Payment without UPI: आरबीआई लायेगा पेमेंट का नया ऑप्शन, बिना इंटरनेट भी कर सकेंगे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन

Payment without UPI: RBI एक लाइटवेट पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम लाने वाला है, जो ऐसी परिस्थितियों में पैसे भेजने के काम आएगा जब इंटरनेट काम नहीं करता है।

Update:2023-05-31 20:36 IST
RBI will bring a new option of payment(Pic Credit- Social Media)

Payment without UPI: ऑनलाइन पेमेंट करने में इंटरनेट खलल बनता है। इस परेशानी को दूर करने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया(RBI) कुछ नया ऑप्शन लाने वाला है। यह एक लाइटवेट पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम के आधार पर काम कर सकेगा। यह सिस्टम प्राकृतिक आपदा(Natural Disasters) या फिर हिंसा ग्रस्त इलाकों(violence-prone areas) में कम से कम सोर्स के साथ काम करने में सफल होगा। साथ ही यूजर्स को पैसे ट्रांसफर करने की सरल सुविधा भी प्रदान करेगा। आपको बता दे कि आरबीआई ने अभी इस सिस्टम को लॉन्च करने का वास्तविक तारीख नहीं बताया है।


अभी के सारे ऑप्शन इंटरनेट पर डिपेंड है,


वर्तमान में मौजूद पेमेंट ऑप्शन जैसे UPI , NEFT या फिर RTGS हो ये सभी ऑप्शन इंटरनेट और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से ही काम करते हैं। RBI का कहना है कि लाइटवेट पेमेंट सिस्टम इन तकनीकों पर निर्भर नहीं रहेगा यानी मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट नहीं होने पर भी इस सिस्टम से पैसे ट्रांसफर कर पाएंगे।

RBI की रिपोर्ट में लाइटवेट सिस्टम मेंशन,


RBI ने साल 2022-23 के सालाना रिपोर्ट 30 मई को जारी की। इसमें आरबीआई ने एक लाइटवेट और पोर्टेबल पेमेंट सिस्टम की भी बात मेंशन की है। RBI ने लिखा है कि यह सिस्टम मिनिमल हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के साथ काम करने में सफल होगा। लेकिन सिर्फ ज़रूरत की स्थिति में ही इस सिस्टम का इस्तेमाल किया जा सकता है। यानी UPI और पेमेंट के दूसरे तरीकों की तरह लाइटवेट सिस्टम ओपन टू ऑल फॉर्मेट में नहीं रहेगा। यह सिस्टम बशर्तें कुछ खास स्थितियों में भी यूज में लाया जाएगा। जिन स्थितियों में पेमेंट के प्रचलित सिस्टम काम नहीं कर पाएंगे।
RBI का कहना है कि किसी भी विषम परिस्थिति में भी देश के लोगों द्वारा पेमेंट और सेटलमेंट सिस्टम को थमने नहीं देगा और इकॉनमी की के फ्लो को बचाए रखेगा। इस सिस्टम के आने से जरूरी पेमेंट सेवाओं में रुकावट नहीं मिलेगी। इस सिस्टम का उद्देश्य ट्रांजैक्शंस में मदद करना है जो अर्थव्यवस्था को स्टेबल रखने के लिए ज़रूरी हैं।
केंद्रीय बैंक ने अपने स्टेटमेंट में बताया है कि, “यह पेमेंट सिस्टम में उसी तरीके से काम करेगा जैसे वॉर की स्थिति में बंकर काम करता है। यह ज्यादा भयावह स्थिति में भी डिजिटल पेमेंट और फाइनेंशियल मार्केट के इंफ्रास्ट्रक्चर पर लोगों का भरोसा बढ़ाएग।”


लाइटवेट सिस्टम कैसे अलग है?


भारत में अभी कई सारे पेयमेंट ऑप्शन है। RBI का मानना है कि यह ऑप्शन सभी बड़े से बड़े, छोटे से छोटे ट्रांजैक्शन करने में भी सफल रहेगा। यह सभी रूप से सक्षम है हालांकि, यह एक कॉम्प्लेक्स नेटवर्क और एडवांस्ड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर पर आधारित है। RBI का कहना है कि आपदा वाले स्थिति में टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रभावित होता है जिसके कारण यह पेमेंट के सिस्टम काम करने में सक्षम नहीं होते है। इसलिए यह जरूरी है कि ऐसी सिचुएशन में भी पेमेंट ऑप्शन को बरकरार रखने के लिए कोई सफल विकल्प पहले से हम तैयार रखे।

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