Kaun Hai Amritpal Singh: कौन है पंजाब को दहलाने वाला अमृतपाल सिंह, जानिए क्या है भिंडरावाले 2.0 की कहानी

Kaun Hai Amritpal Singh: पंजाब में अजनाला में पुलिस स्टेशन पर हुए हमले की घटना के बाद से अलगाववादी नेता अमृतपाल सिंह का नाम सुर्खियों में है। अजनाला में थाने पर हमला 'वारिस पंजाब दे' के समर्थकों ने किया जिसके मुखिया अमृतपाल सिंह है।

Written By :  Neel Mani Lal
Update:2023-09-02 12:49 IST
पंजाब में अमृतपाल सिंह नई चुनौती (फोटो: सोशल मीडिया)

Kaun Hai Amritpal Singh: पंजाब ही नहीं बल्कि देशभर में इस समय अमृतपाल सिंह का नाम सुर्खियों में बना है। अजनाला में पुलिस स्टेशन पर हुए हमले की घटना के बाद से मामले ने तूल पकड़ ली। पंजाब पुलिस की टीमें अमृतपाल की खोज में देशभर में छापेमारी कर रही। अजनाला में थाने पर हमला 'वारिस पंजाब दे' के समर्थकों ने किया था, जिसके मुखिया अमृतपाल सिंह है। बंदूकों और तलवारों से लैस 'वारिस पंजाब दे' समर्थक अमृतपाल सिंह के साथी लवप्रीत सिंह को छुड़ाने के लिए थाने पर पहुंचे थे। समर्थकों के साथ अमृतपाल सिंह भी मौजूद थे। इस खास रिपोर्ट में जानिए कौन है अमृतपाल सिंह?

कौन है अमृतपाल सिंह

पंजाब की राजनीति में पिछले कुछ समय से अमृतपाल सिंह चर्चा में हैं। करीब 30 वर्षीय अमृतपाल सिंह खालिस्तान समर्थक माने जाते हैं। पिछले साल वो एक्टर-एक्टिविस्ट दीप सिंह सिद्धू की मौत के बाद 'वारिस पंजाब दे' संगठन की कमान संभालने दुबई से लौटे थे।पिछले साल ही अमृतपाल सिंह को दीप सिंह सिद्धू की ओर से गठित संगठन 'वारिस पंजाब दे' का प्रमुख चुना गया था। पंजाबी एक्टर दीप सिंह सिद्धू किसान आंदोलन के दौरान चर्चा में आए थे। बाद में एक सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई थी।

अमृतसर से है नाता

अमृतपाल सिंह पंजाब के अमृतसर के जल्लूपुर खैरा गांव के रहने वाले हैं। फरवरी 2022 तक, अमृतपाल पश्चिमी जीवन शैली से प्रभावित एक आम पंजाबी जैसे थे और वह पगड़ी भी नहीं पहनते थे। लेकिन फरवरी 2022 में दीप सिद्धू की मृत्यु हो जाने पर सब कुछ बदल गया। अमृतपाल पिछले साल के मध्य तक दुबई में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम कर रहे थे। लेकिन दीप सिद्धू की मौत के बाद वह भारत वापस आ गए और एक पारंपरिक सिख बन गये।

'भिंडरावाले 2.0'

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल को उसके समर्थक 'भिंडरावाले 2.0' कहते हैं। अमृतपाल, जरनैल सिंह भिंडरावाले की तरह ही अपनी पगड़ी को स्टाइल करते हैं, पारंपरिक वस्त्र और अन्य सिख निशान धारण किये रहते हैं। भिडरांवाले की तरह, अमृतपाल भी भारी हथियारों से लैस निहंग सिखों की एक सेना के साथ चलता है। वह जहां भी जाता है, लोग उस पर फूलों की पंखुड़ियां बरसाते हैं। खालिस्तान विचारधारा के मुखर समर्थक अमृतपाल सिख कट्टरपंथियों की सभाओं में एक पसंदीदा वक्ता हैं।

पैतृक गांव में सभा

29 सितंबर को अमृतपाल ने मोगा जिले के भिंडरावाले के पैतृक गांव रोड में एक बड़ी सभा को संबोधित किया था। अब वह स्वयंभू सिख उपदेशक भी है। अमृतपाल सिंह ने हाल ही में अमृतसर में अपने पैतृक गांव जल्लूपुर खेड़ा में एक साधारण समारोह में यूके की एनआरआई किरणदीप कौर से शादी की है। अमृतपाल सिंह अपने बयानों की वजह से विरोधियों के निशान पर रहते हैं। उनके बयानों और उनके दुबई से जुड़ाव को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की चर्चाएं होती रहती हैं।

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