प्रशांत किशोर पर धोखाधड़ी का केस दर्ज, जानिए क्या है पूरा मामला

Update: 2020-02-27 09:01 GMT

पटना: जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर विवादों में फंसते नजर आ रहे हैं। प्रशांत किशोर के खिलाफ कथित साहित्यिक चोरी के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। प्रशांत किशोर पर पटना में आईपीसी की धारा 420 और 406 के तहत धोखाधड़ी और बेईमानी का आरोप लगा प्राथमिकी दर्ज करायी गई है।

बता दें कि पटना के पाटलिपुत्र थाने में प्रशांत किशोर के खिलाफ ये शिकायत दर्ज कराई गई थी। यह प्राथमिकी बिहार के मोतिहारी जिले के रहने वाले एक युवक शाश्वत गौतम ने दर्ज कराई है। युवक ने प्रशांत किशोर पर 'बात बिहार की' कंटेंट के नकल का आरोप लगाया है।

वहीँ इस तरह के दावे और पर एफआइआर प्रशांत किशोर पर कड़ा ऐतराज जताया और कहा कि यह कुछ नहीं, बल्कि एक व्यक्ति द्वारा अपने दो मिनट की प्रसिद्धि हासिल करने के लिए किया गया दावा और शरारत है, और कुछ नहीं। कानून प्रवर्तन एजेंसियों को पूरी तरह से और तेजी से इस मामले की जांच करनी चाहिए ताकि सार्वजनिक तौर पर सच्चाई सबके सामने आ सके।

क्या है मामला-

मिली जानकारी के मुताबिक शाश्वत गौतम नाम के एक युवक ने 'बिहार की बात' नाम का एक प्रोजेक्ट बनाया था। इस प्रोजेक्ट को आने वाले दिनों में लॉन्च करने की बात हो रही थी। इस बीच ओसामा नाम के शख्स ने शाश्वत के यहां से इस्तीफा दे दिया और 'बिहार की बात' का सारा कंटेंट उसने प्रशांत किशोर को दे दिया।

ये भी पढ़ें: दिल्ली हिंसा पर ‘रो पड़ीं’ ममता, कविता पढ़ कहा कुछ ऐसा…

बता दें कि जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुके प्रशांत किशोर राजनीतिक रणनीतिकार हैं और उनकी कंपनी आइपैक विभिन्न राजनीतिक दलों के लिए चुनाव प्रचार के अभियान का जिम्मा संभालती है। प्रशांत किशोर ने अपने चुनाव अभियान की शुरुआत भाजपा के चुनाव प्रचार से की थी, जिसमें उन्हें आशातीत सफलता मिली थी।

ये भी पढ़ें: ट्रंप के बाद भारत आया ये राष्ट्रपति, हो सकती है इन मुद्दों पर डील

Tags:    

Similar News