राहुल बोले: देश की अधिकांश संपत्ति अपने पूंजीपति मित्रों तक पहुंचा रहे हैं पीएम
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने चार-पांच पूंजीपति मित्रों के हित को ध्यान में रखकर ही सारा काम करते हैं। अपने पूंजीपति मित्रों के लिए वह पहले नोटबंदी लाए, फिर उनके लिए ही जीएसटी लाए और अब किसानों की खेती भी उन्हें सौंप देना चाहते हैं।
अखिलेश तिवारी
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि देश के अधिकांश लोगों की संपत्ति को प्रधानमंत्री अपने चार-पांच पूंजीपति मित्रों के पास पहुंचा रहे हैं। कोरोना महामारी के दौरान लोग गरीब से गरीब हुए जबकि मोदी के मित्रों की संपत्ति में 35 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है।
पीएम मोदी पूंजीपति मित्रों के हित को ध्यान में रखकर ही सारा काम करते हैं-राहुल गांधी
कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से मुखातिब राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने चार-पांच पूंजीपति मित्रों के हित को ध्यान में रखकर ही सारा काम करते हैं। अपने पूंजीपति मित्रों के लिए वह पहले नोटबंदी लाए, फिर उनके लिए ही जीएसटी लाए और अब किसानों की खेती भी उन्हें सौंप देना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने कृषि सुधार कानून का सहारा लिया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से जब पिछले साल पूरे देश में लोग परेशान हुए तो मोदी के चार-पांच पूंजीपति मित्रों को कोई परेशानी नहीं हुई। उल्टा उनका कारोबार इस दौरान तेजी से बढ़ा और उन्होंने कई गुना ज्यादा संपत्ति जुटाई। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री देश के अधिकांश लोगों के हिस्से का पैसा और संपत्ति अपने मित्र पूंजीपतियों के पास पहुंचा रहे हैं।
ये भी देखें: किसानों से बोले राहुल: एक इंच भी पीछे न हटें, हम आपके साथ हैं
लोगों ने अपना रोजगार खोया, पूंजीपतियों ने अपनी संपत्ति बढ़ाई
अभी जो रिपोर्ट आई है उससे पता चल रहा है कि किस तरह देश में साढ़े बारह करोड़ लोगों को अपना रोजगार खोना पड़ा है। लोग गरीब से गरीब हुए हैं लेकिन प्रधानमंत्री के मित्र पूंजीपतियों की संपत्ति पिछले साल में सबसे ज्यादा बढ़ी है। उन्होंने इस दौरान 30 से 35 प्रतिशत अपनी संपत्ति बढ़ाई है। यह सब कुछ सरकार के सहयोग से हुआ है।
किसान अपने खेत में काम करते- करते दम तोड़ देगा
केंद्र सरकार देश के संसाधनों को अपने पूंजीपति मित्रों के हवाले करती जा रही है। नए कृषि कानूनों के जरिये प्रधानमंत्री जी अपने पूंजीपति मित्रों के हाथ में पूरा कृषि क्षेत्र सौंप देना चाहते हैं जहां किसान केवल मजदूर बनकर रह जाएगा। उसका अपनी जमीन और फसल पर कोई हक नहीं रहेगा। जो दाम पूंजीपति उसे देंगे वही मिल पाएगा और किसान अपने खेत में काम करते- करते दम तोड़ देगा। उन्होंने कहाकि किसानों को जमींदारों के चंगुल से आजादी के बाद बाहर निकलने का मौका मिला लेकिन अब सरकार उन्हें नए जमींदारों के हवाले करना चाह रही है।
ये भी देखें: 40 सेकेंड में आंदोलन शुरू: राकेश टिकैत ने किसानों से कही ये बात, आखिर क्यों?
दोस्तों देश दुनिया की और को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।