PM मोदी ने लॉन्च किया गरीब कल्याण रोजगार योजना, मजदूरों को होगा फायदा

कोरोना संकट में मोदी सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए मेगा प्लान तैयार किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गरीब कल्याण रोजगार अभियान को लाॅन्च किया है। इस योजना को पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार में लॉन्च किया है।

Update: 2020-06-20 06:06 GMT

नई दिल्ली: कोरोना संकट में मोदी सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए मेगा प्लान तैयार किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गरीब कल्याण रोजगार अभियान को लाॅन्च किया है। इस योजना को पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार में लॉन्च किया है।

पीएम मोदी ने इस दौरान श्रमिकों से बातची की। उन्होंने कहा कि आज आप सभी से बात करके कुछ राहत भी मिली है और संतोष भी मिला है। जब कोरोना महामारी का संकट बढ़ना शुरू हुआ था, तो आप सभी, केंद्र हो या राज्य सरकार, दोनों की चिंताओं में बने हुए थे। इस दौरान जो जहां था वहाँ उसे मदद पहुंचाने की कोशिश की गई। हमने अपने श्रमिक भाई-बहनों के लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेनें भी चलाईं ! वाकई,आपसे बात करके आज आपकी ऊर्जा भी महसूस कर रहा हूं।



'भारत के गावों ने शहरों को बहुत बड़ा सबक दिया'

पीएम ने कहा कि कोरोना का इतना बड़ा संकट, पूरी दुनिया जिसके सामने हिल गई, सहम गई, लेकिन आप डटकर खड़े रहे। भारत के गावों में तो कोरोना का जिस तरह मुकाबला किया है, उसने शहरों को भी बहुत बड़ा सबक दिया है। सोचिए, 6 लाख से ज्यादा गांवों वाला हमारा देश, जिनमें भारत की दो-तिहाई से ज्यादा आबादी, करीब-करीब 80-85 करोड़ लोग जहां रहते हैं, उस ग्रामीण भारत में कोरोना के संक्रमण को आपने बहुत ही प्रभावी तरीके से रोका है।



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पीएम मोदी ने कहा कि ये जनसंख्या यूरोप के सारे देशों को मिला दें, तो भी उससे कहीं ज्यादा है। ये जनसंख्या, पूरे अमेरिका को मिला दें, रूस को मिला दें, ऑस्ट्रेलिया को मिला दें, तो भी उससे कहीं ज्यादा है। इतनी बड़ी जनसंख्या का कोरोना का इतने साहस से मुकाबला करना, इतनी सफलता से मुकाबला करना, बहुत बड़ी बात है। इस सफलता के पीछे हमारे ग्रामीण भारत की जागरूकता ने काम किया है। लेकिन इसमें भी ग्राउंड पर काम करने वाले हमारे साथी, ग्राम प्रधान, आंगनवाड़ी वर्कर, आशावर्कर्स, जीविका दीदी, इन सभी ने बहुत बेहतरीन काम किया है।

ये सभी वाहवाही के पात्र हैं, प्रशंसा के पात्र हैं।



उन्होंने कहा कि कोई पीठ थपथपाए या न थपथपाए, मैं आपकी जय-जयकार करता हूं। आपने अपने हजारों-लाखों लोगों को कोरोना से बचाने का पुण्य किया है। मैं आपको नमन करता हूं। वैसे मुझे बताया गया है कि परसो से पटना में कोरोना टेस्टिंग के एक बड़ी आधुनिक टेस्टिंग मशीन भी काम शुरू करने वाली है। इस मशीन से करीब-करीब 1500 टेस्ट एक ही दिन में करने संभव होंगे। आज का दिन बहुत ऐतिहासिक है। आज गरीब के कल्याण के लिए, उसके रोजगार के लिए एक बहुत बड़ा अभियान शुरू हुआ है। ये अभियान समर्पित है हमारे श्रमिक भाई-बहनों के लिए, हमारे गांवों में रहने वाले नौजवानों-बहनों-बेटियों के लिए।



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पीएम मोदी ने कहा कि इनमें से ज्यादातर वो श्रमिक हैं जो लॉकडाउन के दौरान अपने घर वापस लौटे हैं। अपनी मेहनत और हुनर से अपने गाँव के विकास के लिए कुछ करना चाहते हैं !वो जब तक अपने गांव में हैं, अपने गांव को आगे बढ़ाना चाहते हैं। मेरे श्रमिक साथियों, देश आपकी भावनाओं को भी समझता है और आपकी जरूरतों को भी। आज खगड़िया से शुरू हो रहा गरीब कल्याण रोज़गार अभियान इसी भावना, इसी जरूरत को पूरा करने का बहुत बड़ा साधन है। हमारा प्रयास है कि इस अभियान के जरिए श्रमिकों और कामगारों को घर के पास ही काम दिया जाए।अभी तक आप अपने हुनर और मेहनत से शहरों को आगे बढ़ा रहे थे, अब अपने गाँव को, अपने इलाके को आगे बढ़ाएंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूल में रहते हुए, इन श्रमिकों ने अपने हुनर से, स्कूल का ही कायाकल्प कर दिया। मेरे श्रमिक भाई-बहनों के इस काम ने, उनकी देशभक्ति ने, उनके कौशल ने, मुझे इस अभियान का आइडिया दिया, प्रेरणा दी। आप सोचिए, कितना टैलेंट इन दिनों वापस अपने गांव लौटा है। देश के हर शहर को गति और प्रगति देने वाला श्रम और हुनर जब खगड़िया जैसे ग्रामीण इलाकों में लगेगा, तो इससे बिहार के विकास को भी कितनी गति मिलेगी।



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उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण रोज़गार अभियान के तहत आपके गांवों के विकास के लिए, आपको रोजगार देने के लिए 50 हज़ार करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं! इस राशि से गांवों में रोजगार के लिए, विकास के कामों के लिए करीब 25 कार्यक्षेत्रों की पहचान की गई है। ये 25 काम या प्रोजेक्ट्स ऐसे हैं, जो गांव की मूलभूत सुविधाओं से जुड़े हैं, जो गांव के लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए हैं। ये काम अपने ही गांव में रहते हुए, अपने परिवार के साथ रहते हुए ही किए जाएंगे।



अब जैसे, खगड़िया के तेलिहार गांव में आज से आंगनबाड़ी भवन, सामुदायिक शौचालय, ग्रामीण मंडी और कुआं बनाने का काम शुरू किया किया जा रहा है। इसी तरह हर गांव की अपनी-अपनी जरूरतें हैं। इन जरूरतों को अब गरीब कल्याण रोज़गार अभियान के माध्यम से पूरा किया जाएगा। इसके तहत अलग-अलग गांवों में कहीं गरीबों के लिए पक्के घर भी बनेंगे, कहीं वृक्षारोपण भी होगा, कहीं पशुओं को रखने के लिए Shed भी बनाए जाएंगे। पीने के पानी के लिए, ग्राम सभाओं के सहयोग से जल जीवन मिशन को भी आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा।



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शहीदों की दी श्रद्धांजलि

गरीब कल्याण रोजगार अभियान के लाॅन्चिंग के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लद्दाख में हमारे वीरों ने जो बलिदान दिया है, मैं गौरव के साथ इस बात का जिक्र करना चाहूंगा कि ये पराक्रम बिहार रेजीमेंट का है, हर बिहारी को इसका गर्व होता है। उन्होंने कहा कि जिन सैनिकों ने अपना बलिदान दिया है उन्हें मैं श्रद्धांजलि देता हूं।

पीएम ने कहा कि लद्दाख में जिन वीरों ने बलिदान दिया है। ये पराक्रम बिहार रेजीमेंट का है। हर बिहारी को इस पर गर्व है। बिहार के जिन साथियों ने बलिदान दिया है उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं देश आपके साथ है।

सराहनीय कदम गरीब कल्याण योजना: नीतीश कुमार

इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना लॉकडाउन में काफी लोग बिहार वापस आए हैं। इस दौरान लोगों को क्वारनटीन रखने का काम किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब कल्याण योजना से काफी लोगों को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही नीतीश कुमार ने जीएसटी में छूट देने की मांग की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने गरीब कल्याण योजना के जरिये लोगों की मदद का प्रयास किया है यह सराहनीय है।

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नीतीश कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान, मैंने बिहार लौटने के बाद विभिन्न जिलों में मजदूरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बातचीत की। मुझे लगा कि वे काम के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना चाहते।

कार्यक्रम में कई मुख्यमंत्री हुए शामिल

इस योजना के जरिए कोरोना संकट के कारण लॉकडाउन के दौरान अपने राज्य लौटे लाखों प्रवासी मजदूरों को रोजगार दिया जाएगा। इस दौरान पांच राज्यों- बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा के मुख्यमंत्री मौजूद रहे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी मौजूद रहे। इसके अलावा योजना से संबंध रखने वाले मंत्रालयों के केंद्रीय मंत्री भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

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