भारत से जाने वाला पेट्रोल-डीजल नेपाल में सस्ता, सीमावर्ती इलाकों में हो रही तस्करी
कोरोना की पाबंदियों के चलते सीमा पूरी तरह खुली न होने के कारण तस्कर भी तेल का खेल करने में जुट गए हैं। डीजल और पेट्रोल की तस्करी की जानकारी मिलने के बाद सीमावर्ती इलाकों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
नई दिल्ली: नेपाल में पेट्रोल भारत से ही भेजा जाता है मगर नेपाल में पेट्रोल भारत से सस्ता बिक रहा है। वह भी एक दो रुपए नहीं है बल्कि करीब 22 रुपए प्रति लीटर सस्ता। यही कारण है कि सीमावर्ती इलाकों के लोगों ने पड़ोसी देश से पेट्रोल लाने का काम शुरू कर दिया है।
कोरोना की पाबंदियों के चलते सीमा पूरी तरह खुली न होने के कारण तस्कर भी तेल का खेल करने में जुट गए हैं। डीजल और पेट्रोल की तस्करी की जानकारी मिलने के बाद सीमावर्ती इलाकों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
ये भी पढ़ें:फूल-गुलाल की होली के बीच निकली शोभा यात्रा, भक्ति भाव में झूमे श्रद्धालु
नेपाल में भारत ही भेजता है पेट्रोल-डीजल
मजे की बात यह है कि नेपाल में बिकने वाला सस्ता तेल भारत से ही भेजा जाता है। दोनों देशों के बीच पुरानी संधि के तहत इंडियन आयल कारपोरेशन ही खाड़ी देशों से नेपाल के लिए भी ईंधन मंगाता है। कारपोरेशन की ओर से नेपाल को ईंधन सप्लाई खरीद मूल्य पर ही की जाती है। नेपाल से केवल रिफाइनरी शुल्क ही वसूला जाता है।
दोनों देशों की कीमतों में भारी अंतर
नेपाल और भारत में पेट्रोल की कीमतों में काफी अंतर है। बिहार के अररिया में पेट्रोल 93 रुपए प्रति लीटर से ऊपर बिक रहा है जबकि नेपाल में इसकी कीमत 70.62 रुपए प्रति लीटर है।
यूपी से सटे नेपाल के धनगढ़ी में तो पेट्रोल 69 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। इससे समझा जा सकता है कि भारत और नेपाल में पेट्रोल की कीमतों में कितना फर्क है। यही कारण है कि सीमावर्ती इलाकों के लोग नेपाल से पेट्रोल और डीजल लाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
पगडंडियों के सहारे की जा रही तस्करी
भारत और नेपाल की खुली सीमा में 30 से ज्यादा ऐसी जगह है जहां लोग पगडंडियों के सहारे खुलेआम नेपाल आने-जाने में सक्षम है और इन्हीं के सहारे अब डीजल और पेट्रोल की तस्करी की जा रही है। सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले तस्कर भी तेल के खेल में जुटे हुए हैं।
सीमावर्ती इलाकों के पेट्रोल पंप मालिकों का भी मानना है कि नेपाल से पेट्रोल की तस्करी का बिक्री पर असर साफ तौर पर दिख रहा है। कई लोग कनस्तर में भरकर डीजल और पेट्रोल नेपाल से लाकर स्थानीय बाजारों में बेचने का धंधा कर रहे हैं।
टंकी फुल करवाकर लौटते हैं वाहन चालक
जानकारों का कहना है कि भारत से नेपाल जाने वाले वाहनों के चालक भी वहां से टैंक भरवाकर लौटते हैं क्योंकि ऐसा करने से उन्हें आर्थिक फायदा होता है। कोरोना के कारण उत्तराखंड से लगने वाली नेपाल की सीमा अभी पूरी तरह खुली नहीं है, लेकिन यहां भी सीमा खुलने के बाद पेट्रोलियम पदार्थों की तस्करी बढ़ने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। उत्तराखंड के मुकाबले नेपाल में पेट्रोल का रेट 17 और डीजल का रेट 20 रुपए सस्ता है।
सीमावर्ती इलाकों में सतर्कता के निर्देश
सीमावर्ती इलाकों में चल रहे तेल के खेल के कारण एसएसबी को सतर्क कर दिया गया है। एसएसबी के डीआईजी एसके नारंगी का कहना है कि हमें डीजल और पेट्रोल की तस्करी की सूचना मिली है और इसलिए सीमाई इलाकों में इस बाबत सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। सीमावर्ती इलाकों के थानाध्यक्षों को भी चौकसी बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
सौ रुपए के ऊपर पहुंची पेट्रोल की कीमत
दूसरी ओर भारत में पेट्रोल व डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। बुधवार को पेट्रोल और डीजल के दामों में 25-25 पैसे की बढ़ोतरी के बाद राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 100 रुपए के ऊपर पहुंच गई। वहीं डीजल की कीमत 92.13 रुपए प्रति लीटर की ऊंचाई पर पहुंच गई। राजस्थान में पेट्रोल और डीजल की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर हैं जबकि राज्य सरकार की ओर से पिछले महीने दोनों पर वैट में दो फीसदी की कटौती की गई थी।
ये भी पढ़ें:फेसबुक ने कर दी इतनी बड़ी गलती, इस देश में अपना ही पेज कर दिया ब्लॉक
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय तेल की बढ़ती कीमतों के कारण देश में भी पेट्रोल-डीजल की कीमत पर असर पड़ रहा है। भारत ने सऊदी अरब और अन्य वैश्विक तेल उत्पादकों से उत्पादन में कटौती को आसान बनाने का भी आग्रह किया है।
रिपोर्ट- अंशुमान तिवारी
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।