PM मोदी सिंगापुर यात्रा कई मायनों में बेहद अहम, चीन से निपटने के लिए इस मुद्दे पर दो देशों का होगा मंथन
PM Modi Visit to Singapore: पड़ोस और पड़ोसियों की स्थिति हमेशा द्विपक्षीय यात्राओं के दौरान सामने आती है। उम्मीद है कि पीएम मोदी की ब्रुनेई और सिंगापुर यात्रा के दौरान म्यांमार की स्थिति पर चर्चा की जाएगी।
PM Modi Visit to Singapore: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्दी ही दो देशों की विदेशी यात्रा पर रवाना होने वाले हैं। सबसे पहले पीएम मोदी ब्रुनेई की यात्रा करेंगे। उसके वे सिंगापुर की यात्रा पर रहे हैं। सिंगापुर यात्रा के दौरान पीएम मोदी कई अहम मुद्दों पर बातचीत कर सकते हैं, जो कि भारत के लिहाज से काफी अहम है। प्रधानमंत्री मोदी की सिंगापुर की द्विपक्षीय यात्रा पर जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय पूर्व सचिव जयदीप मजूमदार ने कहा कि पीएम मोदी की सिंगापुर यात्रा के दौरान समुद्री सुरक्षा पर चर्चा होगी। पीएम मोदी सिंगापुर प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के निमंत्रण पर 4-5 सितंबर को सिंगापुर की यात्रा करेंगे।
सिंगापुर में इस मुद्दों पर पीएम मोदी करेंगे चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी की आगामी सिंगापुर यात्रा से पहले एक विशेष ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए मजूमदार ने कहा कि समुद्री सुरक्षा और सुरक्षा पर दोनों देशों के विचार एक जैसे हैं। दक्षिण चीन सागर पर भारत समुद्री सुरक्षा की स्थिति को लेकर चिंतत है। सिंगापुर के लिए संचार की समुद्री लाइनें सुरक्षित, संरक्षित और मुक्त बनाए रखना समुद्री सुरक्षा काफी महत्वपूर्ण है, इसलिए इस पर हमारे विचार एक जैसे हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि ऐसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। पड़ोस और पड़ोसियों की स्थिति हमेशा द्विपक्षीय यात्राओं के दौरान सामने आती है। उम्मीद है कि पीएम मोदी की ब्रुनेई और सिंगापुर यात्रा के दौरान म्यांमार की स्थिति पर चर्चा की जाएगी।
किसी भारतीय प्रधानमंत्री पहली द्विपक्षीय ब्रुनेई यात्रा
सिंगापुर यात्रा से पहले पीएम मोदी ब्रुनेई जाएंगे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, पीएम मोदी ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के निमंत्रण पर ब्रुनेई की यात्रा कर रहे हैं। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ब्रुनेई की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी और यह इस वर्ष हमारे दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ के साथ मेल खाती है। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी और प्रधानमंत्री ब्रुनेई के साथ द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग के सभी पहलुओं पर द्विपक्षीय चर्चा होगी। सहयोग के नए क्षेत्रों की भी विचार होगा।
आखिर क्यों हैं भारत ब्रुनेई के अहम?
विदेश मंत्रालय ने कहा कि ब्रुनेई भारत के साथ बहुत ही मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध साझा करता है। और हमारे संबंध रक्षा, व्यापार और निवेश, ऊर्जा, अंतरिक्ष, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, क्षमता, निर्माण, संस्कृति और लोगों के बीच जीवंत आदान-प्रदान जैसे कई क्षेत्रों को कवर करते हैं। ब्रुनेई में भारतीय प्रवासियों की संख्या लगभग 14,000 है। इसमें डॉक्टर, शिक्षक के कई पेशेवार शामिल हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था में अपना अहम योगदान दे रहे हैं। ब्रुनेई को भारत की एक्ट ईस्ट नीति और इंडो पैसिफिक के लिए इसके दृष्टिकोण के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार है। रक्षा द्विपक्षीय सहयोग में एक महत्वपूर्ण स्तंभ भी है। दोनों देशों ने 2016 में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे और इसे 2021 में नवीनीकृत किया गया।