Haryana Politics : हरियाणा में सियासी उठापटक तेज, दुष्यंत के बयान के बाद कांग्रेस एक्टिव, राज्यपाल से मिलने का समय मांगा

Haryana Politics : हरियाणा में कांग्रेस ने नायब सिंह सैनी की अगुवाई वाली भाजपा सरकार को गिराने की कोशिशें तेज कर दी हैं। राज्य में तीन निर्दलीय विधायकों के सैनी सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी बड़ा बयान दिया है।

Report :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-05-09 10:48 GMT

Haryana Politics : हरियाणा में कांग्रेस ने नायब सिंह सैनी की अगुवाई वाली भाजपा सरकार को गिराने की कोशिशें तेज कर दी हैं। राज्य में तीन निर्दलीय विधायकों के सैनी सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को गिराने के लिए हम मदद देने को तैयार हैं मगर इसके लिए कांग्रेस को आगे आना होगा।

दुष्यंत चौटाला के इस बयान के बाद कांग्रेस ने भी बड़ा कदम उठाया है। हरियाणा में सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस विधायक दल के उप नेता आफताब अहमद ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मिलने का वक्त मांगा है। जानकार सूत्रों का कहना है कि इस मुलाकात के दौरान कांग्रेस की ओर से सैनी सरकार को फ्लोर टेस्ट कराने का निर्देश देने की मांग की जाएगी। हालांकि दूसरी ओर भाजपा की ओर से दावा किया जा रहा है कि राज्य सरकार पर कोई संकट नहीं है क्योंकि सरकार को अभी भी बहुमत हासिल है।

दुष्यंत चौटाला कांग्रेस की मदद के लिए तैयार

हरियाणा में पहले भाजपा और जेजेपी के बीच गठबंधन था मगर अब दोनों दलों का गठबंधन टूट चुका है। लोकसभा चुनाव की घोषणा से पूर्व दोनों दलों के रिश्तों में खींचतान शुरू हो गई थी। जेजेपी के नेता और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी अब भाजपा से हिसाब बराबर करने की कोशिश में जुट गए हैं। इस कड़ी में उन्होंने महत्वपूर्ण बयान दिया है।

उन्होंने कहा कि अगर राज्य की बीजेपी सरकार अल्पमत है तो उसे गिराने के लिए हम बाहर से समर्थन देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस को यह फैसला करना है कि वह राज्य सरकार को गिराने के लिए कोई पहल करेगी या नहीं। विपक्षी दल के रूप में हम सरकार गिराने के पक्ष में है मगर इसके लिए कांग्रेस को आगे बढ़कर आना होगा। उन्होंने कहा कि व्हिप जारी होने की स्थिति में हमारी पार्टी के सभी विधायकों को सरकार के खिलाफ वोट डालना होगा।

कांग्रेस ने बढ़ाया दबाव

तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद कांग्रेस की ओर से लगातार दावा किया जा रहा है कि राज्य सरकार अल्पमत में आ गई है। ऐसे में पार्टी की ओर से नायब सिंह सैनी की सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए दबाव बढ़ाने की दिशा में कदम उठाया गया है। इसी के तहत कांग्रेस विधायक दल के उप नेता आफताब अहमद ने राज्यपाल से मिलने का वक्त मांगा है।

जानकारों का कहना है कि इस मुलाकात के दौरान कांग्रेस की ओर से मांग की जाएगी कि राज्यपाल राज्य सरकार को फ्लोर टेस्ट कराने का निर्देश दें। हालांकि अभी तक इस संबंध में राजभवन की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। वैसे फ्लोर टेस्ट करने की मांग को लेकर दुष्यंत चौटाला ने भी राजभवन को चिट्ठी लिखी है।

मुंगेरीलाल के सपने देख रहा विपक्ष

दूसरी ओर भाजपा की ओर से दावा किया जा रहा है कि तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बावजूद सैनी सरकार को विधानसभा में बहुमत हासिल है। पार्टी की ओर से जेजेपी के कुछ विधायकों के समर्थन का दावा किया जा रहा है। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि विपक्ष के नेता मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के सामने किसी भी प्रकार के संकट की स्थिति नहीं है। उन्होंने कहा कि हम किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जरूरत पड़ने पर राज्य सरकार विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने के लिए तैयार है। इससे पूर्व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बयान दिया था कि विपक्ष को अपना कुनबा संभालना चाहिए।

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