मुख्यमंत्री की कुर्सी खतरे में: यहां फिर से राजनीतिक संकट, इतने विधायक हुए बागी
ये सारे बागी विधायक उमेश कत्ती से समर्थक हैं। कत्ती बेलगाम जिले के ताकतवर लिंगायत नेता है। गुरुवार को उन्होंने 20 विधायकों को डिनर पर बुलाया। हालांकि इस पार्टी और बैठक के बारे में कोई अधिकारिक तौर पर बात नहीं कर रहा है।
बेंगलुरु: कर्नाटक में कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं, एक तरफ कोरोना के खिलाफ जंग तो वहीं दूसरी तरफ उनके खिलाफ 20 बागी विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है। ऐसे संकेत मिलने लगे हैं कि कर्नाटक में एक बार फिर से राजनीतिक संकट खड़ा हो सकता है। बागी विधायक उमेश कत्ती के समर्थक हैं। कत्ती बेलगाम जिले के ताकतवर लिंगायत नेता है
यहां जानते हैं कि क्या है पूरा मामला?
बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले ज्यादातर विधायक उत्तर कर्नाटक से हैं। ये सारे बागी विधायक उमेश कत्ती से समर्थक हैं। कत्ती बेलगाम जिले के ताकतवर लिंगायत नेता है। गुरुवार को उन्होंने 20 विधायकों को डिनर पर बुलाया। हालांकि इस पार्टी और बैठक के बारे में कोई अधिकारिक तौर पर बात नहीं कर रहा है। लेकिन कहा जा रहा है कि ये सारे विधायक मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ गोलबंद हो रहे हैं।
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इसलिए हैं बाग़ी विधायकों ऐसे तेवर
- कहा जा रहा है कि उमेश कत्ती और बाकी विधायक चाहते हैं कि येदियुरप्पा अपने कामकाज़ के तरीके को बदलें ।
- येदियुरप्पा से नाराज़ चल रहे विधायक चाहते हैं कि उमेश कत्ती को कैबिनेट मंत्री बनाया जाए। कत्ती 8 बार से विधायक हैं।
- इसके अलावा इन सबकी एक और डिमांड ये है कि उमेश कत्ती के भाई रमेश को राज्यसभा भेजा जाये
येदियुरप्पा ने उमेश कत्ती को मीटिंग के लिए बुलाया
यह भी खबर है कि बीएस येदियुरप्पा ने उमेश कत्ती को मीटिंग के लिए बुलाया है। साथ ही ताजा घटनाक्रम पर उनसे जवाब भी मांगा है। उधर एक और लिंगायत विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीआर पाटिल यतनाल को लेकर येदियुरप्पा नाराज़ चल रहे हैं। येदियुरप्पा को लग रहा है कि वो सरकार के खिलाफ काम कर रहे हैं। हालांकि ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को येदियुरप्पा के समर्थकों ने तरजीह नहीं दी है। उनका कहना है कि येदियुरप्पा की सरकार पूरी तरह सुरक्षित है।
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