Heavy Rain: भारी बारिश से हुई तबाही पर पीएम चिंतित, लिया जायजा, वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों से की बात, जानी हकीकत
Heavy Rain: हिमाचल में 14 लोगों की मौत, दिल्ली की सड़कें बनी तालाब। सांसदों के घरों में घुसा पानी।
Heavy Rain: हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन से बड़ी तबाही मची है। वहीं दिल्ली और कई राज्यों में पिछले दो दिनों में हुई भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है। इस तबाही से पीएम मोदी चिंतित हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इस मामले में उन्होंने वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों से बात की है और हालात का जायजा लिया है।
पीएम कार्यालय ने एक ट्वीट में बताया, ‘‘देश के कई हिस्सों में भारी बारिश से पैदा हुए हालात पर पीएम नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों से बात की है और बारिश के कारण उत्पन्न हुए हालात का जायजा लिया है। स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफी की टीमें सभी की सुरक्षा के लिए काम कर रही हैं।‘‘
PM @narendramodi spoke to senior Ministers and officials, and took stock of the situation in the wake of excessive rainfall in parts of India. Local administrations, NDRF and SDRF teams are working to ensure the well-being of those affected.
— PMO India (@PMOIndia) July 10, 2023
जब हिमाचल में मच गई तबाही
रविवार को हिमाचल प्रदेश में बादल गिरने से भारी तबाही मच गई, कई घर और गाड़ियां इस सैलाब में बह गईं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि इस आपदा के कारण राज्य में 14 लोगों की मौत हो गई है और बारिश से काफी नुकसान भी हुआ है। बारिश ने कई इलाकों में तबाही मचा दिया। मुख्यमंत्री ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है। एक वीडियो में उन्होंने कहा, ‘‘अपने प्रदेश के लोगों से एक बार फिर अनुरोध करना चाहता हूं कि वो अगले 24 घंटों तक घरों में रहें। अगले 24 घंटों में बहुत तेज बारिश की संभावना है।‘‘ उन्होंने तीन हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। किसी भी तरह की मदद के लिए 1100, 1070 और 1077 पर फोन किया जा सकता है। उन्होंने विधायकों से अपील की है कि वो अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में रहें और लोगों की मदद करें। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से ब्यास समेत कई नदियां उफान पर हैं। बादल गिरने और भूस्खलन से मनाली और कुल्लू में ब्यास नदी के किनारे भारी तबाही हुई है। नदी के तेज बहाव में कई मकान और गाड़ियां बह गईं।
राहुल गांधी ने जताया दुख
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी एक ट्वीट कर हिमाचल और उत्तराखंड में भारती बारिश से हुई लोगों की मौतों पर दुख जताया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, भीषण बारिश और भूस्खलन के कारण हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अन्य उत्तर भारतीय राज्यों में लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। सभी शोकसंतप्त परिजनों को मैं गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की आशा करता हूं। सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से निवेदन है कि राहत कार्यों में वो प्रशासन की सहायता करें। इस प्राकृतिक आपदा की कठिन चुनौती का हम सभी को मिल कर सामना करना है।
तेजी से बढ़ रहा है यमुना का जलस्तर
इस समय देश में हो रही भारी बारिश से कई राज्यों में तबाही मचा हई है तो वहीं दिल्ली में दो दिनों से हो रही भारी बारिश ने जहां तबाही मचा रखी है तो अब बाढ़ का खतरा भी मडराने लगा है। यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और मंगलवार को ये खतरे के निशान को पार कर जाएगा। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा है कि उनकी सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा, यमुना में तेजी से पानी आ रहा है। कल सुबह करीब 45 हजार क्यूसेक पानी हर घंटे छोड़ा जा रहा था। ये अब करीब तीन लाख क्यूसेक प्रति घंटा हो गया है। इस पानी को आने में 36 से 48 घंटे का समय लगता है, तो हमें लगता है कि मंगलवार सुबह 10 से 11 बजे तक यमुना का पानी डेंजर लेवल तक पहुंच जाएगा।
पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण दिल्ली समेत देश के कई शहरों में सड़कों पर पानी जमा हो गया है। हिमाचल प्रदेश में बादल गिरने और भूस्खलन से भारी तबाही मची हुई है। दिल्ली में पिछले दो दिनों में जिस तरह से भारी बारिश हुई उससे आम जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है। कनाॅट प्लेस, मिंटो रोड, अकबर रोड, आरटीओ, लक्ष्मीनगर, शहादरा, औरंगजेब रोड पर सड़कों पर घुटने तक पानी भर गया। पानी में गाड़ियां फंस गई, लंबा जाम लग गया। वहीं सांसदों के घरों में पानी घुस गया। जिसे निकालने के लिए नगर निगम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कि है कि आने वाले दो दिनों में कहीं-कहीं हल्की तो कहीं-कहीं तेज बारिश हो सकती है।