नई दिल्ली: पठानकोट में वायुसेना स्टेशन पर हुए आतंकी हमले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को आरोप पत्र दाखिल किया है। इसमें आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर सहित संगठन के तीन अन्य आतंकियों के नाम हैं। हमले के लगभग एक साल बाद पंचकूला की विशेष अदालत में दाखिल किए गए विस्तृत आरोप पत्र में सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने भारत में अशांति फैलाने में आतंकी समूह जैश की भूमिका को उजागर किया।
हमले के बाद जारी किया था वीडियो
चार्जशीट में अजहर मसूद के भाई रऊफ असगर का भी बतौर आरोपी नाम है। इसमें कहा गया है कि पठानकोट हमले के तुरंत बाद उसने एक वीडियो संदेश जारी किया था जिसमें आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस वीडियो में हमले में अजहर की भूमिका का महिमामंडन भी किया गया था।
भारत बेनकाब करने को करेगा इस्तेमाल
गौरतलब है कि मसूद अजहर वही आतंकी है जिसे 1999 में इंडियन एयरलाइन्स के अपहृत विमान आईसी-814 के यात्रियों की सुरक्षित रिहाई के बदले में छोड़ा गया था। उम्मीद है भारत इस आरोप पत्र का इस्तेमाल विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंकी हमले में मसूद अजहर की भूमिका का पर्दाफाश करने के लिए करेगा।
संसद की स्टैंडिंग कमेटी ने गृह मंत्रालय से पूछे सवाल
-स्टैंडिंग कमेटी का कहना है कि आतंकी हमले की जानकारी के बावजूद भी आतंवादी एयर बेस में कैसे घुसे।
-जांच एजेंसियों के मुताबिक आतंघती हमलें में चार आतंकियों के नाम शामिल है।
-इसके अलावा इस हमलें को अंजाम देने में जैश ए मोहम्मद की भूमिका का ज़िक्र होगा।
-रिपोर्ट के अनुसार हमले की ठोस और विश्वसनीय खुफिया जानकारी होने के बावजूद ढिलाई बरती गई।
-हालांकि सुरक्षा में चूक की बात को गृह मंत्रालय ने नकार दिया है।
आगे की स्लाइड में पढ़ें कैसे हुआ था पठानकोट एयरबेस पर हमला...
31 दिसंबर 2015 को भारतीय सीमा में घुसे आतंकी ने पंजाब के पठानकोट पर हमला करें के लिए एक रणनीति के मुताबिक आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था। आतंकियों ने मरीज को हॉस्पिटल ले जनके बहाने एक इनोवा कार बुलाई। ड्राइवर से पठानकोट चलने को कहा इसके बाद इकागर सिंह ने उनको गाड़ी में बैठा लिया । लेकिन कुछ ही देर में इकागर को आतंकियों के होने की भनक लग गई और उसने कार पठानकोट की बजाय अपनी गांव की तरफ मोड़ लिया। आतंकियों और इकागर भिड़त हुई लेकिन आतंकियों के पास भरी तदाद में हथियार होने के चलते वह नहीं जीत सका और आतंकियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया।
रास्ते में पंजाब पुलिस का चेक पोस्ट मिला
आतंकियों ने गुरदासपुर के एसपी सलविंदर सिंह, उनके दो साथियों और उनकी नीली बत्ती लगी एसयूवी को हाइजैक कर लिया। 2 जनवरी, 2016 को सूबेदार मेजर फतेह सिंह सुरक्षा जायजा लेने पठानकोट एयरबेस पहुंचे। गाडी कि आवाज सुन आतंकियों फायरिंग करनी शुरू कर दी। आतंकियों ने फतेह सिंह हमला किया बाद में आरोपी कैंटीन में घुस गए जहां कुक मूल चंद और हवलदार कलर्क जगदीश चंद काम कर रहे जिन्हें हमलावारों ने मार दिया।
पंजाब पुलिस ने चारो तरफ से घेर रखा था एयरबेस को
पंजाब पुलिस के साथ सभी सुरक्षा एजेंसियों ने एयरबेस को चारों तरफ से घेर लिया।
चारो तरफ से फायरिंग कि आवाजे गूंज रही थी ।
हेलीकॉप्टर के जरिए भी आतंकियों पर हमला किया गया ।
जिसमे सुरक्षा एजेंसियों ने करीब चार आतंकियों को मार गिराया।
लेकिन इस कार्रवाई में भारत के 10 जवान शहीद हो गए।