Delhi: जामिया मिलिया इस्लामिया में नूंह हिंसा के विरोध में प्रदर्शन, RSS के खिलाफ लगे नारे, भारी पुलिस बल तैनात
Jamia Millia Islamia Protest: दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (Jamia Millia Islamia University) में नूंह हिंसा के विरोध में छात्रों का जोरदार प्रदर्शन हो रहा है। जामिया स्टूडेंट्स के प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
Jamia Millia Islamia Protest: दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (Jamia Millia Islamia University) में नूंह हिंसा के विरोध में छात्रों का जोरदार प्रदर्शन हो रहा है। जामिया स्टूडेंट्स के प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
आपको बता दें इसी महीने 7 अगस्त को भी जामिया मिलिया में पढ़ने वाले मेवाती छात्रों ने नूंह हिंसा के विरोध में प्रदर्शन निकाला था। हाथों में बैनर-पोस्टर लिए स्टूडेंट्स प्रोटेस्ट मार्च निकाला था।
क्या था मामला?
गौरतलब है कि, जुलाई महीने के आखिर में विश्व हिन्दू परिषद (VHP) द्वारा निकाले गए जलाभिषेक शोभा यात्रा पर समुदाय विशेष के लोगों ने हरियाणा के मेवात के नूंह में जमकर पत्थरबाजी की थी। बता दें, नूंह मुस्लिम-बहुल क्षेत्र है। यहां की करीब 80 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है। नूंह हिंसा की आग जल्द ही हरियाणा के अन्य जिलों तक फ़ैल गई। देखते ही देखते सैकड़ों गाड़ियां फूंक दी गई। कई सौ करोड़ का नुकसान अनुमानित है। जिसके बाद राज्य सरकार ने एक्शन लिया और बुलडोजर कार्रवाई की। हिंसा में हाथ होने के सबूत मिलने के बाद खट्टर सरकार ने कई सख्त फैसले लिए। अब तक बड़ी संख्या में गिरफ़्तारी हो चुकी है।
RSS के खिलाफ प्रदर्शन
जामिया में प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स के एक समूह ने हाल ही में नूंह हिंसा की सच्चाई की खुलेआम अवहेलना की। वो नूंह की घटनाओं के बारे में एक वैकल्पिक वास्तविकता बुनने का प्रयास करते हुए विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली की चर्चित यूनिवर्सिटी जामिया मिलिया इस्लामिया में प्रदर्शनकारी कहते हैं नूंह में हिंदू भक्तों पर हमला करने वाले सशस्त्र हमलावर ही 'पीड़ित' हैं। ये नूंह में हिंदुओं को ही हमलावर बता रहे हैं। इसलिए इनके निशाने पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) है। गुरुवार (24 अगस्त) को प्रदर्शनकारी आरएसएस के खिलाफ प्रदर्शन करते नजर आए।
बता रहे 'मुस्लिम विरोधी नरसंहार'
जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी छात्रों के एक समूह ने पिछले प्रोटेस्ट के दौरान भी नूंह हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया था। वो इसे 'मुस्लिम विरोधी नरसंहार' बताते रहे हैं। साथ ही, हिंदूवादी संगठन बजरंग दल (Bajrang Dal) पर सशस्त्र हथियारों के साथ शोभायात्रा में जाने का आरोप लगाया। वहीं, स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं, वो पूरी तरह निहत्थे थे।
जामिया में प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स के एक समूह ने हाल ही में नूंह हिंसा की सच्चाई की खुलेआम अवहेलना की। वो नूंह की घटनाओं के बारे में एक वैकल्पिक वास्तविकता बुनने का प्रयास करते हुए विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली की चर्चित यूनिवर्सिटी जामिया मिलिया इस्लामिया में प्रदर्शनकारी कहते हैं नूंह में हिंदू भक्तों पर हमला करने वाले सशस्त्र हमलावर ही 'पीड़ित' हैं। ये नूंह में हिंदुओं को ही हमलावर बता रहे हैं। इसलिए इनके निशाने पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) है। गुरुवार (24 अगस्त) को प्रदर्शनकारी आरएसएस के खिलाफ प्रदर्शन करते नजर आए।
बता रहे 'मुस्लिम विरोधी नरसंहार'
जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी छात्रों के एक समूह ने पिछले प्रोटेस्ट के दौरान भी नूंह हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया था। वो इसे 'मुस्लिम विरोधी नरसंहार' बताते रहे हैं। साथ ही, हिंदूवादी संगठन बजरंग दल (Bajrang Dal) पर सशस्त्र हथियारों के साथ शोभायात्रा में जाने का आरोप लगाया। वहीं, स्थानीय प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं, वो पूरी तरह निहत्थे थे।