मन की बात में बोले पीएम मोदी- कड़े फैसले लेने के लिए माफी मांगता हूं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में देश को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे देशवासियों से क्षमा मांगते हैं, क्योंकि कुछ ऐसे फैसले लेने पड़े हैं जिनसे देशवासियों को तकलीफ उठानी पड़ रही है, पीएम मोदी ने गरीबों से विशेषकर क्षमा मांगी है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में देश को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे देशवासियों से क्षमा मांगते हैं, क्योंकि कुछ ऐसे फैसले लेने पड़े हैं जिनसे देशवासियों को तकलीफ उठानी पड़ रही है, पीएम मोदी ने गरीबों से विशेषकर क्षमा मांगी है।
कड़े कदम उठाने के लिए माफी चाहता हूं-पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ फैसलों की वजह से आपकी जिंदगी में परेशानी आ गई है। गरीबों को खास दिक्कत हुई है। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे मालूम है कि आपमें से कुछ हमें नाराज भी होंगे।
लेकिन कोरोना से लड़ने के लिए ये कदम जरूरी थे। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस इंसान को मारने की जिद ले बैठा है। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन आपको बचाने के लिए लगाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोविड 19 से लड़ाई कठिन है और इससे मुकाबले के लिए ऐसे फैसलों की जरूरत थी। भारत के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए ये जरूरी था।
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लॉकडाउन न मानने वाले लोग जिंदगी खिलवाड़ कर रहे हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वे समझते हैं कि कोई भी जान बूझकर कानून नहीं तोड़ना चाहता है। लेकिन कुछ लोग ऐसा कर रहे हैं। पीएम ने कहा कि वे ऐसे लोगों से कहना चाहते हैं कि अगर वे लॉकडाउन का पालन नहीं करते हैं तो इस बीमारी का पालन करना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन को न मानने वाले लोग अपनी जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हमारे जो फ्रंटलाइन सोल्जर हैं उनसे आज हमें प्रेरणा लेने की जरूरत है। पीएम ने कहा कि डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ से हमें सीखने की जरूरत है। पीएम ने कहा कि कोरोना को हराने वाले साथियों से हमें प्रेरणा लेने की जरूरत है।
कोरोना के ठीक हुए लोगों से पीएम ने की बात
प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में वैसे लोगों से बात की जो कोरोना वायरस के संक्रमण में आए और इलाज करवाकर ठीक हुए। पीएम ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर राम और आगरा के अशोक कपूर से बात की।
राम ने कहा कि लॉकडाउन जेल जैसा नहीं है और लोग नियमों का पालन कर ठीक हो सकता है। अशोक कपूर ने कहा कि वे आगरा के स्वास्थ्यकर्मियों और स्टाफ को धन्यवाद देना चाहते हैं, उन्होंने कहा कि दिल्ली के अस्पताल के कर्मचारियों और स्टाफ ने उनकी मदद की।
बता दे कि 24 मार्च को रात 8 बजे देश के नाम संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च की आधी रात से देशव्यापी लॉकडॉउन की घोषणा की थी। आज लॉकडाउन का पांचवां दिन है।
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पीएम की कोरोना से लड़ाई में लोगों से अंशदान की अपील
वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि वे कोरोना महामारी से निपटने के उपायों में सरकार की मदद के लिए आगे आएं और विशेष रूप से गठित निधि में स्वेच्छा से अंशदान करें। मोदी ने शनिवार (28 मार्च) को ट्वीट के जरिए यह अपील करते हुए कहा, 'देशभर से लोगों ने कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करने की इच्छा जाहिर की है।
इस भावना का सम्मान करते हुए 'प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और आपात स्थिति में राहत निधि' यानी 'पी एम केयर्स फंड' का गठन किया गया है। स्वस्थ भारत के निर्माण में यह बेहद कारगर साबित होगा।'
दुनियाभर में अब तक तकरीबन साढ़े छह लाख लोग संक्रमित
कोरोना वायरस से दुनियाभर में अब तक साढ़े छह लाख लोग के आसपास संक्रमित हैं। वहीं, इससे 29 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 1,39, 545 लोग ऐसे हैं, जो कोरोना वायरस से स्वस्थ भी हुए हैं।
इटली में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण शनिवार को 889 और लोगों की मौत हो जाने से देश में इस बीमारी के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 10,000 के पार पहुंच गई। वहीं, कोरोना वायरस की वजह से भारत में 918 लोग अब तक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। 19 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, पिछले 24 घंटों में 194 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं।
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