PM Modi US Visit: पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे के बीच बड़ी खबर, फिर अमेरिका से निकाले गए 119 भारतीय
PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री के अमेरिकी दौरे के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 119 और भारतीयों को निकाला गया है। जोकि 15 और 16 फरवरी को अमृतसर पहुंचेंगे।;
US Deports Indian
PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना दो दिवसीय अमेरिकी दौरा खत्म करके भारतीय समयानुसार गुरुवार को भारत के लिए रवाना हो चुके हैं। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। मीडिया सूत्रों के मुताबिक अमेरिका से निकाले गए 119 और भारतीय 15 व 16 फरवरी को अमृतसर पहुचेंगे।
पीएम मोदी के यूएस दौरे के बीच अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे अप्रवासी भारतीयों पर कार्रवाई जारी है। खबर है कि अमेरिका से अवैध अप्रवासी भारतीयों को लेकर एक विमान 15 फरवरी और दूसरा 16 फरवरी को अमृतसर पहुंचेगा। बताया ये भी जा रहा है कि 15 फरवरी को आने वाले विमान में 119 भारतीय होंगे।जिनमें पंजाब के 67 और हरियाणा के 33 लोग हैं।
दो देशों के विदेश दौरे पर रहे PM मोदी
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 दिनों के दो देशों के विदेश दौरे पर रहें। पहले 10 फरवरी को भारत से पीएम मोदी फ्रांस के लिए रवाना हुए। वहां 12 फरवरी तक रहे। इसके बाद वहीं से उनका दूसरी यात्रा अमेरिका के लिए था। पीएम मोदी मोदी का दो दिवसीय अमेरिकी दौरा। इस बीच दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर बात हुई।
अमेरिका से दिल्ली के लिए PM मोदी रवाना
पीएम मोदी अमेरिका से दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। लेकिन इसी बीच अवैध अप्रवासियों का 119 भारतीयों का एक और जत्था अमेरिका से निकाला जाना, हैरान कर रही है। हालांकि इससे पहले भी अमेरिका कार्रवाई कर चुका है। अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 104 भारतीयों का ट्रंप सरकार पहले ही डिपोर्ट कर चुकी है। इस पर भारत में विपक्ष ने केंद्र पर सवाल भी उठाया था। जिसके बाद सदन में विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद ने जवाब भी दिया था।
विदेश मंत्री ने क्या कहा था
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उच्च सदन में कहा कि डिपोर्टेशन का नियम कोई नया नहीं है। 2012 से ही ये नियम लागू है। हर देश में लोगों की राष्ट्रीयता की जांच होती है। विदेश मंत्री ने कहा कि अवैध इमिग्रेशन पर अमेरिका ऐसे ही कार्रवाई करता है। पहले भी इस तरह से ही अमेरिका से लोग वापस भेजे गए हैं। अवैध इमिग्रेशन पर अमेरिका ने ये कार्रवाई की। वापसी की यह प्रक्रिया कोई नई प्रक्रिया नहीं है। जयशंकर ने डिपोर्टेशन पर संयुक्त राष्ट्र की संधि का जिक्र करते हुए आगे कहा कि ये लीगल माइग्रेशन को सपोर्ट करने और अवैध माइग्रेशन को हतोत्साहित करने लिए है।
विदेश मंत्री ने आगे कहा कि यह प्रवासी वहां अमानवीय हालात में फंसे थे। अवैध अप्रवासियों को वापस लाना ही था। उन्होंने कहा कि डिपोर्टेशन के मामले पर लगातार अमेरिकी सरकार के संपर्क में है ताकि भारतीयों के साथ किसी तरह का अमानवीय बर्ताव ना किया जा सके।