इलाहाबाद हाईकोर्टः ये हैं आपके दस नये न्यायाधीश, जानें उनके बारे में सबकुछ

न्यायमूर्ति अली ज़मीन, एलएलबी, 11 दिसंबर1998 को न्यायिक सेवा में शामिल हुए थे। उन्हें 06 मई 2019 को दो साल की अवधि के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था।

Update:2021-03-25 11:36 IST
न्यायमूर्ति अली ज़मीन, एलएलबी, 11 दिसंबर1998 को न्यायिक सेवा में शामिल हुए थे। उन्हें 06 मई 2019 को दो साल की अवधि के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था।

रामकृष्ण वाजपेयी

नई दिल्ली: राष्ट्रपति ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 224 की धारा (1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए मोहम्मद असलम, अनिल कुमार ओझा, साधना रानी (ठाकुर), नवीन श्रीवास्तव, सैयद आफ़ताब हुसैन रिज़वी, अजय त्यागी, और अजय कुमार श्रीवास्तव-1,को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त किया है। इस संबंध में अधिसूचना विधि एवं न्याय मंत्रालय के विधि विभाग द्वारा 22 मार्च, 2021 को जारी की गई।

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27 वर्षों से अधिक की वकालत का अनुभव

न्यायमूर्ति अली ज़मीन, एलएलबी, 11 दिसंबर1998 को न्यायिक सेवा में शामिल हुए थे। उन्हें 06 मई 2019 को दो साल की अवधि के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 05 मई 2021 को समाप्त होगा।

इसी तरह न्यायमूर्ति विपिन चंद्र दीक्षित, एलएलबी ने 28 अगस्त 1986 को एक अधिवक्ता के रूप में अपना पंजीकरण करवाया था। उन्हें मोटर दुर्घटना मामलों में विशेषज्ञता के साथ सिविल, आपराधिक और सेवा मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में 27 वर्षों से अधिक की वकालत का अनुभव है।

उन्हें 12 दिसंबर 2019 को 2 साल की अवधि के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 11 दिसंबर 2021 को समाप्त हो रहा है।

न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव, बी.ए., एल.एल.बी, के पास श्रम और सेवा मामलों में विशेषज्ञता के साथ सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, कराधान, श्रम, कंपनी और सेवा मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में 28 साल की वकालत का अनुभव है।

उन्हें 12 दिसंबर 2019 को 2 साल की अवधि के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 11 दिसंबर 2021 को समाप्त होगा।

फोटो-सोशल मीडिया

न्यायमूर्ति रवि नाथ तिलहरी

इसके अलावा न्यायमूर्ति रवि नाथ तिलहरी, बी.ए., एल.एल.बी, को सिविल, राजस्व, समेकन, सीलिंग में विशेषज्ञता के साथ सिविल, राजस्व, समेकन, सीमा, सेवा और संवैधानिक मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच में 26 साल की वकालत का अनुभव है।

उन्हें 12 दिसंबर 2019 को 2 साल की अवधि के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 11 दिसंबर 2021 को समाप्त हो रहा है।

न्यायमूर्ति दीपक वर्मा, बीएससी, एलएलबी, ने 20 अप्रैल 1992 को एक अधिवक्ता के रूप में अपना पंजीकरण करवाया था। उनके पास सिविल और आपराधिक मामलों में विशेषज्ञता के साथ सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, श्रम, सेवा और राजस्व मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में 25 साल की वकालत का अनुभव है।

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उन्हें 12 दिसंबर 2019 को 2 साल की अवधि के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 11 दिसंबर.2021 को समाप्त होगा।

इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश नियुक्त हुए न्यायमूर्ति गौतम चौधरी, बी.ए., एल.एल.बी, ने 06 मार्च 1993 को एक अधिवक्ता के रूप में पंजीकरण करवाया था। उनके पास इलाहाबाद उच्च न्यायालय में सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, कराधान, श्रम, कंपनी और सेवा मामलों में 25 साल की वकालत का अनुभव है।

उनकी विशेषज्ञता सिविल, संवैधानिक, आपराधिक, श्रम और सेवा मामलों में है। उन्हें 12 दिसंबर 2019 को 2 साल की अवधि के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 11 दिसंबर 2021 को समाप्त होगा।

न्यायाधीश के रूप में नियुक्त

न्यायमूर्ति शमीम अहमद, बी.ए., एल.एल.बी, को सिविल, संवैधानिक और सेवा मामलों में विशेषज्ञता के साथ सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, श्रम, कंपनी और सेवा मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में 24 साल की वकालत का अनुभव है।

उन्हें 12 दिसंबर 2019 को 2 साल की अवधि के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 11 दिसंबर 2021 को समाप्त होगा।

इसी तरह न्यायमूर्ति दिनेश पाठक, बी.ए., एलएलबी, ने 08 अक्टूबर 1994 को एक अधिवक्ता के रूप में पंजीकरण करवाया। उन्हें सिविल, राजस्व मामलों में विशेषज्ञता के साथ सिविल, राजस्व, संवैधानिक, सेवा और आपराधिक मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में 23 साल की वकालत का अनुभव है।

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उन्हें 12 दिसंबर 2019 को 2 साल की अवधि के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 11 दिसंबर 2021 को समाप्त होगा।

न्यायमूर्ति मनीष कुमार, बी.ए., एलएलबी, ने 28.10.1995 को एक वकील के रूप में पंजीकरण करवाया। उनके पास संवैधानिक, श्रम और सेवा मामलों में विशेषज्ञता के साथ सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, श्रम, कंपनी और सेवा मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में 22 साल और 03 महीने की वकालत का अनुभव है।

वर्तमान कार्यकाल 11 दिसंबर 2021 को समाप्त

उन्हें 12 दिसंबर 2019 को 2 साल की अवधि के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 11दिसंबर 2021 को समाप्त होगा।

इसके अलावा न्यायमूर्ति समित गोपाल, बी.ए., एलएलबी, 13 जनवरी 1996 को एक वकील के रूप में पंजीकृत हुए। उन्हें आपराधिक मामलों में विशेषज्ञता के साथ सिविल और आपराधिक मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में 22 साल की वकालत का अनुभव है।

उन्हें 12 दिसंबर 2019 को 2 साल की अवधि के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 11 दिसंबर 2021 को समाप्त होगा।

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