यूपी में बढ़ी सियासी हलचल, भूपेन्द्र चौधरी के बाद अमित शाह पहुंचे पीएम मोदी से मिलने, सीएम योगी पहुंचे राजभवन
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात करीब एक घंटे तक चली है। इस दौरान उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों में मिली हार सहित कई मुद्दों पर चर्चा की है।
UP Politcs : उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव - 2024 में भारतीय जनता पार्टी को मिल करारी शिकस्त के बाद सरकार और संगठन में चल रही सियासी रार थमने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच दिल्ली पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। इन दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद गृहमंत्री अमित शाह पीएम मोदी से मिलने के लिए उनके आवास पहुंच गए हैं। वहीं, इधर लखनऊ में भी हलचल तेज हो गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ अचानक राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात करने के लिए राजभवन पहुंच गए हैं। इस ताजा घटनाक्रम को लेकर सियासी अटकलें तेज हो गई हैं।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात करीब एक घंटे तक चली है। इस दौरान उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों में मिली हार सहित कई मुद्दों पर चर्चा की है। उन्होंने पीएम मोदी को लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन को लेकर कारणों की जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने कहा कि यूपी में प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है। बता दें कि इससे पहले मंगलवार को देरशाम भूपेंद्र चौधरी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह, पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे हैं।
सरकार और संगठन में बड़े बदलाव के संकेत
पीएम मोदी और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के बीच यूपी में जारी सियासी खींचतान को लेकर भी रिपोर्ट सौंपी हैं। इसके साथ लोकसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त पर भी बातचीत की है। बताया जा रहा है कि सियासी खींचतान को लेकर भी रिपोर्ट सौंपी गई है। सियासी खींचतान के बीच दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक चली चर्चा कई इशारा भी दे रही है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो यूपी में संगठन और सरकार में कई बड़े बदलाव जल्द ही किए जा सकते हैं। जिन क्षेत्रों में बीजेपी को ज्यादा नुकसान हुआ है, वहां बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि यूपी में होने वाला विधानसभा उपचुनाव लिटमस टेस्ट के रूप में देखा जा रहा है। इस उपचुनाव के नतीजों के बाद केंद्रीय नेतृत्व कोई बड़ा फैसला ले सकता है, हालांकि यह देखने की बात है।
मानसून सत्र को लेकर हुई चर्चा
वहीं, यूपी में चल रही सियासी अटकलों के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात करने के लिए राजभवन पहुंचे। बताया जा रहा है सीएम योगी विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर चर्चा करने के लिए पहुंचे हैं। दरअसल सरकार 29 जुलाई को विधानसभा सत्र बुला सकती है। इस दौरान सरकार कई बड़े प्रस्तावों को मंजूरी दे सकती है। यह भी कहा जा रहा है कि सीएम योगी ने राज्यपाल को विधान सत्र के लिए न्यौता भी दिया है।
बता दें कि इससे पहले आज ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों के साथ बैठक की थी। सूबे में 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनावों को लेकर चर्चा की थी। इस दौरान सीएम ने मंत्रियों को अपने क्षेत्रों जाने और रात्रि विश्राम करने का निर्देश दिया था। इसके साथ यह भी कहा था कि वह क्षेत्र में जाएं ओर जमीनी स्तर पर देखें कि उपचुनाव के लिए क्या किया जा सकता है? किसे टिकट दिया जा सकता है? जहां चुनाव होने हैं, वहां कौन से काम होने बाकी हैं? ऐसे अन्य कई मुद्दों को लेकर चर्चा हुई थी।