Mann Ki Baat: देश में ई-संजीवनी से 10 करोड़ लोगों को हुआ लाभ, 'मन की बात' कार्यक्रम में बोले पीएम मोदी

Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को एक बार फिर 'मन की बात' (Mann Ki Baat) शुरू हो गयी है।

Report :  Jugul Kishor
Update:2023-02-26 11:15 IST
पीएम नरेंद्र मोदी (Pic: Social Media)

Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' शुरु हो गयी है। पीएम मोदी देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं। मन की बात का यह 98 वां एपिसोड है।  पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात को आप सभी ने जनभागीदारी की अभिव्यक्ति का अदभुत प्लेटफार्म बना दिया है। हर महीने लाखों संदेशों में कितने ही लोगों की मन की बात मुझ तक पहुंचती है। आप अपने मन की शक्ति तो जानते हीं हैं। वैसे ही समाज की शक्ति से कैसे देश की शक्ति बढ़ती है। ये हमने मन की बात के अलग-अलग एपिसोड में देखा है, समझा है, और मैनें अनुभव किया है, स्वीकार भी किया है। 

 पश्चिम बंगाल में हुगली जिले के बांसबेरिया में, इस महीने, ‘त्रिबेनी कुम्भो मोहोत्शौव’ का आयोजन किया गया। इसमें आठ लाख से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए….इस प्रथा को 700 साल के बाद पुनर्जीवित किया गया है। यूं तो ये परंपरा हजारों वर्ष पुरानी है, लेकिन दुर्भाग्य से 700 साल पहले बंगाल की त्रिबेनी में होने वाला ये महोत्सब बंद हो गया था। दो वर्ष पहले स्थानीय लोग और त्रिबेनी कुंभो परिचालोना शामिति के माध्यम से महोत्सव फिर शुरु हुआ है। 

पीएम मोदी ने कहा कि यूपीआई के जरिए अब लोग सिंगापुर और भारत के लोग आसानी से पैसा भेज पा रहे हैं। इससे मुझे काफी खुशी होती है। 

ई-संजीवनी के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने डॉक्टर और मरीज से फोन पर बात करके इसकी जानकारी दी। इस दौरान डॉक्टर ने बताया कि हम मरीज की रिपोर्ट आदि देखकर हम मरीज को सलाह देते हैं। पीएम ने कहा कि देश के सामान्य लोगों के लिए, मध्यम वर्ग के लिए, पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वालों के लिए ई-संजीवनी जीवन रक्षा करने वाला ऐप बन रहा है। ये है भारत के डिजिटल क्रांति की शक्ति। इस ऐप का उपयोग करके अब तक टेली कंसलटेशन करने वाली संख्या 10 करोड़ के आंकड़े को पार कर गयी है। पीएम ने कहा कि डिजिटल इंडिया की शक्ति को घर घर तक पहुंचाने में अलग अलग ऐप्स की बड़ी भूमिका होती है। ऐसा ही एक ऐप है ई-संजीवनी। 

संग्राम सिंह सुहास भंडारे जी को वारकरी कीर्तन के लिए उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार मिला है। इस list में सिर्फ संगीत से जुड़े कलाकार ही नहीं है - वी दुर्गा देवी जी ने, नृत्य की एक प्राचीन शैली,‘करकट्टम’ के लिए यह पुरस्कार जीता है। इस पुरस्कार के एक और विजेता राजकुमार नायक ने तेलंगाना के 31 जिलों में 101 दिन तक चलने वाली पेरिनी ओडिसी का आयोजन किया था। आज लोग इन्हे पेरिनी राजकुमार के नाम से जानने लगे हैं। 

कुछ दिन पहले ‘उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार’ दिए गए। ये पुरस्कार music और performing arts के क्षेत्र में उभर रहे, प्रतिभाशाली कलाकारों को दिए जाते हैं। ये कला और संगीत जगत की लोकप्रियता बढ़ाने के साथ ही इसकी समृद्धि में अपना योगदान दे रहे हैं। इनमें वे कलाकार भी शामिल हैं, जिन्होने उन उपकरणों में नई जान फूंकी है। जिसकी पापुलैरिटी समय के साथ कम होती जा रही थी। 

गीतों और लोरी की तरह ही Rangoli Competition भी काफी लोकप्रिय रहा। इसमें हिस्सा लेने वालों ने एक से बढ़कर एक सुन्दर रंगोली बनाकर भेजी। इसमें winning entry, पंजाब के, कमल कुमार जी की रही। इन्होने नेताजी सुभाष चंद्र बोस और अमर शहीद वीर भगत सिंह की बहुत ही सुंदर रंगोली बनायी है। महाराष्ट्र के सांगली के सचिन नरेंद्र अवसारी ने अपनी रंगोली में जलियांवाला बाग, उसका नरसंहार और शहीद उधम सिंह की बहादुरी को प्रदर्शित किया है। 

सरदार पटेल की जयन्ती यानी ‘एकता दिवस’ के अवसर पर ‘मन की बात’ में हमने तीन competitions की बात की थी। ये प्रतियोगिताएं, देशभक्ति पर ‘गीत’,‘लोरी’ और ‘रंगोली’ इससे जुडी थीं। देशभर के 700 से अधिक जिलों के 5 लाख से अधिक लोगों ने बढ़ चढ़कर इसमें हिस्सा लिया है। बच्चे, बड़े, बुजुर्ग व सभी ने इसमें बढ़ चढ़कर भागीदारी की और 20 से अधिक भाषाओं में अपनी एंट्रीज भेजी है। 

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे वो दिन याद है, जब हमने ‘मन की बात’ में भारत के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन की बात की थी। तुरंत उस समय देश में एक लहर सी उठ गई भारतीय खेलों के जुड़ने की, इनमें रमने की, इन्हें सीखने की। मन की बात में जब भारतीय खिलौंनों की बात हुई, तो देश के लोगों ने अस भी हाथों-हाथ बढ़ावा दे दिया।

2014 में हुई थी शुरुआत

पीएम मोदी ने 2014 में सत्ता में आने के बाद मन की बात कार्यक्रम की शुरुआत की थी। जिसमें वह विभिन्न मुद्दों पर देश के लोगों से बात करते हैं। मन की बात का पहला एपिसोड अक्टूबर 2014 में किया गया था। कार्यक्रम का प्रसारण आकाशवाणी और दूरदर्शन के पूरे नेटवर्क, आकाशवाणी समाचार की वेबसाइट और न्यूजएयर मोबाइल एप पर किया जाता है। इसका सीधा प्रसारण डीडी न्यूज, पीएमओ और सूचना और प्रसारण मंत्रालय के यूट्यूब चैनलों पर भी किया जाता है।  

Tags:    

Similar News