सतर्क हैं। उन्होंने ये भी कहा कि बॉर्डर पर लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियंत्रण रेखा (LOC) पर सेना और BSF का पूरी तरह से पहरा है।
अमरनाथ यात्रा से पहले हुई ये घटना
बता दें कि, सीमा पार से बार-बार ड्रोन गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। ऐसी हरकतों के बाद पुलिस तलाशी दल नियमित रूप से उस क्षेत्र में भेजे जा रहे हैं। चूंकि, यह घटना दक्षिण कश्मीर हिमालय में पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए होने वाली वार्षिक तीर्थयात्रा शुरू से पहले हुई है। इसलिए यात्रा से पहले सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। ज्ञात हो कि, आगामी 30 जून से 43 दिनों की अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) दो मार्गों से शुरू होने वाली है।