प्रधानमंत्री मोदी ने संबोधन में भारत का 110, सामर्थ्य 43 और परिवारजन का 48 बार किया जिक्र, इन शब्दों को भी कई बार बोले
PM Modi Independence Day 2023 Speech: भारत आज अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10वीं बार राष्ट्र को संबोधित किया। अपने डेढ़ घंटे के संबोधन में प्रधानमंत्री ने 'भारत', परिवारवाद, सामर्थ्य और मणिपुर जैसे शब्दों का कई बार इस्तेमाल किया। जानें किस शब्द को कितनी बार बोला।
PM Modi Independence Day 2023 Speech: देश आज (15 अगस्त) अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से लगातार 10वीं बार देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने करीब 1:30 घंटे चले भाषण में कई शब्दों का अनेक बार प्रयोग किया। इनमें सबसे अधिक 'भारत' शब्द का इस्तेमाल अपने भाषण में किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों को ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से संबोधित किया। हर बार की तरह पीएम मोदी का संबोधन लंबा रहा। करीब डेढ़ घंटे तक चले भाषण में उन्होंने देश के समसामयिक मुड़देव से लेकर भविष्य की योजनाओं तक का जिक्र किया। पीएम ने भारत, विश्व, परिवारजन तथा संकल्प जैसे शब्दों का बार-बार इस्तेमाल किया। आज बात इन्हीं शब्दों की जिसे पीएम मोदी ने अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया।
प्रधानमंत्री ने सबसे अधिक बार बोला 'भारत'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10वीं बार लाल किले से ध्वजारोहण किया। जिसके बाद उन्होंने राष्ट्र को संबोधित किया। अपने भाषण में पीएम मोदी ने सबसे अधिक यानी 110 बार 'भारत' शब्द का उल्लेख किया। उनके हर अगली लाइन में भारत शब्द सुनने को मिला। दूसरे नंबर पर जिस शब्द का सबसे अधिक प्रयोग पीएम ने किया वह था 'विश्व'। पूरे संबोधन में विश्व शब्द का तक़रीबन 63 बार इस्तेमाल हुआ।
भाइयों-बहनों की जगह 'परिवारजन' का इस्तेमाल
प्रधानमंत्री मोदी अपने बदले अंदाज के लिए भी जाने जाते हैं। कुछ इसी तरह का बदलाव आज उनके संबोधन में भी देखने को मिला। पीएम मोदी के भाषण में आज एक बदलाव देखने को मिला। साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे थे तभी से अपने भाषण में वो 'भाइयों-बहनों' शब्द का उल्लेख करते रहे थे। मगर, इस बार उन्होंने भाइयों-बहनों की जगह 'परिवारजन' शब्द का इस्तेमाल किया, वो भी एक-दो बार नहीं बल्कि पूरे 48 बार।
सामर्थ्य, संकल्प और महिलाओं का जिक्र कई बार
पीएम मोदी के संबोधन में 'सामर्थ्य' शब्द का प्रयोग 43 बार किया गया। इसी तरह, 'गांव' इस्तेमाल 23 बार तो 'संकल्प' शब्द का 20 बार जिक्र किया। पूरे डेढ़ घंटे चले भाषण में महिलाएं/नारी 19 बार, आजादी 17 बार, भ्रष्टाचार 14 बार और युवा शब्द 13 बार सुनने को मिला।
'मणिपुर', तुष्टीकरण, परिवारवाद कई बार बोले जिक्र
हाल के दिनों में देश की सियासत में मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) छाया रहा। इसी मुद्दे पर विपक्ष ने संसद में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No confidence motion) लाया था। पीएम के आज के संबोधन में 'मणिपुर' का 5 बार जिक्र किया। इसी तरह 'तुष्टीकरण' शब्द 10 बार आया, जबकि 'मध्यम वर्ग' 8 बार, 'परिवारवाद' 7 बार तो 'G-20' 6 बार और 'सामाजिक न्याय' का 5 बार उल्लेख किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में मणिपुर हिंसा (PM Modi on Manipur Violence) की कड़े शब्दों में निंदा की साथ ही शांति की भी अपील की।
सिर्फ एक बार 60 मिनट से कम बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 से अब तक कुल 10 बार लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित कर चुके हैं। केवल एक बार ही ऐसा हुआ जब उनका संबोधन एक घंटे से कम रहा था। साल 2017 के स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर प्रधानमंत्री का भाषण महज 56 मिनट का रहा था। ये उनका अब तक का सबसे छोटा भाषण रहा था।
पीएम मोदी ने 2015 में तोडा था नेहरू का रिकॉर्ड
प्रधानमंत्री मोदी बनने के अगले साल यानी 2015 में प्रधानमंत्री मोदी ने 86 मिनट का भाषण दिया था। इस संबोधन के साथ ही उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) का रिकॉर्ड तोड़ा था। नेहरू ने 1947 में लाल किले से 72 मिनट लंबा भाषण दिया था।