PM मोदी को याद आए लाचित बोरफुकन, मुगलों के विस्तार को रोकने लिए किया था कड़ा संघर्ष

Lachit Borphukan Statue: पीएम मोदी ने मुगलों को हराने वाले असम के अहोम साम्राज्य की शाही सेना के प्रसिद्ध जनरल लाचित बोरफुकन की 125 फुट ऊंची भव्य प्रतिमा का अनावरण किया

Report :  Viren Singh
Update: 2024-03-09 09:46 GMT

Lachit Borphukan Statue (सोशल मीडिया) 

Lachit Borphukan Statue: आजादी के बाद देश की सत्ता और असम राज्य में कितनी सरकारें आए और गईं, लेकिन किसने जनरल लाचित बोरफुकन (General Lachit Borphukan) को उस प्रकार याद किया, जिसके वह हकदार थे। लाचित बोरफुकन वह शाख्सित थे, जिन्होंने मुगल साम्राज्य का खिलाफ डटकर मुकाबला किया था और अजेय औरंगजेब सेना को युद्ध के मैदान हार दिया था। लाचित बोरफुकन के इसी योगदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शनिवार को असम दौरे के दौरान राज्य की जनता के सामने नमन किया।

मोदी ने किया बोरफुकन प्रतिमा का अनावरण

पीएम मोदी ने शनिवार को असम के जोरहाट (Jorhat) में 17,500 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान पीएम मोदी ने मुगलों को हराने वाले असम के अहोम साम्राज्य की शाही सेना के प्रसिद्ध जनरल लाचित बोरफुकन की 125 फुट ऊंची भव्य प्रतिमा का अनावरण किया और कार्यक्रम में उनके बारे में अपने विचार भी प्रस्तुत किये। पीएम ने कहा कि आज मुझे वीर लाचित बोरफुकन की विशाल और भव्य प्रतिमा का अनावरण का सौभाग्य में मिला।


हमारा मंत्र विकास और विरासत

उन्होंने कहा कि लाचित बोरफुकन असम के शौर्य-पराक्रम का प्रतीक हैं। 2022 में हमारी सरकार ने दिल्ली में बोरफुकन की 400वीं जयंती मनाई थी। मैं वीर योद्धा लाचित बोरफुकन को नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार विरासत और विकास का मंत्र रहा है।

पर्यटन को बढ़ावा, पैदा होंगे रोजगार

असम सरकार के अनुसार, इस परियोजना में लाचित और ताई-अहोम संग्रहालय और 500 सीटों वाले सभागार का निर्माण भी शामिल है। यह परियोजना लाचित बोरफुकन के गुणों का जश्न मनाने और उनके बारे में जागरूकता बढ़ाने का एक प्रयास है। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे। एक्स पर एक पोस्ट में सीएम सरमा ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जोरहाट में भारत के लोगों को स्टैच्यू ऑफ वेलोर (Statue of Valor) समर्पित कर रहे हैं। यह लाचित बरफुकन को एक शानदार श्रद्धांजलि है।


जानिए कौन हैं लाचित बोरफुकन?

बता दें कि असम के अहोम साम्राज्य की शाही सेना के प्रसिद्ध जनरल लाचित बोरफुकन को सरायघाट की लड़ाई में औरंगजेब की मुगल सेना के खिलाफ उनकी असाधारण जीत के लिए याद किया जाता है। अहोम सेनापति ने असम में मुगल साम्राज्य के विस्तार को रोकने के लिए अथक संघर्ष किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज जोरहाट में तर्पण किया।

मोदी ने की काजीरंगा में हाथी की सवारी

इससे पहले शनिवार को सुबह पीएम मोदी ने यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में हाथी की सवारी की। शुक्रवार को पीएम मोदी ने काजीरंगा में एक रोड शो किया, जिसमें स्थानीय लोगों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर उनका भव्य स्वागत किया। पीएम मोदी के जोरदार स्वागत के तहत सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

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