बारिश ने मचाई तबाही, 25 मौतों के बाद रेड अलर्ट पर ये राज्य
भारी बारिश से देश के बहुत से राज्यों में तबाही का माहौल छाया हुआ है। महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक और मध्यप्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश और बाढ़ ने कई जाने ले ली। इस समय केरल सबसे ज्यादा बाढ़ की तबाही से ग्रस्त है। केरल में मरनेवालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है।
नई दिल्ली : भारी बारिश से देश के बहुत से राज्यों में तबाही का माहौल छाया हुआ है। महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक और मध्यप्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश और बाढ़ ने कई जाने ले ली। केरल में मरनेवालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है। इसके अलावा कई लोगों के घायल होने की भी खबर है। हालाकिं राहत कार्य अभी भी जारी है।
इस समय केरल सबसे ज्यादा बाढ़ की तबाही से ग्रस्त है। तबाही से राज्य में मरने वालों का आकड़ा 14 पंहुच गया है।बाढ़ इतना खतरनाक रूप धारण कर चुकी है कि कोच्चि एयरपोर्ट भी रविवार को बंद कर दिया गया।
इन जगहों पर जारी रेड अलर्ट
एनडीआरएफ की टीम ने 54 लोगों को आज सुरक्षित निकाला है। अबतक बाढ़ की इस कहर से 100 लोगों की जान बचाई जा चुकी है। भूस्खलन के बाद 40 लोगों के लापता होने की आशंक जताई गई है। इस बाढ़ के चलते हवाई यातायात पर भी असर पड़ा है। कर्नाटक के बेलगाम में तीन हेलिकॉप्टर रेस्क्यू मिशन में जुटे हैं।
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मौसम विभाग ने केरल के ईडुकी, वायनाड, कोडिकोड, मल्लापुरम जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। और आने वाले दो दिनों में भारी बारिश का अनुमान भी लगाया जा रहा है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने अन्य कई राज्यों में येलो और ऑरेंज अलर्ट भी किया है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने हाई लेवल बैठक की है। जिसमें राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 10 और टीमों को तैनात किया है। कोच्चि एयरपोर्ट पर 11 अगस्त 3 बजे तक सभी विमानों का परिचालन रोक दिया गया है।
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बह गए घर और दुकानें...
बाढ़ से बचाव के लिए केरल में 1385 राहत शिविर बनाए गए हैं। अधिकारियों को बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाए रखने को कहा गया है। सेना बाढ़ में फंसे लोगों को रेस्क्यू करेगी। केरल में बाढ़ के चलते स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है।
वहीं अगर मध्यप्रदेश की बात करें तो मध्य प्रदेश में भी बाढ़ का कहर मचा है। निवासियों की फसलें- दुकानें सब तबाह हो चुकी हैं। मध्यप्रदेश में ऐसा जलप्रलय आया है जिसने बड़ी-बड़ी चट्टानों के टुकड़े-टुकड़े कर बहा दिया। छिंदवाड़ा में भी हालात बिगड़े हुए हैं। यहां पर भी बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए एनडीआरफ की टीम लगी हुई है।
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महाराष्ट्र को देखें तो महाराष्ट्र में नदियों का जल स्तर खतरे के निशान के काफी ऊपर है, हजारों एकड़ फसल बाढ़ की चपेट में आने से बर्बाद हो गयी है। कुछ इलाकों में तो नौसेना को तैनात करना पड़ा है। 150 गांवों का संपर्क तक टूट गया है। यहां के मुख्य़मंत्री फडणवीस ने हवाई सर्वे किया और जमीनी तबाही का हाल जाना है। हजारों लोग अभी भी पानी में फंसे हैं। और लोगों को पानी से निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
इधर ओडिशा में बाढ़ की दहशत बनी हुई है। यहां सड़केें ही नहीं रेल की पटरियां भी जलमग्न हैं। राजधानी भुवनेश्वर में बारिश का पानी ऐसे भरा है कि बारिश के पानी में ही नाव चलाने जैसे हालात बने हुए है।
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