Poonch Terror Attack: पुंछ हमले में शामिल आतंकियों की तलाश तेज, 2000 कमांडो चला रहे सर्च ऑपरेशन, शूट एट साइट का ऑर्डर
Poonch Terror Attack: हमले के बाद कोहरे का फायदा उठाकर आतंकी मौके से फरार होने में कामयाब रहे थे। सेना ने फरार आतंकियों की तलाश तेज कर दी है।
Poonch Terror Attack: जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में हुए आतंकी हमले को लेकर देशभर में काफी आक्रोश है। इस वीभत्स आतंकी हमले में राष्ट्रीय रायफल्स के 5 वीर जवान शहीद हो गए थे। अभी तक की जांच में पचा चला है कि इस वारदात को सात आतंकियों ने मिलकर अंजाम दिया था, जिनमें से तीन विदेशी थे। हमले के बाद कोहरे का फायदा उठाकर आतंकी मौके से फरार होने में कामयाब रहे थे। सेना ने फरार आतंकियों की तलाश तेज कर दी है।
पुंछ आतंकी हमले की जांच एनआईए के साथ-साथ अन्य खुफिया एजेंसियां भी कर रही हैं। इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की एक टीम ने घटनास्थल का मुआयना कर एक रिपोर्ट तैयार की है, जिसे केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिपोर्ट में हमले का पूरा ब्यौरा दिया गया है। जैसे आर्मी ट्रक पर 36 राउंड फायरिंग की गई थी। आतंकियों ने हमले में स्टील बुलेट का भी इस्तेमाल किया था।
2000 कमांडो चला रहे सर्च ऑपरेशन
पुंछ आतंकी हमले के बाद सेना किसी भी सूरत में आतंकियों को बख्शने के मूड में नहीं है। वह जल्द से जल्द घटना में शामिल आतंकियों को इसकी सख्त सजा देना चाहती है। केंद्र शासित प्रदेश में पुलिस के साथ मिलकर सेना आतंकियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन लॉन्च कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, करीब 2000 कमांडों को सर्च ऑपरेशन में लगाया गया है। सेना को इस बात की पुख्ता जानकारी मिली है कि आतंकी अभी भी कश्मीर में ही छिपे हैं। लिहाजा प्रदेश का कोना-कोना छाना जा रहा है। इस सर्च ऑपरेशन में ड्रोन और हेलीकॉप्टर की मदद भी ली जा रही है। सेना ने जवानों को खुली छूट दे रखी है। उन्हें शूट एट साइट के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
ट्रक में रोजा इफ्तारी के लिए फल ले जा रहे थे जवान
आतंकी हमले के बाद से पुंछ जिले के संगयोट गांव में मातम पसरा हुआ है। इसी गांव में राष्ट्रीय रायफल्स का स्थानीय मुख्यालय भी है। बताया जा रहा है कि घटना के दिन सेना ने इफ्तार पार्टी रखी थी। जिसमें गांव के कई लोगों को निमंत्रण भी भेजा गया था। आर्मी के जिस ट्रक पर हमला हुआ, उस पर इफ्तार पार्टी के लिए फल और अन्य सामान लदा हुआ था।
संगयोट गांव के सरपंच मुख्तियाज खान ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि आमंत्रित लोगों में वे भी शामिल थे। उन्हें सोशल मीडिया के जरिए आतंकी हमले की जानकारी मिली। ये खबर फैलते ही गांव में निराशा छा गई। उन्होंने कहा कि हम भी वहां जाना चाहते थे लेकिन पुलिस और सेना की घेराबंदी के कारण वहां नहीं जा सके। मुख्तियाज खान ने कहा कि अब हम शनिवार को ईद नहीं मनाएंगे, केवल नमाज अदा करेंगे। खान ने कहा कि शहीद जवान हमारे गांव में तैनात राष्ट्रीय रायफल्स यूनिट का हिस्सा थे। उनके परिवारों के साथ हमारी संवेदनाएं है।
राष्ट्रीय रायफल्स को क्यों बनाया गया निशाना ?
पुंछ आतंकी हमले में राष्ट्रीय रायफल्स के पांच जवान शहीद हो गए, जबकि गंभीर रूप से जख्मी हैं। जानकारी की मानें तो आतंकियों ने जानबूझकर आरआर को टारगेट किया है। दरअसल, बीते कुछ सालों में सेना ने घाटी समेत पूरे प्रदेश से आतंकियों के सफाये के लिए ऑपरेशन ऑलआउट चला रखा है। जिसमें सेना को बड़ी सफलता भी मिली है। इस ऑपरेशन को राष्ट्रीय रायफल्स ही चला रही है। बताया जा रहा है कि इसी खुन्नस में आतंकियों ने घात लगाकर इस यूनिट के जवानों पर हमला किया।