Rahul Gandhi Defamation Case: राहुल गांधी को मिली बड़ी राहत, सुल्तानपुर कोर्ट ने मानहानि मामले में दी जमानत

Rahul Gandhi Defamation Case: राहुल अपनी यात्रा बीच में छोड़कर मंगलवार को कोर्ट में हाजिर हुए थे। अदालत का फैसला आने के बाद वे वापस रवाना हो गए।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2024-02-20 06:20 GMT

Rahul Gandhi Defamation Case  (photo: social media )

Rahul Gandhi Defamation Case: भारत जोड़ो न्याया यात्रा को लेकर इन दिनों उत्तर प्रदेश से गुजर रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को बड़ी राहत मिली है। सुल्तानपुर की अदालत ने साल 2018 के मानहानि केस में उन्हें जमानत दे दी है। राहुल अपनी यात्रा बीच में छोड़कर मंगलवार को कोर्ट में हाजिर हुए थे। अदालत का फैसला आने के बाद वे वापस रवाना हो गए।

गौरतलब है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मौजूदा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को ‘हत्यारा’ कह दिया था। उनके इस बयान से आहत सुल्तानपुर के भाजपा नेता विजय मिश्रा ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। मिश्रा उस दौरान बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष थे।

पिछले छह साल से मामले पर सुनवाई जारी है। सुल्तानपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट ने राहुल गांधी को 20 फरवरी को तलब किया था। कांग्रेस सांसद ने कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए आज सरेंडर कर दिया और खुद को निर्दोष बताया। अदालत ने 25-25 हजार की सिक्योरिटी और 25 हजार के बेल बॉन्ड पर उन्हें जमानत दी।

कितने साल की हो सकती है सजा ?

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अगर मानहानि के इस मामले में दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें अधिकतम दो साल की सजा हो सकती है। इससे पहले भी गुजरात में बीजेपी विधायक द्वारा उनके खिलाफ मोदी सरनेम को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया गया था, जिसमें उन्हें दो साल की सजा भी हुई थी। जिसके बाद उनकी सांसदी चली गई थी और राहुल को अपना सरकारी बंगला भी खाली करना पड़ा था। हालांकि, बाद में ऊपरी अदालत ने उनकी संसद सदस्यता बहाल कर दी थी।

अमेठी में है भारत जोड़ो न्याय यात्रा

मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करने वाले राहुल गांधी फिलहाल उत्तर प्रदेश प्रदेश में है। सोमवार को उनकी यात्रा के 37 दिन हो गए। मंगलवार दोपहर दो बजे अमेठी के फुरसतगंज से यात्रा दोबारा शुरू होगी। अमेठी नेहरू-गांधी परिवार का कभी गढ़ रहा है, जिसे पिछले चुनाव में बीजेपी ने ध्वस्त कर दिया था। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को यहां से जोरदार पटखनी दी थी। हालांकि, इस बार यहां राहुल बनाम स्मृति ईरानी का मुकाबला होने की संभावना बेहद कम है। सियासी गलियारों में प्रियंका गांधी की लड़ने की अटकलें जोरों पर है।

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