Rahul Gandhi Defamation Case: राहुल गांधी को मिली सजा पर गरमाई राजनीति, प्रदर्शन कर रही कांग्रेस

Rahul Gandhi Defamation Case: कांग्रेस ने विपक्षी दलों के साथ मिलकर इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाने का निर्णय लिया है।

Update: 2023-03-24 12:58 GMT
Rahul Gandhi Defamation Case (photo: social media )

Rahul Gandhi Defamation Case : मानहानि के एक मामले में दोषी पाए गए राहुल गांधी के बचाव में पूरी कांग्रेस आक्रमक तरीके से मैदान में उतर गई है। इस मसले पर पार्टी को उन विपक्षी दलों का भी समर्थन मिल रहा है, जो अब तक कांग्रेस के साथ किसी तरीके के सहयोग से बचने की कोशिश करते रहे हैं। कांग्रेस पार्टी सूरत की निचली अदालत से आए इस फैसले के खिलाफ कानूनी लड़ाई तो लड़ेगी ही साथ ही इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा भी बनाएगी।

कांग्रेस ने विपक्षी दलों के साथ मिलकर इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाने का निर्णय लिया है। राहुल गांधी की सजा के खिलाफ कांग्रेस ने सड़कों पर उतरने और अन्य दलों के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने का फैसला किया है। कांग्रेस के अलावा अन्य विपक्षी सांसदों ने 12 बजे विजय चौक तक पैदल मार्च निकाला और प्रदर्शन किया। दोपहर में उनका राष्ट्रपति से मुलाकात करने का कार्य़क्रम है।

कांग्रेस दफ्तर में बुलाई गई आपात बैठक

राहुल गांधी को मानहानि के केस में दोषी ठहराए जाने के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने आज शाम एक अहमद मीटिंग बुलाई है। कांग्रेस दफ्तर में आयोजित इस बैठक में सभी वरीय नेताओं की उपस्थिति अनिवार्य है। जो नेता शहर से बाहर हैं, वो वर्चुअल मोड में मीटिंग से जुड़ेंगे। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बैठक की अध्यक्षता करेंगे।

कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में इस बात को लेकर रणनीति बनाई जाएगी कि लोगों के पीछ इस मुद्दे को किस तरह ले जाया जाय ताकि राहुल गांधी के लिए सहानुभूति पैदा हो। इसके अलावा आगे की रणनीति पर भी चर्चा की जाएगी। दरअसल, कांग्रेस सांसद को दो साल की सजा मिली है। ऐसे में उन्हें अगर ऊपरी अदालत से राहत नहीं मिली तो उनकी संसद सदस्यता खतरे में पड़ सकती है।

कांग्रेस करेगी देशभर में प्रदर्शन

मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस राहुल गांधी के खिलाफ आए फैसले को न केवल कानून रूप से चुनौती देगी बल्कि राजनीतिक रूप से भी मुद्दे को उठाएगी। पार्टी इस मुद्दे को लेकर सोमवार को राजधानी दिल्ली के अलावा देश के सभी राज्यों में व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि ये केवल एक कानून मुद्दा नहीं बल्कि एक बहुत गंभीर राजनीतिक मुद्दा भी है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि यह मुद्दा हमारे लोकतंत्र के भविष्य से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि ये मामला मोदी सरकार की प्रतिशोध और उत्पीड़न की राजनीति की एक बड़ी मिसाल है।

सजा पर कांग्रेस – बीजेपी आमने-सामने

राहुल गांधी को सजा मिलने पर सत्तारूढ़ बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी को छोटी सोच वाला व्यक्ति करार दिया है। उन्होंने कहा, राहुल गांधी का अहंकार बहुत बड़ा और समझ बहुत छोटी है।

अपने राजनीतिक लाभ के लिए उन्होंने पूरे OBC समाज का अपमान किया। उन्हें चोर कहा। समाज और कोर्ट के द्वारा बार-बार समझाने और माफ़ी माँगने के विकल्प को भी उन्होंने नज़रअंदाज़ किया और लगातार OBC समाज की भावना को ठेस पहुँचाई। उन्होंने कहा कि पूरा ओबीसी समाज लोकतांत्रिक ढंग से राहुल गांधी से इस अपमान का बदला लेगा।

वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी जवाबी पलटवार किया है। खड़गे ने कहा कि सरकार जेपीसी जांच से भागने की कोशिश कर रही है। पीएनबी और जनता के पैसे लेकर नीरव मोदी, ललित मोदी और मेहुल चौकसी भागे। ओबीसी वर्ग तो नहीं भागा, फिर उनका अपमान कैसे हुआ ? उन्होंने कहा कि सरकार अपनी गलती को छिपाने के लिए जातिगत राजनीति का प्रयोग कर रही है, जो कि शर्मनाक है।

क्या है पूरा मामला ?

सूरज की अदालत ने गुरूवार 23 जनवरी को एक चार साल पुराने मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाई है। उनपर मानहानि का मुकदमा दायर हुआ था। दरअसल, 2019 के आम चुनाव के दौरान कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा था कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है। वो उस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हुआ करते थे। गांधी के इस बयान के खिलाफ सूरत पश्चिम से बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने मानहानि का मुकदमा दायर किया था और उनपर पूरे समुदाय को बदनाम करने का आरोप लगाया था।

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