Rahul Gandhi: 'केंद्र में जेबकतरी और नाकारा सरकार, ये तानाशाही की किताब का पहला पन्ना'... राहुल का केंद्र पर हमला
Rahul Gandhi Facebook Post : राहुल गांधी ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है, 'महंगाई आज भारत की सबसे जटिल समस्याओं में से एक है। इसकी ज़िम्मेदार भारत के इतिहास की सबसे 'नकारा' सरकार है।'
Rahul Gandhi Facebook Post: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर सूरत कोर्ट के फैसले के बाद उन्हें संसद से अयोग्य करार दिया गया। जिसके बाद राहुल गांधी लगातार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर रुख अख्तियार किए हुए हैं।शनिवार (01 अप्रैल) को राहुल गांधी ने एक फेसबुक पोस्ट लिखा। जिसमें उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य सहित तमाम मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरा।
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अपने फेसबुक पोस्ट में राहुल गांधी लिखते हैं, 'महंगाई आज भारत की सबसे जटिल समस्याओं में से एक है। और इसकी ज़िम्मेदार भारत के इतिहास की सबसे नकारा सरकार है। दवाइयों की कीमत इस साल फिर से चुपचाप 11 फीसदी से ज़्यादा बढ़ा दी गई हैं !
हेल्थकेयर-शिक्षा खर्च आसमान छू रहा, ये नि:शुल्क हो
कांग्रेस नेता ने लिखा, 'हेल्थकेयर और शिक्षा का खर्च आसमान छूता जा रहा है। ये सारे ज़रूरी खर्चे हैं। आम लोगों के जीवन का अभिन्न अंग हैं। जहां सरकार को इन्हें धीरे-धीरे नि:शुल्क करने की कोशिश करनी चाहिए, वहीं वो उसे और महंगा करते जा रहे हैं।' वो आगे लिखते हैं, ऊपर से बेरोजगारी (Unemployment), सुस्त अर्थव्यवस्था (slow economy) के कारण नौकरीपेशा लोगों की आमदनी न बढ़ना है। उसके ऊपर महंगाई की मार। EMI की किस्त बढ़ती ही जा रही हैं। लोन लेकर चुकाना और अपने घर के खर्चे चलाने की जद्दोजहद में हर परिवार की ज़िंदगी फंसी हुई है।'
केंद्र में 'जेबकतरी सरकार'
राहुल गांधी लिखते हैं, 'मैं यूं ही इन्हें ‘जेबकतरी सरकार’ नहीं कहता। आपकी जेब काटी जा रही है। मगर, कहीं इस बात की चर्चा नहीं है। न आपके पसंदीदा न्यूज़ चैनल पर, न ही किसी सरकारी घोषणा में। चर्चा हो रही होगी तो बस सांप्रदायिकता की या फ़िर झूठी कहानियां गढ़ी जा रही होंगी।'
क्या आपने ऐसा सोचा था?
उन्होंने कहा, 'अब यूपीआई ट्रांसफर (UPI Transfer) पर भी सरचार्ज लगेगा। ये कभी आपने सोचा था। जब आपको ‘डिजिटल पेमेंट’ करने के लिए प्रेरित किया गया था? आप मेहनत कर के कमाएं, सरकार को टैक्स चुकाएं और अब पैसों के लेनदेन में भी अलग से पैसे दें।'
ज़रूरत हो या ख्वाहिश, आंखें मूंद लें
पेट्रोल-डीजल तो महंगा था ही, अब गाड़ियां और टोल टैक्स भी महंगा होगा। संदेश साफ है, गाड़ी लेना चाहे आपकी ज़रूरत हो या ख्वाहिश, दोनों से आंखें मूंद लें। इस सरकार (मोदी सरकार) के रहते तो ये मुश्किल है। और ये मुश्किलें दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जाएंगी।'
'ये तानाशाही की किताब का पहला पन्ना'
राहुल गांधी अंत में लिखते हैं, 'संसद बंद है तो जाहिर सी बात है कि लोकतंत्र के मंदिर में भी इस पर सवाल जवाब नहीं होगा। मनमाने फैसले लेकर, बिना विपक्ष या जनता से सलाह किए बस थोप देना। मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, ये तानाशाही की किताब का पहला पन्ना है।'