Constitution Day : 'देश की सुरक्षा को चुनौती देने वालों को मिलेगा करारा जवाब', संविधान दिवस पर बोले पीएम माेदी

Constitution Day : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बाबासाहेब अंबेडकर का संविधान जम्मू-कश्मीर में पूरी तरह लागू है।

Newstrack :  Network
Update:2024-11-26 19:37 IST

Constitution Day : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट परिसर में संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने मुंबई हमले का जिक्र करते कहा कि देश की  सुरक्षा को चुनौती देने वाले हर आतंकी संगठन को करारा जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज बाबासाहेब अंबेडकर का संविधान जम्मू-कश्मीर में पूरी तरह लागू है। यहां पहली बार संविधान दिवस मनाया जा रहा है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत संविधान दिवस की बधाई के साथ की। उन्होंने कहा कि हम यह नहीं भूल सकते है कि आज मुंबई में हुए आतंकी हमले की बरसी भी है। इस हमले में जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है, मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं। उन्होंने कहा कि मैं देश के संकल्प को भी फिर दोहराना चाहता हूं, भारत की सुरक्षा को चुनौती देने वाले सभी आतंकी संगठनों को करारा जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा कि देशकाल और समय के अनुसार संविधान की व्याख्या की जा सके, ये प्रावधान हमारे संविधाान निर्माताओं ने किया है। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माताओं ने इस बात का ध्यान रखा था कि देश में समय के साथ-साथ आशाएं और आकांक्षाएं बदलेंगी।

संविधान हमारा मार्गदर्शक

उन्होंने कहा कि संविधान हमारा मार्गदर्शक है, हर चुनौतियों का सामना करने के लिए उचित मार्ग भी दिखाया है। उन्होंने 1975 में घोषित आपातकाल का भी ज़िक्र किया और कहा कि हमने देश में आपातकाल देखा है। हमारे संविधान ने लोकतंत्र के सामने खड़ी इस चुनौती का सामना किया है। यह संविधान की ताकत है कि आज जम्मू-कश्मीर में बाबा साहब अंबेडकर का संविधान पूरी तरह लागू है। आज पहली बार वहां (जम्मू-कश्मीर में) संविधान दिवस मनाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि विकसित भारत के संकल्प के साथ सरकार काम कर रही है, जो सामाजिक न्याय का बड़ा माध्यम है और ये हमारे संविधान की भावना भी है। उन्होंने कहा कि देश में लोगों के बीच आर्थिक और सामाजिक समानता लाने के लिए काम किए गए हैं। उन्होंने जनधन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला गैस योजना का भी जिक्र किया। उन्होंने नल से जल योजना का जिक्र करते हुए कहा कि आज यह आसान लगता है कि लोगों को नल का पानी मिल रहा है, लेकिन आजादी के 75 साल बाद भी सिर्फ 3 करोड़ घरों में यह सुविधा थी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने 10 करोड़ लोगों को नल से जल देकर उनके जीवन को आसान किया है। 

मानवीय मूल्यों की याद दिलाते प्रतीक चित्र

उन्होंने कहा कि संविधान की मूल प्रति में भगवान राम, माता सीता, हनुमान जी, भगवान महावीर, भगवान बुद्ध की तस्वीरें हैं। ये भारतीय संस्कृति के प्रतीक चित्र इसलिए हैं, ताकि वे हमें मानवीय मूल्यों की याद दिला सकें। ये मानवीय मूल्य आज के भारत की नीतियों और निर्णयों का आधार हैं। उन्होंने कहा कि भारत में लोगों को त्वरित न्याय मिले, इसलिए न्याय संहिता लाई गई है।  

बता दें कि आज के ही दिन 2008 में पाकिस्तान से लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादी समुद्र के रास्ते मुंबई में घुसे और ताज होटल, ओबेरॉय होटल, सीएसटी रेलवे स्टेशन और नरीमन हाउस सहित कई स्थानों पर बम विस्फोट किए। इस हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी और 300 से ज़्यादा लोग घायल हुए थे।

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