Patna Graduate Chai Wali: कौन है ग्रेजुएट चाय वाली, जिस पर टूटा मुसीबतों का पहाड़ और मददगार बना लालू परिवार
Patna Graduate Chai Wali: पटना में अपने अनोखे कॉन्सेप्ट को लेकर टी स्टॉल लगाने वाली प्रियंका गुप्ता(Priyanka Gupta) का बिजनेस काफी जबरदस्त तरीके से चल रहा था। लेकिन बीते दिनों ग्रेजुएट चाय वाली के ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा।
Patna Graduate Chai Wali: बिहार की राजधानी पटना में ग्रेजुएट चाय वाली बहुत ज्यादा मशहूर है। अपने अनोखे कॉन्सेप्ट को लेकर टी स्टॉल लगाने वाली प्रियंका गुप्ता(Priyanka Gupta) का बिजनेस काफी जबरदस्त तरीके से चल रहा था। लेकिन बीते दिनों ग्रेजुएट चाय वाली के ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। जिस टी स्टॉल से ग्रेजुएट चाय वाली यानी प्रियंका गुप्ता(Graduate Chai Wali Tea Stall Patna) को इतनी ज्यादा प्रसिद्धि मिली थी, उसी टी स्टॉल को नगर निगम द्वारा बीती 18 अगस्त को अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत हटा दिया था। अपनी आंखों के सामने अपने जिगर के टुकड़े को जब्त होता देख प्रियंका की आंखों में आंखू आ गए।
पटना की रहने वाली प्रियंका गुप्ता की टी स्टॉल हटाने को लेकर का कहना है कि इस टी स्टॉल की वजह से यहां पर रोज जाम लगता है। लेकिन अपने ऊपर आई मुसीबत के बाद प्रियंका शांत नहीं बैठी। प्रियंका की मदद के लिए कई लोग आगे आए। इसके बाद प्रियंका ने आरजेडी के मुखिया लालू प्रसाद यादव से मदद की गुहार लगाई। तब प्रियंका की मदद के लिए लालू परिवार आगे आया।
फिर लगा ग्रेजुएट चाय वाली का टी स्टॉल
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) ने एक बार फिर से प्रियंका का टी स्टॉल वापस से लगवा दिया। इसके बाद प्रियंका की खुशी का ठिकाना नहीं था। साथ ही प्रियंका की चाय के दीवानों का जुनून भी बरकरार था। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा था।
दरअसल प्रियंका गुप्ता जोकि पटना की रहने वाली है। उसने अर्थशास्त्र में ग्रेजुएट किया हुआ है। लेकिन प्रियंका गुप्ता को सरकारी नौकरी की चाह थी। कई बार प्रयासों के बाद भी जब सरकारी नौकरी पाने में प्रियंका सफल न हो सकी तो उन्होंने पटना के एक महिला कॉलेज के बाहर एक चाय की दुकान लगा ली है। जोकि पूरे पटना में ग्रेजुएट चाय वाली के नाम से फेमस हो गईं।
24 साल की प्रियंका गुप्ता का मानना है कि चाय की दुकान लगाने का उसका कदम उसे "आत्मनिर्भर" बनाता है। प्रियंका 'एमबीए चाय वाला' को भी अपना रोल मॉडल मानती हैं।
प्रियंका ने अपने बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए कई अपरंपरागत तरीके अपनाए हैं। उसे अपने स्टॉल पर आकर्षक पंचलाइन वाले बैनर लगाए थे। उसके मेनू में चाय की विभिन्न किस्में भी शामिल हैं।
प्रियंका ने यह भी कहा कि उन्होंने अपना व्यवसाय स्थापित करने से पहले दो महीने तक बाजार को लेकर रिसर्च की थी। वह शहर भर में विभिन्न दुकानों में उनके व्यापार मॉडल और पेश की जाने वाली चाय की किस्मों को समझने के लिए गई। अपने बिजनेस को शुरू करने के लिए प्रियंका ने बैंक से लोन की अपेक्षा की थी, लेकिन उसे कहीं से लोन नहीं मिला। तब जाकर उसने अपने एक दोस्त से 30,000 रुपये उधार लिए और अपना व्यवसाय शुरू किया। जिसे आज हर कोई ग्रेजुएट चाय वाली के नाम से जानता है।