PM Modi Mann Ki Baat: महाकुंभ, संविधान, राज कपूर, मोहम्मद रफी, बस्तर ओलंपिक....जानिए पीएम मोदी के मन की बात की ये 7 बातें

PM Modi Mann Ki Baat: पीएम मोदी ने मन की बात के 117 वें एपिसोड में महाकुंभ 2025, संविधान के 75 साल पूरे होने, राज कपूर, मोहम्मद रफी और बस्तर ओलंपिक को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने बच्चों को लेकर भी सुझाव दिए।

Update:2024-12-29 12:23 IST
Mann Ki Baat Program 117 Episode (Photo: Social Media)

PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी रविवार को मन की बात के 117वें एपिसोड में महाकुंभ के आयोजन, संविधान, दक्षिण अमेरिका के एक देश पराग्वे, छत्तीसढ़ के बस्तर में एक अनूठा ओलंपिक सहित बच्चों के पसंदीदा एनिमेशन सीरीज केटीबी आदि का जिक्र किया। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं पीएम मोदी के आज के मन की 7 खास बातों के बारे में।


महाकुंभ को लेकर कही ये बात

पीएम मोदी ने मन की बात में महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा, 13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। इस समय संगम तट पर भव्य तैयारियां चल रही हैं। जब हम कुंभ में भाग लें, तो समाज में विभाजन और नफरत की भावना को खत्म करने का संकल्प लें। कुंभ आयोजन में पहली बार एआई चैटबॉट का इस्तेमाल किया जाएगा। एआई।चैटबॉट के जरिए कुंभ से जुड़ी सभी तरह की जानकारी 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगी। कहीं कोई भेदभाव नहीं है, कोई बड़ा नहीं है, कोई छोटा नहीं है। इसलिए हमारा कुंभ एकता का महाकुंभ भी है।

भारत अपने संविधान को अपनाने के 75 वर्ष मनाएगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 26 जनवरी 2025 को हमारा संविधान 75 साल पूरे कर रहा है। संविधान हमारा मार्गदर्शक है। इस वर्ष, 26 नवंबर को संविधान दिवस पर, भारत अपने संविधान को अपनाने के 75 वर्ष मनाएगा। इस मील के पत्थर का सम्मान करने के लिए, एक राष्ट्रव्यापी अभियान नागरिकों को संविधान की प्रस्तावना पढ़ने और अपने वीडियो साझा करने के लिए आमंत्रित करता है, जिससे सामूहिक गौरव और एकता की भावना को बढ़ावा मिलता है।

डिजिटल नेविगेशन से पहुंच सकते हैं घाटों, मंदिरों और अखाड़ों तक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, डिजिटल नेविगेशन की मदद से आप महाकुंभ 2025 में विभिन्न घाटों, मंदिरों और साधुओं के अखाड़ों तक पहुंच सकेंगे। यही नेविगेशन सिस्टम आपको पार्किंग स्थलों तक पहुंचने में भी मदद करेगा। पूरे मेला क्षेत्र को एआई संचालित कैमरों से कवर किया जा रहा है। कुंभ के दौरान अगर कोई अपने परिजनों से बिछड़ जाता है तो ये कैमरे उसे ढूंढने में मदद करेंगे। श्रद्धालुओं को डिजिटल खोया-पाया केंद्र की सुविधा भी मिलेगी।

पराग्वे में रहने वाली एरिका हूबर की तारीफ, कही ये बात

पीएम मोदी ने दक्षिण अमेरिका के एक देश पराग्वे का जिक्र करते हुए कहा कि वहां रहने वाले भारतियों की संख्या 1 हजार से ज्यादा नहीं होगी। पराग्वे में एक अद्भुत प्रयास हो रहा है। वहां भारतीय दूतावास में एरिका हूबर फ्री आयुर्वेद कंसल्टेशन देती हैं। आयुर्वेद की सलाह लेने के लिए भी आज उनके पास स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। एरिका हूबर ने भले ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई की हो लेकिन उनका मन तो आयुर्वेद में ही बसता है। उन्होंने आयुर्वेद से जुड़े कोर्सेज किए थे और समय के साथ वे इसमें पारंगत होती चली गईं।

बस्तर ओलंपिक से नई क्रांति जन्म ले रही है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बस्तर में एक अनूठा ओलंपिक शुरू हुआ है! जी हाँ, पहली बार हुए बस्तर ओलंपिक से बस्तर में एक नई क्रांति जन्म ले रही है। मेरे लिए ये बहुत ही खुशी की बात है कि बस्तर ओलंपिक का सपना साकार हुआ है। आपको भी ये जानकार अच्छा लगेगा कि यह उस क्षेत्र में हो रहा है, जो कभी माओवादी हिंसा का गवाह रहा है। बस्तर ओलंपिक का शुभंकर है वन भैंसा और ’पहाड़ी मैना। इसमें बस्तर की समृद्ध संस्कृति की झलक दिखती है।

एनिमेशन सीरीज़ केटीबी को लेकर दिया ये संदेश

पीएम मोदी ने कहा, आप बच्चों की पसंदीदा एनिमेशन सीरीज़ केटीबी-भारत हैं। हम इसके बारे में जानते होंगे और अब इसका दूसरा सीज़न भी आ गया है। केटीबी का मतलब है ’कृष, ट्रिश और बाल्टी बॉय’। ये तीन एनिमेशन कैरेक्टर हमें उन वीरों और बहादुरों के बारे में बताते हैं, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े पुरुष और महिलाएं जिनके बारे में ज़्यादा चर्चा नहीं होती। इसे दूरदर्शन और दूसरे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर देखा जा सकता है।


राज कपूर ने फिल्मों के माध्यम से दुनिया को भारत की सॉफ्ट पावर से परिचित कराया 

मन की बात में पीएम मोदी ने राज कपूर के फिल्मों योगदान को लेकर भी चर्चा की। पीमए मोदी ने कहा, राज कपूर जी ने फिल्मों के माध्यम से दुनिया को भारत की सॉफ्ट पावर से परिचित कराया। रफी साहब की आवाज में वो जादू था जो हर दिल को छू जाता था। भक्ति गीत हों या रोमांटिक गाने, दुख भरे गाने, उन्होंने अपनी आवाज से हर भावना को जीवंत कर दिया। अक्किनेनी नागेश्वर राव गारू ने तेलुगु सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनकी फिल्मों ने भारतीय परंपराओं और मूल्यों को बहुत अच्छे से प्रस्तुत किया। तपन सिन्हा जी की फिल्मों ने समाज को एक नई दृष्टि दी।

Tags:    

Similar News