देख लो इंसानों! गधे हैं ज्यादा काबिल, तभी मिल रहा ऐसा सम्मान
आपने नाग की पुजा करना सुना होगा, आपने बैलों की पूजा करना सुना होगा या देखा होगा। पर क्या आपने गधों की पूजा करना सुना है? जी हां, जिस तरह महाराष्ट्र में ‘पोला’ के पर्व पर बैलों की पूजा होती है।
आपने नाग की पुजा करना सुना होगा, आपने बैलों की पूजा करना सुना होगा या देखा होगा। पर क्या आपने गधों की पूजा करना सुना है? जी हां, जिस तरह महाराष्ट्र में ‘पोला’ के पर्व पर बैलों की पूजा होती है। उसी तरह अकोला जिले में कुछ समुदाय ऐसे हैं जो ‘पोला पर्व’ के दिन गधों की पूजा करते हैं. जिसे वहां पर ‘गधा पोला’ कहा जाता है।
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दरअसल, महाराष्ट्र में ये पर्व किसान अपनी किसानी में पूरे साल मेहनत करने के लिए, बैलों का धन्यवाद करने के लिए करते हैं। जिसे वहां पर ‘बैल पोला’ भी कहा जाता है। उसी तरह भोई और कुम्हार समुदाय के लोग गधों को आभार प्रकट करने के लिए ये पर्व मनाते हैं। कल यानी शुक्रवार 30 अगस्त को ये पर्व मनाया गया।
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इस बारे में समुदाय के एक व्यक्ति ने बताया कि, बरसात में जब सड़कें खराब होती हैं तो खेती के लिए खाद ढोने में सबसे ज्यादा गधे ज्यादा उपयोगी होते हैं। उन्होंने बताया कि, इस दिन गधों को नहवा कर, उन्हें फूलों से सजाया जाता है और उनकी पूजा की जाती है। साथ ही इस परंपरा के धीरे-धीरे कम होने पर उन्होंने दुख जताया और बताया कि, धीरे-धीरे ये परंपरा कम हो रही, क्योंकि अब की पीढ़ी दूसरे पेशों में जा रही है।