2000 Currency Note Ban: दो हजार के नोट वापस लेने पर भड़के अब ये नेता, केंद्र को दे दी चेतावनी
2000 Currency Note Ban: आरबीआई के इस फैसले पर विपक्षी नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया आई है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने तो केंद्र को सीधे चेतावनी दे डाली है।
2000 Currency Note Ban: साल 2016 में हुए नोटबंदी के सात साल बाद केंद्र के एक और फैसले ने सबको चौंका दिया है। शुक्रवार को देश की केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बयान जारी कर कहा कि 2000 रूपये के नोट को बैन कर दिया जाएगा। हालांकि, 30 सितंबर 2023 तक ये नोट बाजार में वैद्य मुद्दा के रूप में बने रहेंगे। आरबीआई के इस फैसले पर विपक्षी नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया आई है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने तो केंद्र को सीधे चेतावनी दे डाली है। उन्होंने कहा कि ऐसे फैसले देश बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा।
राज ठाकरे ने नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने उस दौरान भी कहा था, ये एक विध्वंस का रूप है। अगर ये बातें विशेषज्ञों से पूछकर की जातीं तो यह नौबत ही नहीं आती। कभी कुछ लाने के लिए तो कभी उसे बंद करने के लिए फैसले लेने नहीं पड़ते। मनसे प्रमुख ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि उस दौरान जो नोट लाए भी जाते थे तो इनका इस्तेमाल एटीएम तक में नहीं किया जाता था। यानी नोट लाते समय ये देखा भी नहीं गया कि ये मशीन में जाते हैं या नहीं।
ठाकरे ने आगे कहा कि देश ऐसे फैसलों को बर्दाश्त नहीं कर सकता है। अब लोग वापस पैसे बैंक में डालेंगे। नए नोट लाएंगे, क्या सरकार ऐसे चलती है ? क्या ऐसे प्रयोग होते हैं ? महाराष्ट्र के फायरब्रांड लीडर राज ठाकरे का केंद्र के खिलाफ ये हमलावर तेवर गौर करने वाली बात है।
इससे पहले वे कर्नाटक के नतीजे आने के बाद बीजेपी पर तंज कस चुके हैं। उन्होंने भगवा दल के हारे के पीछे अहंकार को वजह बताया था। जिस पर राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस ने पलटवार किया था। दरअसल, शिवसेना के महाविकास अघाड़ी खेमे में जाने के बाद राज ठाकरे ने आक्रमक हिंदुत्व की लाइन पकड़ी थी और उनकी बीजेपी नेताओं से नजदीकी भी बढ़ने लगी थी। लेकिन ताजा बयानबाजी से स्पष्ट हो गया है कि दोनों के रिश्ते एकबार फिर ठंडे पड़ चुके हैं।